नई दिल्ली, उप्र में मुलायम और अखिलेश शदव के बीच साईकिल के चुनाव चिन्ह को लेकर रस्साकशी कायम है. लगता है ये 9 के पहले हल नहीं हो पाएगा. उधर,समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर भी सस्पेंस है. मुलायम गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं, जबकि अखिलेश गठबंधन के सहारे 300 सीटें लाने का दावा कर चुके हैं.
ऐसे में गठबंधन होगा या नहीं, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि समाजवादी कुनबे में मचे घमासान का क्या नतीजा निकलता है. समाजवादी पार्टी में चल रहे इस अनिश्चितता के दौर की वजह से ही कांग्रेस ने यूपी बहुजन समाज पार्टी से भी गठबंधन के रास्ते खोल रखे हैं. सूत्रों के मुताबिक पिछले अनुभवों को देखते हुए कुछ कांग्रेस नेता एसपी के बजाय बीएसपी को तरजीह देने के पक्ष में हैं. बताया जा रहा है कि इस सिलसिले में बीएसपी सुप्रीमो मायावती राज्यसभा में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता से पहले ही मुलाकात कर चुकी हैं और निकट भविष्य में उनकी मुलाकात गांधी परिवार के एक सदस्य से हो सकती है. सूत्रों ने बताया कि मायावती से यूपी को लेकर हो रही इस बातचीत पर प्रियंका गांधी नजदीक से नजर रख रही हैं.
दरअसल, कांग्रेस को तो गठबंधन की जरूरत है ही, पर एसपी और बीएसपी भी यह समझ रहे हैं कि यूपी में रण में बीजेपी की मजबूत चुनौती का जवाब गठबंधन से दिया जा सकता है. बीएसपी और एसपी तो साथ आने से रहे, ऐसे में दोनों कांग्रेस से गठबंधन की संभावनाएं तलाश रहे है