जावरा,मप्र-बड़े और महंगे पक्के घरों में रहते हुए गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के घरों पर मैं गरीब हूं लिखवाया जा रहा है। सरकार ने बीपीएल कूपन बनाकर सस्ती दरों पर अनाज व अन्य चीजे व सुविधाऐं मुहैया कराए जाने की योजना लागू की थी, लेकिन शासन की इस योजना का दुरुपयोग नगर अच्छे घरों और अच्छी कमाई वाले लोगों ने करना प्रारंभ कर दिया।
नगर के कई ऐसे लोग हैं, जिनके दो मंजिला पक्का मकान, गाड़ी तथा भौतिक सुख सुविधाओं के सारे साधन उपलब्ध हैं, उन लोगों के भी नपा के अधिकारियों ने पूर्व में बीपीएल कार्ड बना कर शासन की योजनाओं को लाभ दे दिया। लेकिन अब फर्जी रुप से बने बीपीएल कार्ड धारकों पर शासन ने सख्ती के आदेश लिए हैं। इसके तहत पूर्व में सर्वे कर पक्के मकानों पर बीपीएल लिखा गया, लेकिन पैसे वालों पर इसका कोई असर नहीं हुआ। लेकिन अब कलेक्टर के आदेश पर नपा ने बीपीएल कार्ड धारी पक्के मकानों पर …. मै गरीब हूं लिखने का काम मंगलवार से प्रारंभ किया।
नपा अमले से हुई बहस
मंगलवार को नपा के स्वास्थ अधिकारी अशोक शर्मा अपने अमले के साथ वार्ड क्रमांक 1 माली पुरा में जब पक्के मकानों के बाहर मै गरीब हूं लिखने की कार्रवाई को अंजाम देने पहुंचे तो कई लोगों ने इसका विरोध करते हुए, नपा अधिकारियों से बहस भी कहीं, वहीं कइयों ने अपने कूपन जमा करा दिए जाने की जानकारी दी, लेकिन नपा अमले के पास इसकी अद्यतन जानकारी नहीं होने से उन्हैं रिकार्ड देखकर लिखने की बात पर सहमति बनी। वहीं कुछ पक्के मकान वाले ऐसे भी थे, जिन्होने अपने मकानो के बाहर आराम से लिखने दिया, किसी ने कोई ना नुकूर नहीं की।
जारी रहेगी कार्रवाई
नपा के स्वास्थ अधिकारी अशोक शर्मा ने बताया कि शासन के आदेश पर पक्के मकान वाले बीपीएल कार्ड धारकों के मकान के कार्ड धारक का नाम, सर्वे क्रमक लिखा जा रहा हैं। ताकि नपा के अधिकारियों व कर्मचारियों को पता रहे कि ये व्यक्ति गरीब हैं, कलेक्टर के आदेश पर यह कार्रवाई की जा रही हैं, नगर में करीब सात हजार से अधिक बीपीएल कार्डधारी हैं, जिनमें करीब 700 ऐसे हैं जिनके पक्के मकान हैं। इन लोगों पर यह कार्रवाई की जा रही हैं। यदि ये लोग अपने बीपीएल कार्ड स्वयं कार्यालय में आकर जमा करा देंगे तो उनके मकानों के बाहर नहीं लिखा जाएगा।
नपा के सूत्रों के मुताबिक नगर में वार्ड क्रमांक 1 से 8 तक सर्वाधिक बीपीएल कार्ड धारी हैं, जिनके स्वयं के पक्के मकान बने हुए हैं, वहीं उन मकानों में सारी भौतिक सुख सुविधाऐं भी मौजुद हैं। पूर्व में हुए सर्वे के दौरान जब इन लोगों से बीपीएल कुपन जमा कराने के लिए कहा गया तो इन लोगों ने नपा के कर्मचारियों के साथ दादागिरी कर कूपन जमा नहीं करवाए। लेकिन अब तक शासन के आदेश पर इन मकानों के बाहर मैं गरीब हूं लिखने का काम प्रारंभ किया हैं तो कुछ लोगों ने कूपन जमा कराना प्रारंभ कर दिया हैं।