भोपाल/लखनऊ,इंदौर से पटना के बीच चलने वाली रेलगाड़ी की दुघर्टना के तार तो आईएसआई से जुड़े मिले थे,लेकिन मंगलवार को जाबड़ी रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर गाड़ी में उसके विस्फोट के तार आईएसआईएस सरीखे आतंकी संगठन से जुड़े बताए जा रहे हैं,इस मामले की तह तक पहुंचने के लिए एनआईए की टीम इसकी जांच करगी। उसका जांच दल भोपाल होकर बुधवार को जाबड़ी रवाना हुआ। जबकि अन्य जांच टीम लखनऊ पहुंच गई है।
जिस आतंकी सैफुल्ला को मंगलवार रात एटीएस ने धराशाही किया है,उसके गुट में 13 और आतंकी थे, जिनके पास से हथियार,नक्शा और आईएसआईएस का झंडा बरामद किया गया है।अभी उसके गुट के 6 आतंकी फरार बताए जा रहे हैं।
लखनऊ के जिस घर में सैफुल्ला का एनकाउंटर हुआ है,वहां करीब आधा दर्जन मोबाइल और बम बनाने के सामान को भी जब्त किया गया है। सबसे चिंता जनक बात यह है कि उसके पास रेलवे नेटवर्क का का नक्शा भी मिला है। जाबड़ी ट्रेन ब्लास्ट से आतंकी सैफुल्ला के तार जुड़े हैं। सूत्रों ने बताया कि ट्रेन ब्लास्ट के आरोपी लखनऊ से ही ट्रेन को पकडक़र भोपाल आए थे।
सूत्रों ने कहा कि सैफुल्ला के गुट के जिन आतंकियों को पकड़ा गया है,उनमें तीन पिपरिया और एक का उप्र के इटावा से हिरासत में लिया गया है।
पुलिस को अंदेशा है कि जाबड़ी स्टेशन से पहले जो ब्लास्ट हुआ वह आतंकियों ने पाइप बम के जरिए प्लांट किया था जिसकी तस्वीरें सीरिया भेजी थी। सैफुल्ला आतंकी खोरासान मॉड्यूल का सदस्य बताया जा रहा है। उप्र एटीएस को सैफुल्ला के संबंध में जानकारी कानपुर के जाजमऊ क्षेत्र से पकड़े गए फैजल नाम के आतंकी से मिली थी। उसी से रेलवे स्टेशनों पर विस्फोट की योजना का पता चला था,जिसे मप्र पुलिस के साथ भी साझा किया गया उनके पास एसएलआर और एके-47 जैसे अत्याधुनिक हथियारों का पता चला था।
सूत्रों ने कहा कि दानिश,मीर हुसैन और मुजफ्फर को पिपरिया से गिरफ्तार किया गया है। जबकि फैजल और इरफान को जाजमऊ और आलम को इटावा से पकड़ा गया।