भोपाल,ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय से आदिम जाति कल्याण विभाग के सुरेन्द्र सिंह भण्डारी सहित तीन शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधी प्रदान किए जाने का मामला प्रश्नोत्तरकाल के दौरान सदन में उठा। कांग्रेस के हर्ष यादव का कहना था कि उपाधीधारकों ने नियमों का पालन नहीं किया है। इसकी षिकायत भी हुई है, लेकिन आरोपियों को बचाया जारहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव से कराई जाए। तब उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने कहा कि वह पूरे मामले की जांच विभाग के अतिरिक्त संचालक स्तर के अधिकारी से करायेंगे और गुण-दोष के आधार पर कार्यवाही भी करेंगे।
कांग्रेस के रामनिवास रावत द्वारा पूछे गए प्रश्न के संबंध में उनके ही दल के गोविन्द सिंह ने वन मंत्री गौरीशंकर शेजवार से जानना चाहा कि कूनो-पालनपुर अभ्यारण्य में गुजरात के शेरों को कब तक बसाया जाएगा। उनके इस प्रश्न के जवाब में वन मंत्री ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर केन्द्र सरकार द्वारा समिति गठित की गई है। समिति की रिपोर्ट मिलने पर आवश्यक कदम उठाया जाएगा। सदन में आज प्रश्नोत्तरकाल का समय बढ़ाने की मांग भी उठी। सदस्यों का कहना था कि एक घंटे के स्थान पर प्रश्नकाल का समय डेढ़ घंटे किया जाए।
शून्यकाल में भाजपा के प्रहलाद भारती ने अपने विधान सभा क्षेत्र में भू-जल स्तर के कम होने और वेलसिंह भूरिया ने राजगढ़ नगर पंचायत के मौजूदा मुख्य कार्यपालन अधिकारी के भ्रष्टाचार का मामला सदन में उठाया। भाजपा के ही सर्वश्री रामलाल रौतेले, प्रदीप लारिया,, जालम सिंह पटेल, बहादुर सिंह चौहान और कांग्रेस के गोवर्धन उपाध्याय, तरूण भनोत, फुन्देलाल मार्को और निर्दलीय विधायक दिनेष राय आदि ने भी अपने-अपने विधान सक्षा क्षेत्र के मुद्दे सदन में उठाये।
शून्यकाल में ही कांग्रेस के गोविन्द सिंह ने सदन को अवगत कराया कि पूर्व विधायक नीलम मिश्रा पर 19 लाख का जुर्माना जगाया गया है और जिला प्रषासन द्वारा उन्हें परेषान और प्रताडि़त किया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी उनकी बात का समर्थन किया। उनका कहना था कि इस मामले की जांच कराई जाए। तब विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि वे इस मामले को देखेंगे। प्रदीप लारिया, कालूसिंह ठाकुर, रमाकान्त तिवारी, मुकेष नायक, दिलीप सिंह परिहार, षैलेन्द्र जैन, मुरलीधर पाटीदार, रमेष दुबे, रामपाल सिंह, कुंवर जी कोठार, नारायण सिंह पंवार, श्रीमती सरस्वती सिंह, संजय षर्मा, मधु भगत, देवेन्द्र वर्मा, एवं अन्य सदस्यों की याचिकाओं को सदन में पढ़ा हुआ माना गया। कांग्रेस के गोविन्द सिंह, शैलेन्द्र पटेल और सत्यपाल सिंह सिकरवार ने ग्वालियर चम्बल संभाग सहित प्रदेष के 15 जिलों में प्राकृतिक आपदा से फसलों को हुए नुकसान और उनका अब तक मुआवजा नहीं मिले का मामला सदन में ध्यानाकर्षण सूचना के माध्यम से उठाया। इसी तरह भाजपा के दिलीप सिंह परिहार ने फसलों के बीमे की राषि का भुगतान नहीं होने का मामला ध्यानाकर्षण सूचना के माध्यम से सदन में उठाया। संबंधित विभाग के मंत्रियों ने इन ध्यानाकर्षण सूचनाओं के जवाब दिए।