नई दिल्ली, सैन्य बलों को प्रधानमंत्री के संबोधन की परंपरा काफी पुरानी है. हालांकि अब तक इस प्रकार के कार्यक्रम दिल्ली में ही होते रहे पर इस बार ये देहरादून में होने जा रहा है.पिछली बार कोच्चि के आईएनएस विक्रमादित्य पर एैसी बैठक कर मोदी ने सबको चौंकाया था. उधर, पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी छुट्टी से लौट आए हैं,उनके भी कॉन्फ्रेंस में शिरकत करने की संभावना है. वे सेना में सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं और सेना प्रमुख की जिम्मेदारी नहीं मिलने से आहत बताए जा रहे हैं. अनुमान है कि वे इसी के चलते छुट्टी पर चले गए थे.
क्या करना चाह रहे
1 तीनों सेनाओं से सरकार को सिंगल पॉइंट सलाह मिले
2 चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद तो हो लेकिन वह विदेश की तर्ज पर नहीं
3 चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन का स्थाई पद हो
4 उक्त पद का दर्जा थल सेना, वायु सेना और नौसेना के अध्यक्षों के बराबर ही रहे