रतलाम,भाजपा सांसद सुब्रह्मयम स्वामी ने लखनऊ का नाम बदलकर लक्ष्मणपुरी करने की बात क्या की कि मालवांचल का पासी समाज भडक गया है। उसका कहना है कि लखनऊ को पासी समाज के छत्रसाल हिन्दू हृदय सम्राट महाराजा लाखन पासी द्वारा बसाया गया है। इस लिए इसके नाम बदलने का प्रस्ताव सही नहीं है।
लक्ष्ममणपुरी नामकरण करने जैसे स्वामी के बयान को लेकर अखिल भारतीय पासी समाज कल्याण समिति घोर निंदा करती है। लखनऊ नगरी पासी समाज के छत्रसाल हिन्दू हृदय सम्राट महाराजा महाराजा लाखन पासी द्वारा बसाई गई और उनके नाम पर ही लखनऊ नगरी का नामकरण किया गया है और कई दशकों से लखनऊ नगरी में पासी समाज की संख्या बाहुल्य रही है साथ ही लखनऊ नगरी पासी समाज की आस्था का केन्द्र होते हुए मुगलों और अंग्रेजों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए लखनऊ नगरी ने केन्द्र के रूप में अपनी पहचान कायम की है।
जिसे भाजपा सांसद सुब्रह्मयम स्वामी द्वारा खत्म करने का जो गंदा प्रयास किया जा रहा है उसके लिए पासी समाज भाजपा सांसद स्वामीके बयान घोर निंदा की है क्योंकि भाजपा सांसद के इस बयान से पासी समाज को भावनात्मक एवं मान-सम्मान को ठहस पहुंची है और पासी समाज और समाज के नेताओं ने वर्तमान में भाजपा को सत्ता में लाने के लिए दिन रात पार्टी के लिए मेहनत की है और चुनाव खत्म होते ही पासी समाजके प्रेरणा स्त्रोत के बारे में भाजपा सांसद की ऐसी बयानबाजी पासी समाज को काफी ठेस पहुंचा रही है। पासी समाज ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर भाजपा शासन द्वारा पासी समाज के प्र्रेरणा स्त्रोत एवं लखनऊ नगरी के निर्माता महाराजा लाखन पासी की नगरी लखनऊ का दूसरा नामकरण करती है तो पासी समाज उग्रआंदोलन कर सकता है जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन की रहेगी। उक्त बयान को लेकर अखिल भारतीय पासी समाज कल्याण समिति द्वारा एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई और बैठक में निंदा प्रस्ताव पास करते हुए जल्द ही उक्त में आंदोलन की रूपरेखा तय करने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर समिति अध्यक्ष भंवरलाल केथवास, अजय वर्मा महासचिव, रूपेन्द्र बौरासी उपाध्यक्ष, सचिवद्वय महेन्द्र संतोषी विनोद बौरासी, दिलीप बौरासी, अनिल बौरासी, गणेश वर्मा, दुजई बौरासी, नंदलाल बौरासी, पवन बौरासी सहित बड़ी संख्या में समिति सदस्य व समाजजन उपस्थित थे।