जयपुर, राष्ट्रीय स्वयं सेवक के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने शुक्रवार को आरक्षण खत्म करने की वकालत की है. इसे आरक्षण पर चुनाव से पहले संघ का बड़ा बयान कहा जा रहा है.
वैद्य ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में उक्त विचार प्रकट किए हैं. उनका कहना था कि आरक्षण खत्म कर ऐसी व्यवस्था हो जिसमें सबको समान अवसर मिले.
उनका मानना था कि लंबे समय तक आरक्षण देश को अलगाववाद की तरफ धकेल देगा. उन्होंने कहा, किसी भी राष्ट्र में हमेशा के लिए आरक्षण की व्यवस्था होना अच्छा नहीं है. सबको समान अवसर और शिक्षा मिले….यह अलगाववाद बढ़ाने वाली बात होगी.
वैद्य ने हिंदुत्व में विविधता का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि हिंदुत्व विविधता की बात करता है और एक आदर्श हिंदू राष्ट्र में भारत की धार्मिक विविधता स्वीकार होगी. वैद्य ने संविधान में सेक्युलर शब्द के जिक्र पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि 1976 में चुपके से सेक्युलर शब्द को संविधान में लाया गया. उन्होंने सवाल किया, क्या किसी ने इसकी (सेक्युलर शब्द की) मांग की थी? इसे क्यों शामिल किया गया?