नई दिल्ली,अंतत: जल्लीकट्टू पर तलिनाडु के लोगों का विरोध रंग लाया और उन्हें इसे करने से अब रोका नहीं जाएगा. इधर,एआईडीएमके सांसदों ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से भेंट थंबीदुरै के नेतृत्व में भेंट की. उन्होंने जल्लीकट्टू प्रथा को जारी रखने के लिए अध्यादेश की अनुमति मांगी थी.
गौरतलब है केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने तमिलनाडु की सरकार को अध्यादेश की अनुमति दे दी है पर राष्ट्रपति की मंजूरी मिलनी है.राष्ट्रपति से मिलने के बाद थंबीदुरैई ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अध्यादेश को राष्ट्रपति मंजूरी देंगे. उन्होंने कहा जल्लीकट्टू का मामला संविधान की समवर्ती सूची में है. उधर,तमिलनाडु और आस-पास के राज्यों में पोंगल त्योहार के अवसर पर आयोजित किए जाने वाले बैंलों के पंरपरागत खेल जल्लीकट्टू का मुखर विरोध करने के कारण वन्य जीवों और पशुओं के कल्याण के लिए काम करने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था ‘पेटा’ के कर्मचारियों और अधिकारियों को गालियां और जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं.