भोपाल,प्रदेश के भाजपा विधायकों का पचमढ़ी में दो दिन तक चला प्रशिक्षण कार्यक्रम बुधवार को खत्म हो गया. समापन अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने विधायकों से आग्रह किया कि वे समय का सदुपयोग करें क्योंकि समय कभी लौटता नहीं है.
उन्होंने विधायकों से कहा कि वह मई तक सभी विधायकों को उनका रिपोर्ट कार्ड अलग-अलग सौंप देंगे. उसके बाद उन्हें संभल जाना होगा. अपनी पाठशाला के दौरान उन्होंने वहां बैठे कुछ विधायकों का नाम लेते हुए कहा कि उन्हें पहले ही बता दिया था,लेकिन वे नहीं संभाल उसका नतीजा सभी देख ही रहे हैं.
प्रदेश में आनंदम की शुरुआत कर चुके शिवराज ने विधायकों को जीवन जीने के सही तरीके भी बताए और कहा कि उन्हें एक आदत बनानी चाहिए समय पर सो जाएं,समय पर उठ जाएं.योगासन व ध्यान करेंऔर हमेशा खुश रहें. उन्हांने कहा इससे समय का बेहतरीन इस्तेमाल कर सकेंगे.हर काम योजना बना कर करने की नसीहत भी दी.
साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रत्येक आयोजन के दौरान पर्यावरण की सुरक्षा के लिए कम से कम एक पेड़ लगाने का आव्हान किया. उन्होंने सभी विधायकों और प्रदेश पदाधिकारियों को 18 फरवरी को आयेाजित होने वाले मिल बांचे मध्यप्रदेश में सक्रिय भागीदारी निभाने को कहा.
8 मार्च को विश्व महिला दिवस पर हर एक गांव में ग्राम सभा के आयोजन की जानकारी भी मुख्यमंत्री ने विधायकों को दी. उन्होंने बताया कि 4 मार्च को महान संत रविदास की जयंती पर सागर में रविदास महाकुंभ का आयोजन किया जायेगा. 14 अप्रैल डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती से लेकर 31 मई तक ग्रामोदय अभियान चलेगा. 14 अप्रैल के दिन वे स्वयं इस अभियान को संबोधित करेंगे और उसे प्रत्येक ग्राम पंचायत पर सुना जायेगा. शिवराजसिंह चौहान ने बताया कि 1 मई को तिथि के अनुसार आदिगुरू शंकराचार्य की जंयती है. इसे हर जिला स्तर और ग्राम स्तर पर मनाने की योजना है. औंकारेश्वर में शंकराचार्य जी की अष्टधातु की प्रतिमा स्थापित की जाना चाहिए इसके लिए घर घर से धातु मांगी जायेगी. उन्होंने कहा कि भगवान राम ने भारत को उत्तर से दक्षिण तक जोड़ा और भगवान कृष्ण ने पूरब से पश्चिम तक, लेकिन आदिगुरू शंकराचार्य ने भारत को चारों दिशाओं से जोड़ा. वे 32 साल की उम्र में पदयात्रा करते हुए दक्षिण से चलकर औंकारेश्वर पहुंचे. जहां उन्होंने नर्मदा अष्टक की रचना की.समापन सत्र के मंच पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद नंदकुमारसिंह चौहान, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण जटिया और प्रदेश महामंत्री अजयप्रताप सिंह उपस्थित थे.