लखनऊ, सपा के टूटने की अटकलबाजियों के बीच अब तक दोनों खेमों के बीच तलवारें तनी हुई हैं. अगर बाप-बेटे के दल अलग-अलग चुनाव लड़ते हैं, तो मुलायम खेमा यूपी के कैबिनेट मंत्री आजम खान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर सकता है.
जल्द ही यह बड़ा ऐलान मुलायम सिंह यादव की ओर से किया जा सकता है. खास बात यह है कि अमर सिंह और शिवपाल यादव भी आजम के नाम पर सहमत हो गए हैं. बता दें कि आजम ही अखिलेश और मुलायम के बीच सुलह कराने की कोशिशें में जुटे हुए थे, पर वह सफल नहीं हो सके.
दरअसल, ऐसा माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के टूटने से मुस्लिम वोटों का बिखराव हो सकता है और उसी को रोकने के मकसद से मुलायम यह बड़ा दांव खेल सकते हैं. मुलायम खेमा मानता है कि इससे मुस्लिम वोट तो सधेंगे ही, साथ ही यह अखिलेश के लिए एक करारा जवाब भी होगा. पार्टी और शिवपाल यादव के एक करीबी नेता ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि चुनाव में मुसलमानों को अपने पाले में करने के लिए मुलायम सिंह यादव मुस्लिम चेहरे आजम खान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने पर विचार कर रहे हैं.
बेटे से विवाद नहीं
इधर,नई दिल्ली में सपा के चुनाव चिन्ह साइकल पर दावे के साथ मुलायम सिंह यादव ने सोमवार कोचुनाव आयोग से भेंट की और उसके बाद पत्रकारों से कहा कि उनका बेटे के साथ कोई विवाद नहीं है. जबकि सिंबल का मामला चुनाव आयोग में है. इस लिए इसका फैसला जल्द आना चाहिए. उधर,सपा से निष्कासित रामगोपाल यादव ने कहा कि साइकिल पर चुनाव आयोग को फैसला जल्द करना चाहिए.