भोपाल, सूबे मेंं फैले आईएसआई नेटवर्क की परतें खुलना शुरु हो गई है. एटीएस ने आईएसआई के पकडाए जासूसों के सिमी कनेक्श्न की पड़ताल शुरु कर दी है. जिसमें उसे काफी हद तक सफलता भी मिल गई है. पता चला है कि भोपाल,जबलपुर गवालियर और सतना शहर ही इसकी चपेट में नहीं हैं बल्कि इसक ी जड़े इंदौर,रतलाम,खंडवा,बुरहानपुर और उज्जैन तक फैली हुई हैं.
सूत्रों ने कहा कि जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है. क्योंकि पूरे मामले के गडबडझाले में हवाला कारोबार का नाम भी आया है, इस लिए प्रवर्तननिदेशालय को भी जांच के लिए बुलाया जा सकता है. पहली नजर में यह साफ हो गया है कि जासूसी के नए तरीकों और समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज चलाने का विस्तार देश के कई दूसरे भागों तक है. इस मामले में अब तक तीन दर्जन से ज्यादा गिर$फ्तारियां की जा चुकी हैं. सभी जासूस समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज चलाकर संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई तक पहुंचा रहे थे. क्योंकि पकडाए जासूसों की सिमी के आतंकियों से संबंध की पड़ताल का दायरा बढ़ता जा रहा है. मालवा अंचल के इंदौर, खंडवा, बुरहानपुर, रतलाम व उज्जैन में पहले से ही सिमी की गतिविधियां संचालित होती रही हैं. अब यहां के हैंडलर्स कौन हैं,सारी पड़ताल इस पर जाकर टिक गई है. इस बीच एटीएस की टीम मालवांचल के दौरे पर है, सूत्रों ने कहा कि सर्च आपरेशन शुरु कर आईएसआई के जासूसों को ट़ेस कर लिया गया है. उधर,सतना के बलराम के बारे में पता चला है कि वह दसवीं पास है. वह नौकरी की तलाश में दुबई गया था. वह सतना जिले के जिस गांव से आता है,वहां के काफी सारे लेाग सेना में हैं.