भोपाल,कांग्रेस ने जनवेदना सम्मेलन में नोटबंदी और उसके बाद के हालात ही कांग्रेसियों के निशाने पर रहे. सम्मेलन में प्रदेश भर से आये प्रतिनिधियों ने भाग लिया. प्रभारी महामंत्री मोहनप्रकाश, सुरेश पचौरी,
कांतिलाल भूरिया, अरूण यादव, पूर्व भंवर जितेन्द्रसिंह, अरविंदरसिंह लवली, अजय सिंह व बाला बच्चन सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने भी शिरकत की. जहां नेताओं के संबोधन हुए वहीं आम लोगों के लिए एक व्हाट्सऐप नंबर जारी कर उस पर नोटबंदी के बाद के हालात पर वीडियो या फिर किसी असामान्य घटना शेयर करने को कहा गया है.
इधर,प्रकाश ने सम्मेलन में यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि एक झोलाछाप डॉक्टर सर्जरी कर रहा है और जानवरों का डॉक्टर उस सर्जरी का दिशा निर्देशक है. उन्होंने कहा कि भागवत और मोदी दोनों बतायें कि उनकी पार्टी के संचालन हेतु जो गुप्त धन उन्हें मिला है, वह काला था या सफेद?
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ वित्त मंत्री अरूण जेटली के विरोधाभासी बयानों पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अपने नोटबंदी के निर्णय को लेकर नकली करंसी एक मुख्य कारण बता रहे हैं, तब जेटली कहते हैं कि 50 दिन में बैंकों में जितनी राशि जमा हुई है उसमें नकली करंसी नहीं मिली। वहीं प्रधानमंत्री आतंकवाद को रोकने के लिए नोटबंदी के निर्णय को तरजीह दे रहे हैं, लेकिन आतंकवाद और बढ़ रहा है, सीमापार की चुनौतियां बड़ी है, नोटबंदी की असफलता के बाद उस गरीब देश में जहां 70 प्रतिशत से अधिक गांव है, 50 प्रतिशत से अधिक गांवों में बैंक की शाखाएं ही नहीं हैं, वहां ‘‘कैशलेश’’ का जाप जप रहे हैं. पचौरी ने पार्टी की एकजुटता पर बल देते हुए कहा कि अब हमें एकजुटता के साथ जनता के बीच जाना होगा.