भोपाल,बजट सत्र के पहले दिन सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर प्रस्तुत कृतज्ञता ज्ञापन प्रस्ताव पर सदन में आज भी चर्चा जारी रही। विपक्ष की ओर से आज चर्चा की शुरूआत कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य के0पी0सिंह ने की। उनका कहना था कि अभिभाषण में प्रदेश के विकास का जो खाका खींचा गया है वैसा धरातल पर नहीं है।
उन्होंने कहा स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय बनाये गये हैं, लेकिन पानी के अभाव में उनका उपयोग नहीं हो रहा है। सरकार ने उन गांवों में पानी की व्यवस्था नहीं की जहां पानी उपलबध ही नहीं है। प्रदेश की कई नज-जल योजनाएं बंद पड़ी हैं। प्रदेश में चिकित्सकों के अनेक पद खाली पड़े हैं, सरकार वहां यूनानी और आयुर्वेद के चिकित्सक पदस्थ करने जा रही है।
कांग्रेस विधायक दल के उपनेता बाला बच्चन ने भी कहा कि किसानों को फसलों का मुआवजा बहुत कम दिया गया है। सदन की सदस्य झूमा सोलंकी को ही 200 रूपए मुआवजा मिला है। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में अनेक षिकायतें लम्बित हैं, सिंहस्थ के आयोजन में नास्ते पर ही 116 लाख रूपए खर्च कर दिए। मुख्यमंत्री ने कुपोषण पर ष्वेत पत्र जारी करने का ऐलान किया था लेकिन यह ष्वेत पत्र अब तक जारी नहीं हुआ है।
दूसरी ओर सत्ता पक्ष के दुर्गालाल विजय, रमेश दुबे आदि ने अपनी सरकार का बचाव करते हुए कहा कि प्रदेश विकास की ओर अग्रसर हो रहा है।
बहुजन समाज पार्टी की उषा चौधरी और अन्य कई सदस्यों ने भी चर्चा में भाग लिया। मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष राज्यपाल के अभिभाषण पर अगली बैठक में अपना मत व्यक्त करेंगे। दोनों पक्षों के सदस्यों की ओर से चर्चा पूरी होने पर सदन की कार्यवाही भोजन अवकाश से पूर्व ही अगले दिन के लिए स्थगित कर दी गई।