जयपुर , केन्द्र सरकार द्वारा की गयी नोटबंदी से देश को हुये नुकसान की भरपायी करवाने के लिये अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी आगामी जनवरी में देश भर में जन आंदोलन करेगी.
कांग्रेस के कम्युनिकेशन प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने आज यहां पत्रकारों को यह जाानकारी देते हुये कहा कि तीन चरणों में आयोजित इस जन आंदोलन की शुरूआत छह जनवरी से होगी . आंदोलन का प्रथम चरण में देश भर में जिला मुख्याललयों पर कार्यकर्ताओं द्वारा धरना प्रदर्शन किया जायेगा . इसके बाद नौ जनवरी को दूसरे चरण में महिला कांग्रेस एवं जिला कांग्रेस कमेटियों के सहयोग से प्रदर्शन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा आयोजित किये जाने वाले तीसरे चरण की रूपरेखा बाद में घोषित की जायेगी .
उन्होंने कहा कि इस जन आंदोलन को प्रभावी बनाने के लिये एक केंद्रीय समिति का गठन किया गया है. इसके अलावा प्रदेश में अन्य राज्यों के पदाधिकारियों के साथ एक समन्वय समिति का गठन किया गया है जो राज्यों में इस आंदोलन को प्रभावी बनाने के लियेे कार्यक्रम तय करेगी .
कांग्रेस द्वारा चलाये जाने वाले राष्ट्रव्यापी जन आंदोलन में गैर भाजपायी विपक्षी दलों को साथ लेने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रांतीय स्तर पर अलग अलग राजनैतिक संगठनों के वैचारिक और सेैद्धांतिक मतभेद के बावजूद नोटबंदी के मुद्दे पर कांग्रेस के नेतृत्व में 18 दलों ने सहयोग किया था . उन्होंने कहा कि गैर भाजपायी दलों और कांग्रेस के बीच भले ही सैद्धांतिक और वैचारिक मतभेद है और प्रदेशों में राजनैतिक गतिरोध एवं रास्ता अलग अलग होने के बावजूद दोनों की मंजिल एक ही है.
सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी द्वारा आयोजित किये जाने वाले इस जन आंदोलन में पांच प्रमुख मांग की गयी है. इसमें जनता द्वारा बैंकों में जमा पैसे को निकालने की इजाजत देने , पैसा निकालने पर लगे प्रतिबंध को हटाने , प्रतिबंध के कारण बैंकों में जमा पैसे पर 18 प्रतिशत की दर पर ब्याज देने , नोट बंदी के कारण किसानों की फसल को हुये नुकसान को देखते हुये उसकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य के 20 प्रतिशत अधिक बोनस देने और मनरेगा मजदूरों के साथ ही बेरोजगार हुये लोगों को प्रतिदिन की दिहाडी के बराबर बेरोजगारी भत्ता आगामी मार्च तक देने की मांग की गयी है. इसके अलावा प्रभावित छोटे उद्योगों को राहत देने और गरीबी रेखा से नीचे जीवन व्यापन करने वाली महिलाओं को 25 हजार रूपये का भुगतान करने की मांग की गयी है.