भोपाल, शुक्रवार को भक्त रविदास की 640 वीं जयन्ती के अवसर पर गुरूद्वारा गुरू नानक टेकरी, ईदगाह में विशेष कीर्तन दीवान सजाया गया जिसमें हजूरी रागी भाई कुलविन्दर सिंघ जी, भाई यशपाल सिंघ जी गुरबाणी कीर्तन एवं हेड गं्रथी भाई गुरभेज सिंघ जी भक्त रविदास जी की जीवनी प्रकाश डालते हुये बताया कि श्री गुरू गं्रथ साहिब में भक्त रविदास जी के 40 शबद 16 रागों में अंकित है जैसे ऐसी लाल तुझ बिन कौन करे गरीब निवाज गुसईयां मेरा माथे छत्र धरै, नीचो ऊच करे मेरा गोबिन्द काहूं ते ना डरे ऐसा प्रभु जो नीचों से ऊंच करने एवं अमीर से गरीब, गरीब से अमीर करने की समर्थ रखता है ऐसे प्रभु की शुद्ध हृदय से बन्दगी सिमरन करने से जीवन सफल होता है। प्रभु का नाम ही तीर्थों का स्नान है, हे भाई उस प्रभु के नाम बिना सब अडम्बर है.