भोपाल, 28 जनवरी को सीएम एवं मंत्रीगण, विधायक, पार्षद, अन्य जन-प्रतिनिधि, अधिकारी और पुलिस अधिकारी भी छात्र-छात्राओं को पढ़ायेंगे. यह अनूठी पहल प्रदेश के सभी एक लाख 21 हजार विद्यालय में एकसाथ की जाएगी. इसी तरह आगे भी पढ़ाने का कैलेण्डर तैयार किया जाएगा.
सीएम मंगलवार को अधिकारियों और मंत्रियों की बैठक में बोल रहे थे. चौहान ने कहा कि छात्र-छात्राओं को साइकिल, लैपटॉप एवं स्मार्ट फोन देने की कारगर व्यवस्था जारी रहेगी.
साथ ही अगले वर्ष से गणवेश एवं दो किलोमीटर दूर स्थित गाँवों के विद्यार्थियों को भी साईकिल देने पर विचार किया गया. उधर,मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की अध्यक्षता में आज संपन्न मंत्रि परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य में पूर्ण शक्ति केन्द्र योजना के क्रियान्वयन के लिए महिला-बाल विकास के अंतर्गत भोपाल जिले में ग्राम कन्वर्जेन्स फेसिलिटेशन सेन्टर का संचालन किया जायेगा. इस केंद्र के लिए 26 पद के सृजन की मंजूरी दी गई.
स्कूल शिक्षा विभाग के कार्यक्रम में अब बुके के स्थान पर बुक्स देने का निर्णय लिया गया है. इसकी जानकारी आज केबिनेट बैठक में दी गई
पूर्ण शक्ति केंद्र के पॉयलट प्रोजेक्ट को मंजूरी
भारत सरकार की सहायता से पूर्ण शक्ति केन्द्र योजना में 60 प्रतिशत केंद्रांश और 40 प्रतिशत राज्यांश के मान से वित्तीय प्रावधान रहेगा. पायलट प्रोजेक्ट को संचालित करने के लिए एक जिला समन्वयक और 20 ग्राम समन्वयक कार्य करेंगे। दस ग्राम का चयन पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग द्वारा निर्धारित ग्रामों के क्लस्टर के अनुसार किया जाएगा.
मंत्रि-परिषद द्वारा आज मध्यप्रदेश में प्लास्टिक उद्योगों की संभावनाओं के परिप्रेक्ष्य में क्लस्टर डेव्हलपमेंट एप्रोच के अंतर्गत ग्राम बिलौआ जिला-ग्वालियर में प्लास्टिक पार्क की स्थापना और ग्वालियर के डबरा क्षेत्र में विकसित किए जा रहे प्लास्टिक पार्क प्रोजेक्ट का नाम मध्यप्रदेश प्लास्टिक सिटी डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन ग्वालियर लिमिटेड रखे जाने का अनुमोदन किया गया.
लक्ष्य हासिल करने का रोड मेप बनेगा
चौहान ने कहा है कि विकास और जन-कल्याण के कार्यों में किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने विभिन्न विभागों की प्राथमिकताएँ और लक्ष्य तय करते हुए उनके क्रियान्वयन का रोड मेप तैयार करने के लिये कहा. मुख्यमंत्री मंत्रालय में मंत्रीगण और वरिष्ठ अधिकारियों की संयुक्त बैठक में बोल रहे थे.
चौहान ने कहा कि प्राथमिकताओं और निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिये अधिकारी कड़ी मेहनत और पूरी ईमानदारी के साथ गंभीरता से कार्य करें. जिन विभागों ने बजट का उपयोग नहीं किया है उनका बजट काट कर दूसरे विभाग को दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि वे शीघ्र ही विभागवार समीक्षा करेंगे.