नई दिल्ली,उत्तरप्रदेश में पहले चरण का मतदान होने को है, इसी बीच जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी का मुसलमानों के लिए बसपा के पक्ष में काम करने का फतवा आ गया है. वह सपा पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे है.
उनका बसपा को समर्थन का ऐलान वोट पडने से दो रोज पहले आया है. पिछले विधानसभा चुनाव के समय इमाम बुखारी ने सपा को सहयोग किया था. इमाम बुखारी के दामाद उमर अली खान उप्र का चुनाव हारे तो जरूर लेकिन उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाया गया, लेकिन इमाम और सपा दोनों के संबंध बिगडते गए. इसकी वजह सपा में आजम खान का कद लगातार बढ़ते जाना रहा.
क्यों बिगडे संबंध
मुलायम ने मुसलमानों को 18 प्रतिशत आरक्षण का वादा किया पर वह नहीं मिला. हालांकि ये बात और है कि बुखारी 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए वोट डालने का फतवा जारी कर चुके हैं. गौरतलब है उप्र में 7 चरणों में वोट पडेंगे जिसका पहला चरण 11 फरवरी को है.