भोपाल,देश भर के शिक्षा क्षेत्र को हिला देने वाले व्यापमं फर्जीवाड़े की पड़ताल संभवत: सीबीआई इस साल अप्रैल की समय सीमा में पूरी नहीं कर पाएगी.गए साल दिसंबर में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान सीबीआई को चार महीने में जांच पूरी करने को कहा था. जिसके बाद से सीबीआई इस मामले से जुड़ी जांच जल्द कैसे पूरी हो सके इस पर मंथन कर रही है. क्योंकि इसकी जद में कुछ बड़े रसूखदार लोगों के पेंच फंसे हुए थे,लिहाजा हर कदम फूंक-फूंक कर रखना पड़ा है. इसी लिए इसकी रिपोर्ट को समेटने में समय लग रहा है.
सूत्रों ने कहा कि शीर्ष अदालत के निर्देश के बाद सीबीआई अब विशेष रणनीति बना रही है. जिसमें मार्च अंत तक मैदानी जांच पूरा करने का टारगेट रखा गया है. इसके साथ ही रसूखदार लोगों से पूछताछ का मामला भी जुड़ा हुआ है, उसमें तेजी बगैर अप्रैल तक रिपोर्ट फाइनल करना संभव नहीं होगा. मैदानी जांच और उसके बाद पूछताछ से सामने आए दस्तावेजों की स्क्रूटनी भी करनी पड़ेगी इसमें समय लगना तय है. सूत्रों ने कहा कि अब खुद सीबीआई अधिकारी मान रहे हैं कि दी गई समय सीमा में जांच पूरी करना और रिपोर्ट दाखिल करना आसान नहीं होगा. गौरतलब है करीब दस मामले, हाईप्रोफाइल आरोपियों से जुड़े हुए हैं, जिनमें परिणाम तक पहुंचने में वक्त लग सकता है. जैसा कि पहले से ही साफ हे कि सीबीआई ने व्यापमं फर्जीवाड़े में करीब 70 एफआईआर दर्ज की हुई हैं.जिनमें से 50 से अधिक ममामले तो सिर्फ पीएमटी परीक्षा के फर्जीवाड़े से संबंधित हैंं.