झाबुआ,भीलांचल के दो बडे शहरों झाबुआ और अलीराजपुर में इन दिनों बिजली गुल रहने से लोग गर्मियों में खास परेशान हो रहे हैं। शनिवार और रविवार दोनों दिन बिजली ने कभी आंख-मिचौली तो कभी पूरा दिन ही नहीं आई।
इस संबंध में बिजली कंपनी ने कहा कि आगे से ही बिजली बंद है। इससे दोनों शहरों की पेयजल समस्या भी गहरा गई है। वहीं बिजली से चलने वाले उद्योग धंधों व आटा चक्की पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। बताया गया कि ग्रामीण अंचल के रहवासी विगत कई दिनों से विद्युत संकट को लेकर न केवल परेशान है बल्कि अधिक बिल आने से उपभोक्ताओं की जेब खाली हो रही है, उन्हें मात्र 4-5 घंटे ही बिजली मिल रही है। ग्रामीण क्षेत्र के रहवासियों ने अनेकों बार विद्युत कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी से विद्युत सुधार करने की मांग की लेकिन वे यह कहकर पल्ला झाड़ते रहे कि बिजली की कटौती आगे से ही हो रही है, इस बारे में वे कुछ नहींकर सकते। बिजली कटौती के कारण शनिवार को भी कई आटा चक्कीयों पर अनास पिसाने वालों की भीड़ देखी गई। कई गरीब आदिवासी आटा पिसाने के लिए चक्की पर ही डेरा जमाए बैठे दिखाई दिये। ग्रामीण इलाकों में कई स्थानों पर रातभर बिजली के दर्शन नहींहोते जिससे उपभोक्ताओं को चिमनी के उजालों में रात बिताने को मजबूर होना पड़ रहा है। बिजली की आंख मिचौनी से गर्मी के दिनों में पंखे, कूलर तो ठीक यहां तक की सेलफोन चार्ज करने में भी परेशानी आ रही है। जिसके कारण कई ग्रामीण बाहर काम पर गए उनकी परिजनों से फोन पर चर्चा भी नही हो पा रही है। कई ग्रामीणजन मोबाईल चार्ज कराने शहर आते है, जहा उन्हें चार्ज करवाने के लिए अनेक दुकानदार आठ से दस रूपए वसूल रहे है।
नगर के कई इलाकों में वोल्टेज का उतार चढ़ाव बना हुआ है। जिससे लोगों के घरों विद्युत उपकरण खराब होने की बात भी लोगों द्वारा बताई जा रही है। जिसके कारण लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड रहा है, बावजूद विद्युत कंपनी इस और कोई ध्यान नही दे रही है।