लखनऊ. गुरुवार को दिन भर की खींचतान के बाद देर शाम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बगावती सुर बढ़ाते हुए 235 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी. उन्होंने पार्टी से हटकर अपनी लिस्ट में 64 नए उम्मीदवारों के नाम को शामिल किया है.
अखिलेश के 235 उम्मीदवारों की लिस्ट में 171 मौजूदा विधायकों के नाम हैं, यानी 171 पुराने विधायकों को टिकट दिया जाएगा. इस प्रकार कुल 403 विधानसभा सीटों के लिए अखिलेश ने 235 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. सीएम अखिलेश के मुताबिक बाकी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का भी जल्द ऐलान कर दिया जाएगा. अखिलेश की लिस्ट के जवाब में शिवपाल यादव भी बाकी 78 में से अधकितर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान जल्द कर देंगे. गौरतलब है. मुलायम सिंह यादव 325 उम्मीदवारों की सूची बुधवार को जारी कर चुके हैं.
बहरहाल, मुख्यमंत्री की ओर से जारी की गई लिस्ट में कई बदलाव किए गए हैं. अखिलेश की इस लिस्ट में अमनमणि त्रिपाठी, नारद राय, ओमप्रकाश सिंह और अतीक अहमद का नाम नहीं है. सीएम ने अयोध्या से पवन पांडे, रामनगर से अरविंद सिंह गोप, बीकापुर से आनंद सेन, सरधना से अतुल प्रधान, लोनी से राशिद मलिक, रायबरेली सदर से आर पी यादव, चित्रकूट से निर्भय सिंह पटेल को टिकट दिया है.
सीएम ने महराजगंज के नौतनवा से अमनमणि का टिकट काटकर कौशलेन्द्र सिंह मुन्ना को टिकट दिया है. मुलायम सिंह यादव और शिवपाल सिंह की ओर से जारी लिस्ट में पवन पांडे और अरविंद सिंह गोप के भी नाम नहीं थे. शिवपाल की ओर से जारी लिस्ट में मेरठ के सरधना से पिंटू राणा को टिकट दिया गया था. सीएम ने जौनपुर से संगीता यादव का टिकट काटकर ओमप्रकाश को टिकट दिया है.
इसके पहले वफादारों से मुलाकात के बाद मुलायम से मिले थे अखिलेश और उम्मीदवारों के चयन पर जताई नाराजगी जताई थी
मुलाकात में उन्होंने उम्मीदवारों के चयन पर अपनी नाराजगी जताई. दरअसल अखिलेश को जिन पर ऐतराज था उन्हें भी टिकट दिए गए तो उनके कई करीबियों के पत्ते भी साफ हो गए. गुरुवार को सुबह से ही अखिलेश, मुलायम और शिवपाल के घरों के आगे नेताओं और कार्यकर्ताओं की भीड़ उमडऩी शुरू हो गई.
अखिलेश यादव ने गुरुवार को अपने वफादार मंत्रियों और विधायकों से मुलाकात की. इस मुलाकात में सीएम के विश्वासपात्रों ने न केवल अमर सिंह और बेनी प्रसाद वर्मा पर जमकर भड़ास निकाली, बल्कि अखिलेश को उनका बल भी याद दिलाया. समर्थकों ने अखिलेश को साफ मेसेज दिया कि वे उनके साथ हैं और अब बड़ा कदम उठाने का वक्त आ चुका है.सूत्रों के मुताबिक, टिकट न पाने वाले मंत्री और अखिलेश के करीबी अरविंद सिंह गोप ने मीटिंग में अमर सिंह को निशाने पर लिया. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उनका टिकट अमर सिंह ने कटवाया है और बेनी प्रसाद वर्मा ने अपने बेटे को टिकट दिलाने के लिए शिवपाल यादव के साथ मिलकर साजिश रची है.
अखिलेश ने दिया दिलासा
सोर्सेज के मुताबिक गोप ने कहा, मैंने पिछले चुनाव में बेनी प्रसाद और उनके समर्थकों को बाराबंकी की सभी सीट्स पर पराजित किया. नेता जी ने पिछले चुनाव में मुझसे कहा था कि बाराबंकी की सभी सीट जीतकर लाओ, मुझे बेनी को ठीक करना है. मैंने नेता जी के आशीर्वाद से एसपी को सभी सीटें दिलवाईं और नेता जी ने इन लोगों के कारण मेरा ही टिकट काट दिया. अब मैं बाराबंकी में कौन सा मुंह लेकर जाऊंगा. भावुक गोप को अखिलेश ने दिलासा दिया और कहा कि वे उन लोगों के साथ हैं.
कार्यकर्ताओं ने कहा-हम आपके साथ
अखिलेश के साथ मीटिंग में उनके समर्थक मंत्रियों, विधायकों और नेताओं ने एक स्वर में कहा, अखिलेश जी! जनता, पार्टी , कार्यकर्ता, समर्थक सब आपके साथ हैं. ऐसे में आप निर्णय लीजिए. पार्टी से बर्खास्त और अखिलेश के कट्टर समर्थक उदयवीर ने तो रामायण की चौपाई से अखिलेश का मनोबल बढ़ाया. उन्होंने कहा- का चुप साधि रहा बलवाना.
विधायक ने कहा- आप ही समाजवादी पार्टी
टिकट न पाने से आहत एक अन्य विधायक राम गोविन्द चौधरी ने ष्टरू से मीटिंग में बोला, मुलायम सिंह की मांग पर मुझे चन्द्रशेखर जी ने सजपा छोडक़र सपा में जाने को कहा था. आज तक मैंने ना मुलायम सिंह से कभी टिकट माँगा और ना मंत्रालय की डिमांड की, उन्होंने कल मेरे जैसे व्यक्ति का टिकट काट दिया.