मुंबई,भाजपा का सबसे पुराना और विश्वसनीय साथी शिवसेना अब मुंबई महानगर परिषद का चुनाव अकेले अपने दम पर लड़ेगा. उसने भाजपा के साथ सीटों का तालमेल नहीं करने का निश्चय किया है. उसका मानना है कि भाजपा के साथ 25 सालों तक गठबंधन कर उसने व्यर्थ समय गंवाया है.
मुंबई का निकाय चुनाव उसे अकेले लडऩे का ऐलान तब करना पड़ा जबकि भाजपा उसके अधिकतम 60 तक सीटें देने के प्रस्ताव पर रजामंद नहीं इससे पिछले कई दिनों से चली आ रही बात टूट गई और उसे गुरुवार को अकेले चुनाव में जाने का ऐलान करना पड़ा.
हालांकि शिवसेना और भाजपा कागठबंधन है और वो राज्य की सरकार में हिस्सेदारी भी रखती है.लेकिन चुनाव बगैर तालमेल के होंगे.इधर, शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को गोरेगांव में भाजपा को इन चुनावों में देख लेने की भी धमकी दे ड़ाली है. वे शिसैनिकों को संबोधित कर रहे थे.
यहां ठाकरे ने कहा कि उनका दल सत्ता का लालची नहीं हैं. उन्होंने कटाक्ष किया कि उनके पास पार्टी में कई गुंडे हैं, लेकिन हमारे पास गुंडे नहीं, मावला यानि सैनिक हैं. उन्होंने कहा, उन्हें सभी सीटों पर अकेले ही जीत हासिल होगी,वे भाजपा की परवाह नहीं करते हैं.उन्होंने आगे भी अकेले दम पर चुनाव लडऩे की बात कही है.