नई दिल्ली,देश में नोटबंदी के फैसले पर वित्त मंत्रालय की समिति को अपनी कैफियत देते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने इससे पल्ला झाड़ते हुए इसे केंद्र सरकार की सलाह पर उठाया गया कदम बताया है. उसका कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट बंद करने की सलाह दी गई थी.
जिसे देखते हुए केंद्रीय बैंक ने एक दिन बाद ही सरकार को नोट बंद करने की सिफारिश की.
पूर्व मंत्री एम. वीरप्पा मोइली की अध्यक्षता वाली वाली वित्त मंत्रालय की संसदीय समिति के सामने सात पेज का नोट आरबीआइ ने पेश करते हुए कहा कि सरकार ने सात नवंबर को नकली नोट, आतंकी फंडिंग और काले धन की समस्या खत्म करने को सलाह दी थी,