कोलकाता, भारत ने अंग्रेजों के साथ खेली गई तीन मैचों की वन डे सीरीज 2 के मुकाबले एक से जीत ली है. रविवार को ईडन गार्डेंस स्टेडियम में खेले गए दिन रात के मुकाबले में इंग्लैंड के हाथों भारत की बेहद आसान सी दिख रही जीत हार में बदल गई.
इंग्लैंड से मिले 321 रनों का लक्ष्य भारत की वर्तमान फार्म को देखते हुए बड़ा नहीं लग रहा था. मगर उसका पीछा करते हुए भारत 50 ओवरों में नौ पर 316 रन ही बना सका. केदार जाधव मेन आफ द सीरीज रहे. उन्हें ही इस वन डे श्रंखला की खेज माना जा रहा है.जब मैच शुरु हुआ तब भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही. चोट की वजह से नहीं खेल रहे शिखर धवन की जगह पारी की शुरुआत अजिंक्य रहाणे ने की जो एक रन पर दूसरे ओवर में ही पवेलियन लौट गए. डेविड विली की गेंद पर रहाणे क्लीन बोल्ड हुए. दूसरे सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल (11) भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और 37 के स्कोर पर पवेलियन लौटे. उन्हें जैक बॉल ने विकेट के पीछे जोस बटलर के हाथों कैच कराया.
इसके बाद कप्तान विराट कोहली (55) ने युवराज सिंह (45) के साथ 65 रनों की साझेदारी कर टीम को कुछ मजबूत सहारा देने की कोशिश की. लेकिन दोनों रनों की गति उम्मीद के मुताबिक नहीं बढ़ा सके
भ्ज्ञारत के 100 के स्कोर पर कोहली बटलर के हाथों लपके गए.युवराज सिंह का साथ देने उतरे महेंद्र सिंह धौनी (45) कुल स्कोर में 31 रन ही जोड़ पाए थे कि युवराज सैम बिलिंग्स के हाथों लपक लिए गए. उनका विकेट लियाम प्लंकेट ने लिया.
इसके बाद धौनी और केदार जाधव (90) ने रनों की गति तेज करनी शुरू ही की थी कि गेंद ने धौनी के बल्ले का बाहरी किनारा ले लिया. ऊंची उठती गेंद पर धौनी ने तेज शॉट खेलने की कोशिश की लेकिन बटलर को कैच थमा बैठे. भारतीय टीम 173 के कुल योग पर पांच अहम विकेट गंवा चुकी थी और हार की ओर बढ़ती नजर आने लगी थी.
लेकिन यहां से जाधव और हार्दिक पांड्या (56) ने 7.51 के तेज औसत से 104 रन जोड़ते हुए फिर से भारतीय क्रिकेट प्रेमियों में जीत की आस जगा दी.
पांड्या ने 43 गेंदों में चार चौके और दो छक्के जड़े. तेज शॉट खेलने के प्रयास में पांड्या गेंद की लाइन समझ नहीं पाए और बेन स्टोक्स की गेंद ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं. रवींद्र जडेजा (10) का शॉट तो तेज लगाया था, लेकिन वह सीमारेखा पर खड़े बेयरस्टो को पार नहीं कर सके.
रविचंद्रन अश्विन (1) भी ऊंचा शॉट खेलने के प्रयास में स्टोक्स के हाथों कैच कर लिए गए. भारत को आखिरी के तीन ओवरों में 27 रनों की दरकार थी, लेकिन 48 वें ओवर में भारतीय टीम सिर्फ चार रन जोड़ सकी.
आखिरी ओवर में भारत को 16 रनों की दरकार थी और जाधव ने पहली गेंद पर छक्का और दूसरी गेंद पर चौका लगाकर लक्ष्य भारत की जद में ला दिया.