चेन्नई,एआईएडीएमके जनरल बॉडी मीटिंग में गुरुवार को शशिकला नटराजन को जयललिता का औपचारिक उत्तराधिकारी चुन लिया गया. मीटिंग में शशिकला को पार्टी महासचिव चुना गया है यानी पार्टी की कमान अब उन्हीं के हाथ में होगी. माना जा रहा था कि मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम से उन्हें चुनौती मिल सकती है, पर ऐसा हुआ नहीं और सर्वसम्मति से उनके नेतृत्व में काम करने के प्रस्ताव पर मुहर लगी.
पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से जयललिता महासचिव का पद संभाल रही थीं. शशिकला पिछले तीन दशकों से जयललिता की सबसे भरोसेमंद सहयोगी रही हैं. बैठक में शशिकला को महासचिव चुन लिया गया है, पर माना जा रहा है कि अपने ज्योतिषी की सलाह पर शशिकला 2 या 3 जनवरी को पहली बार पार्टी मुख्यालय जाकर आधिकारिक तौर पर अपना कामकाज संभालेंगी.
बैठक में 14 प्रस्ताव पास किए गए. इनमें जयललिता के जन्मदिन को राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाए जाने का प्रस्ताव भी शामिल है. बैठक में यह भी तय हुआ कि केंद्र सरकार से जयललिता को भारत रत्न दिए जाने और संसद में उनकी कांस्य मूर्ति स्थापित करने की मांग की जाएगी.जनरल बॉडी मीटिंग में शशिकला मौजूद नहीं थीं. मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम मीटिंग में पास हुआ प्रस्ताव लेकर खुद शशिकला नटराजन को देने उनके आवास गए. शशिकला ने पनीरसेल्वम के हाथों से पार्टी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया.
बता दें कि बुधवार को मुख्यालय के बाहर पार्टी की बर्खास्त सांसद शशिकला पुष्पा के वकीलों की पिटाई कर दी गई थी. उनके 4 वकील पार्टी मुख्यालय में एक पत्र देने पहुंचे थे, तभी कार्यकर्ताओं ने उनकी पिटाई कर दी थी.