नई दिल्ली, हाल में कांग्रेस ज्वाइन कर चुके पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने भाजपा नेताओं के साथ ही पंजाब के बादल परिवार पर तीखे प्रहार किए अपने को पैदायशी कांग्रेसी बताते हुए भाजपा को उसका नाम लिए बगैर कैकेयी जैसी मां करार और कांग्रेस को कौशल्या जैसी बताया.
अरुण जेटली पर इशारों-इशारों में तंज कसा और उनके लिए मंथरा शब्द का इस्तेमाल किया. हालांकि इस दौरान पीएम मोदी के खिलाफ सीधी टिप्पणी करने से सिद्धू बचते नजर आए.
पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली में सोमवार को सिद्धू औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल हुए. इस मौके पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धू ने अपने अंदाज में बीजेपी पर खूब चुटकियां लीं और कटाक्ष किए. कांग्रेस के दामन थामने के फैसले पर उन्होंने कहा, मैं पैदायशी कांग्रेसी हूं. मैं अपनी जड़ों में लौट आया हूं. मेरे पिता सरकार भगवंत सिंह सिद्धदू कांग्रेस में 40 साल रहे, एमएलए बने, एमएलसी बने. उन्हें सजा-ए-मौत दी गई थी. यह मेरी घरवापसी है. सिद्धू ने कहा की यह उनकी लड़ाई निजी नहीं है. उन्होंने कहा, यह पंजाब के अस्तित्व की लड़ाई है…पंजाब के गैरत की लड़ाई है…एक जरिया चाहिए था, एक माध्यम चाहिए था, वह मुझे मिल गया. मैं कांग्रेस में अलख जगाने के लिए आया हूं.
अपने चिर-परिचित अंदाज में खूब तंज कसे. उन्होंने कहा, कहां गया वह पंजाब जो ग्रीन रेवलूशन के लिए जाना जाता था. अन्नदाता को भिखारी बना दिया गया है, पंजाब की साख धूल में मिला दी है. उसके इंसाफ का समय आ गया है, जनता की आवाज में परमात्मा की आवाज है. भाग बादल बाबा भाग, कुर्सी खाली कर, पंजाब की जनता आती है…अभी तो पार्टी शुरू हुई है.
लालू-नीतीश साथ, तो हम क्यों नहीं?
यह पूछे जाने पर कि जिस कांग्रेस पर वह तीखे हमले करते थे, उसमें क्यों शामिल हुए, सिद्धू ने नीतीश और लालू का हवाला दिया. उन्होंने कहा, लोकतंत्र में मतभेद होते हैं, मनभेद नहीं…दो देशों के बीच रिश्ते सुधर सकते हैं…लालू-नीतीश साथ आ सकते हैं तो हम नहीं आ सकते क्या? बीजेपी में रहते हुए राहुल गांधी और मनमोहन सिंह पर की गई टिप्पणियों पर सफाई देते हुए सिद्धू ने कहा कि राजनीतिक भाषणों में ऐसा होता है, कोई निजी लड़ाई नहीं होती.