भोपाल, मध्यप्रदेश में मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना में अच्छे नंबर लाकर पास होने वाले बच्चों को लैपटाप दिया जाना था. लेकिन अभी तक उन्हें लेपटॉप वितरित करने का काम नहीं किया जा सका है.
हालांकि लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा लेपटॉप वितरण से संबंधित निर्देश कई बार जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए गए हैं, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारियों की इसमें दिलचस्पी नहीं रही जिससे ये काम पिछड़ता जा रहा है.
प्रदेश के विभिन्न जिलों से आई शिकायतों को देखते संचालनालय आयुक्त नीरज दुबे ने जिला शिक्षा अधिकारियों को अब फिर नए सिरे से निर्देश दिए हैं कि वे स्थानीय निधि से छात्र-छात्राओं के खातें में 25 हजार रूपए की राशि अंतरित करें.
काबिलेगौर है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कक्षा 12वीं में 85 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को लेपटॉप या 25 हजार रूपए नगद दिए जाने की घोषणा की थी. शासकीय विद्यालयों सहित निजी स्कूलों के छात्रों को भी इस योजना में शामिल किया गया है. संचालनालय ने जिलों से इसकी जानकारी मंगाई थी तथा छात्रों के खाते में राशि भिजवाई गई, लेकिन सूची में नाम नहीं भेजने तथा बैंक खाता में त्रुटि होने से अभी भी पात्र छात्र प्रोत्साहन राशि के लिए परेशान हो रहे हैं.
संचालनालय आयुक्त नीरज दुबे ने समस्त जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द ही पात्र छात्रों को स्थानीय निधि से भुगतान करें. साथ ही जिला शिक्षा अधिकारियों को इस बात का प्रमाण पत्र भी देना होगा कि वर्ष 2014-2015 के समस्त पात्र छात्रों को मेधावी छात्र
क्या कहते हैं जिम्मेदार
जिला शिक्षा अधिकारियों को कहा गया है कि वे स्थानीय निधि के पैसों से पात्र छात्रों को प्रोत्साहन योजना की राशि का भुगतान करें. उनसे प्रमाणीकरण भी मांगा गया है. ताकि योजना के अमल में कोई हीलाहवाली न होने पाए.
नीरज दुबे
आयुक्त, लोक शिक्षण संचालनालय