भोपाल,मध्यप्रदेश के जनजातीय संग्रहालय में नवीन रंगप्रयोगों की श्रृंखला अभिनयन के अंतर्गत रंगशीर्ष संस्था द्वारा प्रदीप अहिरवार के निर्देशन में नाटक -एक था गधा उर्फ अलादाद खां का मंचन किया गया। प्रख्यात व्यंग्यकार शरद जोशी की कृति पर आधारित इस नाट्य के माध्यम से सुर्खियों में बने रहने वाले नेताओं पर तीखा व्यंग्य किया गया है।
कथासार
नाटक की शुरुआत बाजार में नवाब के आगमन से होती है जो सांस्कृतिक, राजनैतिक अथवा किसी भी मसले पर जनता के बीच प्रसिद्धि पाने के हर संभव प्रयास में लगा है। दूसरी ओर कोतवाल द्वारा जुग्गन की मौत की खबर पर नवाब यह घोषणा करता है कि मृतक का जनाजा उसके राजमहल से उठेगा। इस घोषणा से महल के बाहर लोगों का मजमा लग जाता है। तभी नवाब के शुभचिन्तक इस बात की खबर देते हैं कि किसी व्यक्ति की नहीं अपितु जुग्गन नामक एक गधे की मौत हुई है।
मंच पर
आदित्य राज, आशीष यादव, रवि बघेल, राघवेन्द्र सिंह यादव, राहुल सिंह, प्रीता उपाध्याय, सौरभ श्रीवास्तव, रूपेश कीर, अंशुल जैन, बिकाश आचार्य, रोहित रावत, आसिम अहमद, मोहित भारद्वाज, प्रणय सनोडिय़ा, प्रशान्त शर्मा, अम्रतेश कुमार, मयंक, कपिल मारन और राघवेन्द्र सिंह यादव।
मंच से परे
राहुल सिंह, बिकाश, अंशुल, रवि, आदित्य राज, रोहित, आशिष, संजय मेहता , मो. रहीमउद्दीन , वि राव, नितिन तेजराज, मोहित, आसिम, रूपेश, राघवेन्द्र, मयंक, विजय रोहतगी और मो. फैजान। अब सिने-आस्वाद श्रृंखला में शनिवार को फि ल्म बैजू बावरा का प्रदर्शन होगा