नई दिल्ली, राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी अर्थव्यवस्ता चुनौती पूर्ण हालात से गुजर रही है ,लेकिन उसके बावजूद वह अच्छा प्रदर्शन कर रही है.उन्होंने कहा कि काले धन को बेकार करते हुए भ्रष्टाचार की लड़ाई में विमुद्रीकरण की वजह से कुछ समय के लिए आर्थिक गतिविधियों में, मंदी आ सकती है. लेकिन इससे अर्थव्यवस्था की पारदर्शिता बढ़ेगी.
उन्होंने डिजिटल पेमेंट की तारीफ करते हुए कहा कि इससे लेनदेन में भ्रष्टाचार रूकेगा. संसद में होने वाले हंगामे की निंदा करते हुए प्रणव ने कहा हमारे देश में कई सालो से विविध विचारो वाले लोग शांतिपूर्ण ढंग से रह रहे है. कभी किसी को किसी तरह की समस्या नहीं हुई.
राष्ट्रपति ने लोकतंत्र, चुनाव सुधार पर भी अपनी बात लोगों के सामने रखी. चुनावी सुधार का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, हमारे लोकतंत्र की मजबूती यह है कि 2014 के आम चुनाव में 66 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने मतदान किया. अब चुनावी सुधारों पर रचनात्मक परिचर्चा करने का भी समय आ गया है. राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श कर इस कार्य को आगे बढ़ाना चुनाव आयोग का दायित्व है. मुखर्जी ने संबोधन में गरीबों और गांवों की स्थिति सुधारने की भी बात करते हुए कहा,हमें गांव के लोगों के लिए ज्यादा सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए जिससे उनका जीवन अच्छा हो सके. हमें कृषि को बढ़ावा देना चाहिए.