पटना, मकर संक्रांति के मौके पर शनिवार को पटना में हुई नाव दुर्घटना कापे प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा माना जा रहा है. गौरतलब है पतंग उत्सव में भाग लेकर लौट रही एक नाव गंगा नदी में डूब गई.
रविवार की सुबह चार और शवों के निकाले जाने से इस घटना में मृतकों की संख्या अब बढक़र 25 हो गई है और कई लोग लापता हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये देने का ऐलान कर दिया है. उधर, नाव संचालक के खिलाफ सोनपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई है. केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दोषियों को सजा देने की बात कही.
उन्होंने कहा, कार्यक्रम की तैयारियां और भी बेहतर होनी चाहिए. जांच से ही हादसे की कमियां उजागर होंगी और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सजा दी जाएगी. गंगा दियारा में हादसे की शिकार हुई नाव में 50 से ज्यादा लोग सवार थे. एनडीआरएफ की तीन टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई हैं. प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं, लेकिन आइए नजर डालते हैं उन प्रमुख तथ्यों पर जो इस हादसे की बड़ी वजह बने.