नई दिल्ली, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरूवार को कहा कि केंद्र ने देश की अर्थव्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय कुप्रभावों से बचाने सुरक्षा दीवार बनाई है जिससे भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढती अर्थव्यवस्था बना हुआ है. उन्होंने कहा कि एैसा वैश्विक आर्थिक मंदी और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्वि के बावजूद संभव हो सका है.
जेटली वर्ष 2017-18 के केंद्रीय बजट पर चर्चा का जवाब दे रहे थे.
लोकसभा में उन्होंने कहा, अभी वैश्विक आर्थिक मंदी का दौर है. स्वाभाविक है इससे किसी भी देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी. उन्होंने कहा कि जो महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है,उससे विकसित देशों में संरक्षणवाद का विचार संकअ पैदा कर रहा है. जिससे सुरक्षा की दीवार जरूरी था और पिछले ढाई वर्षों में हमारी सरकार ने इस दिशा में महत्वपूर्ण काम किया है. विपक्ष पर आक्रामक होते हुए उन्होंने कहा कियूपीए के समय नार्थ ब्लॉक के इशारे पर कर्ज दिए जाते थे,पर अब एैसा नहीं है.
नोटबंदी के संदर्भ में जेटली ने कहा कि भारत में 86 प्रतिशत मुद्रा उच्च श्रेणी के नोटों के रही है और इसलिए हम किसी दूसरे देश से इसकी तुलना नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि आरबीआइ को यह सही सही गिनती करने में समय लगेगा कि नोटबंदी के फैसले के बाद कितनी नकदी जमा हुई. यह आसान प्रक्रिया नहीं है और हड़बड़ी में गणना नहीं की जा सकती.