नई दिल्ली, केंद्र सरकार ने भारतीय पुलिस सेवा के दो अधिकारियों को उनके खराब प्रदर्शन के साथ अनुशासनहीनता पर सेवा से बर्खास्त करने का फरमान दिया है.
वर्षों बाद केंद्र ने यह कार्रवाई की है. इससे पहले जब केंद्र सरकार ने एैसी कार्रवाई की थी, तब महाराष्ट्र काडर के अफसर पर गाज गिरी थी.
केंद्र सरकार द्वारा बर्खास्त अफसरों के नाम राजकुमार देवांगन और मयंक शील चौहान हैं. राजकुमार 1992 बैच के छत्तीसगढ़ काडर के आईपीएस हैं और मयंक 1998 के यूनियन टेरिटॉरीज काडर के आईपीएस हैं. दोनों अधिकारियों को तीन महीने का वेतन देकर जबरन सेवा से हटा दिया गया है.
मयंक तब चर्चा में आए जब वह असम में सेवा के दौरान अचानक गायब हो गए थे. उनकी अपहरण की खबर आई लेकिन बाद में जानकारी कि वह खुद गायब हो गए थे. जबकि उनकी पत्नी गलत प्रमाण पत्र पर एयरलाइंस में नौकरी करने के आरोप में फंसी थी. प्रधानमंत्री कार्यालय ने दो अन्य अफसरों की बर्खास्तगी का भी आदेश दिया है. हालांकि इन दो अधिकारियों की बर्खास्तगी के संबंध में कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है. पीएम का आदेश जो काम के लायक नहीं, उन्हें बाहर निकालें सूत्रों ने बताया कि यह बड़ी कार्रवाई पीएम मोदी के सख्त निर्देश के बाद की गई है जिसमें उन्होंने सभी मंत्रालयों से कहा है कि जो अधिकारी सरकारी सेवा के नियमों का लाभ उठाकर काम से भाग रहे हें या सिस्टम पर बोझ बने हुए हैं उन्हें तत्काल बाहर करें. अगले कुछ दिनों में इस तरह की कई कार्रवाई होने की संभावना है.