रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने दक्षिण एशियाई मेनोपॉस सोसायटी के चौथे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और इंडियन मेनोपॉस सोसायटी के 22 वें राष्ट्रीय अधिवेशन का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया. डॉ. सिंह ने तीन दिवसीय सम्मेलन की स्मारिका का विमोचन भी किया.
उन्होंने कहा कि यह बहुत अच्छा अवसर है, जब देश-विदेश के चिकित्सक महत्वपूर्ण विषय पर चिंतन करने राजधानी में एकत्रित हुए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि मेनोपॉस महिलाओं में 45-50 वर्ष के बाद होने वाले एक महत्वपूर्ण हॉर्मोनल परिवर्तन है. इसके कारण उन्हें शारीरिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है. छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के समझ यह समस्या और भी जटिल हो जाती है. सम्मेलन में इन समस्याओं का अवश्य ही सकारात्मक समाधान निकलेगा. डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य को बने 17 साल होने जा रहा है. प्रारंभ में हमारे सामने स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई चुनौतिया थी. परन्तु हमने इसका सामना करते हुए महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की है.
मुख्यमंत्री ने कहा-छत्तीसगढ़ में इस समय दस से अधिक मेडिकल कॉलेज हैं, वहीं बीजापुर जैसे जिलों के जिला अस्पताल में सफलतापूर्वक सर्जरी की जा रही है. मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत सभी वर्गो को स्मार्ट कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है. जिसके तहत अब 50 हजार रूपए तक ईलाज की सुविधा दी जाएगी. मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्य दर में भी सुधार हुआ है. इस अवसर पर कार्यक्रम की स्मारिका का भी विमोचन किया गया. कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री अजय चन्द्राकर, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रमशीला साहू और पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. आभा सिंह और देश-विदेश से आए डॉक्टर उपस्थित थे.