भोपाल, कांग्रेस ने विधानसभा में सोमवार को भोपाल की जेल से दीपावली की रात स्टूडेंट््स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के आठ आतंकियों के जेल की सुरक्षा में सेंध लगा कर भागने का मुद्दा उठाते हुए सदन से बहिर्गमन कर दिया.
इस बीच अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा ने जेल मंत्री कुसुम मेहदेले से कहा कि अधिकारी जेलों में नियमित निरीक्षण के लिए जाएं इसे वह खुद सुनीश्चित करें।
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक शैलेंद्र पटेल ने जेल मंत्री से पूछा कि पिछले दो साल में कलेक्टर और अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एक बार भी जेल के निरीक्षण पर क्यों नहीं गए. उन्होंने पूछा कि जिला योजना समिति में जेल संबंधित मामले के लिए जो समिति होती है, वह कहां काम कर रही है. मंत्री सुश्री मेहदेले के यह कहने पर कि समितियां पूरे प्रदेश में काम कर रही हैं, श्री पटेल ने कहा कि वे स्वयं जिला योजना समिति के सदस्य हैं और ऐसी कोई समिति काम नहीं कर रही. उन्होंने मंत्री सुश्री मेहदेले से पूछा कि जेल ब्रेक के पहले मंत्री और जेल उपमहानिरीक्षक ने कितनी बार जेल का दौरा किया. मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस के सदस्य हंगामा करते हुए तारीख बताए जाने की मांग करने लगे. इसी बीच नेता प्रतिपक्ष अजय ङ्क्षसह ने भी इसे गंभीर मामला बताते हुए नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करने और विधायकों की मंशानुरूप तारीख बताए जाने की मांग की. भारी शोर-शराबे के बीच कांग्रेस के सदस्य बहिर्गमन कर गए.
उधर,नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह विधानसभा में अपना पदभार ग्रहण करने के पूर्व आज प्रात: 10 बजे राजधानी भोपाल के शिवाजी नगर स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे जहां पहले से मौजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव की मौजूदगी में सैकड़ों कांग्रेसजनों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।
स्वागत के बाद यादव अन्य पार्टी नेताओं के साथ सिंह को पदभार ग्रहण कराने विधानसभा भी लेकर गये।
पार्टी मुख्यालय के भूतल स्थित कार्यकर्ताओं से खचाखच भरे ‘राजीव गांधी’ सभागार में सर्वप्रथम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव ने समस्त कांग्रेसजनों की ओर से सिंह को पुष्पगुच्छ भेंटकर व मिष्ठान खिलाकर उनका अभिनंदन किया।
अपने सम्मान के प्रतयुत्तर में नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह ने अपने मनोनयन पर पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी और जनता की आवाज बुलंद करने का जो दायित्व उन्होंने विधानसभा के पवित्र में सदन में मुझे सौंपा हैं, उसे मैं एक बड़ी चुनौती के रूप में स्वीकार कर उस पर खरा उतरूंगा।