भोपाल, इस बार भी चैत्र नवरात्र आठ दिन के ही रहेंगे। इनका शुभारंभ 29 मार्च से और समापन 5 अप्रैल को होगा। वहीं राम नवमी पर पुष्य नक्षत्र रहेगा। भगवान राम का जन्म नवमी पर पुष्य नक्षत्र में हुआ था।
ज्योतिषाचार्य पं. जगदीश शर्मा के मुताबिक इस वर्ष का राजा बुध और मंत्री बृहस्पति होने से शिक्षा, व्यापार, सोना-चांदी, कृषि, टेक्नोलॉजी के क्षेत्र मे विशेष लाभ मिलेगा। 29 मार्च को गुड़ी पड़वा, विक्रम नव संवत्सर व चैत्र नवरात्र का शुभारंभ होगा। वहीं 5 अप्रैल को पुष्य नक्षत्र रहेगा। यह योग मंगलवार रात 2.34 बजे से शुरू होकर बुधवार दोपहर 1.40 बजे तक रहेगा।
तीन साल से आठ दिन की नवरात्र
चैत्र नवरात्र आठ दिन के हैं। वर्ष 2015 में 21 मार्च से 28 अप्रैल तक और वर्ष 2016 में 8 अप्रैल से 15 अप्रैल तक नवरात्र थे। इस बार भी पड़वा और दूज एक दिन ही होने से आठ दिन के नवरात्र हैं।
घट स्थापना पूजन मुहूर्त
लग्न अनुसार
स्थिर लग्न वृष सुबह 09.22 से सुबह 10.20 तक
स्थिर लग्न सिंह दोपहर 02.49 से शाम 05.01 तक
स्थिर लग्न वृश्चिक रात्रि 09.27 से रात्रि 11.43 तक
चौघडिया अनुसार
लाभ का चौघडिया सुबह 06.00 से 07.30 तक
अमृत का चौघडिया सुबह 07.30 से 09.00 तक
शुभ का चौघडिया सुबह 10.30 से 12.00 तक
चर का चौघडिया दोपहर 03.00 से 04.30 तक
लाभ का चौघडिया शाम 04.30 से 06.00 तक
शुभ का चौघडिया शाम 07.30 से 09.00 तक
अमृत का चौघडिया रात्रि 09.00 से 10.30 तक
खास योग
नवरात्री में ये सात दिन रहेंगे खास योग-
29 मार्च को गुडी पडवा नवसंवत्सर
30 मार्च को सर्वार्थसिद्धि योग
31 मार्च को सर्वार्थसिद्धि योग
1 अप्रैल को रवि योग
2 अप्रैल रवि एवं सर्वार्थसिद्धि योग अमृत सिद्धि योग
4 अप्रैल को पुनर्वसु नक्षत्र एवं रवि योग
5 अप्रैल को पुष्य नक्षत्र