भोपाल,अपने तीखे तेवरों की वजह से अखबारों की सुर्खियों में रहने वाले मप्र के विवादास्पद आईएएस अधिकारी राधेश्याम जुलानिया के गुस्से का शिकार इस बार उनके मातहत आईएएस अधिकारी संतोष मिश्रा हो गए। उन्हें माइनर हार्ट अटैक की वजह से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।
मामला विधानसभा का है।
जहां पंचायत राज आयुक्त मिश्रा विभाग से जुड़े किसी प्रश्र पर जुलानिया को संतुष्ट नहीं कर पाए जिसके बाद उनके सीने में दर्द शुरू हो गया शुरू में उनका ब्ल्ड प्रेशर बढ़ा होने पर उन्हें साथ आए अधिकारी हमीदिया अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां माइनर हार्ट अटैक की बात बताई गई है।
जुलानिया सरकार के चहेते क्यों बने हुए हैं?-मिश्रा
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने आज अपर मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया के दुर्व्यवहार के बाद एक आईएएस आफीसर संतोष मिश्रा को आये हार्ट अटैक की घटना को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए जानना चाहा है कि आखिरकार प्रशासनिक आतंकवाद के प्रतीक बन चुके जुलानिया पर वह इतनी मेहरबान क्यों है?
आज यहां जारी अपने बयान में जुलानिया और उनके दुर्व्यवहारों की श्रृंखलाओं पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि उनके व्यवहार से तो यही कहा जा सकता है कि हिटलर के रूप में अपने आचरण से अधीनस्थों पर वे प्रशासनिक आतंकवाद का सहारा ले रहे हैं! आखिरकार क्या कारण है कि सम्मान की जिंदगी से जीने वाले कई प्रशासनिक अधिकारी उनके अधीनस्थ कार्य करने से सीधे तौर पर मना कर रहे हैं, आईएएस रमेश थेटे के बाद संतोष मिश्रा, कलेक्टर बड़वानी तेजस्वी नाईक उनके दुर्व्यवहार व अपमान के शिकार हुए ? मंगलवार को विधानसभा के प्रवेशद्वार पर मुस्तैदी के साथ कार्यरत सुरक्षाकर्मी के साथ बदतमीजी किस बात व अहंकार का प्रतीक है?मिश्रा ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से आग्रह किया है कि वे अपने व्यक्तिगत हस्तक्षेप से मंत्रालय को इस प्रशासनिक आतंकवाद से मुक्ति दिलाऐं।