महिलाओं का पन्ना 1 |
सर्दियों में इस प्रकार करें बालों की देखभाल
सर्दियों में रोजाना बाल धोना संभव नहीं लेकिन इससे स्कैल्प की नमी खो जाती है। ऐसे में नियमित तौर पर बालों की तेल से मालिश करें। इससे बालों को नमी बनी रहती है और वह खराब नहीं होते। सर्दियों में नारियल, ब्राह्मी, बादाम और तिल के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। बालों की देखभाल के लिए विटामिन डी युक्त चीजें खाएं। पोषण और विटामिन डी देने के लिए सर्दियों में बालों को धूप में सुखाएं। माइल्ड शैंपू और कंडीशनर का इस्तेमाल करें।
सर्दियों में बालों को पोषण देने के लिए खान-पान का भी खास ख्याल रखें। इससे बाल स्वस्थ, मजबूत व लंबे होंगे।इस मौसम में डैंड्रफ की समस्या आम देखने को मिलती है। इससे निपटने के लिए एंटी-डैंड्रफ शैंपू का इस्तेमाल करें।
गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें
सर्दियों की शुरूआत में हल्के गुनगुने पानी से बाल धोने पर स्कैल्प के डैंड्रफ से बंद हुए पोर्स खुल जाते हैं। खुले पोर्स की वजह से बालों को ऑयलिंग का पूरा फायदा मिल पाता है, जिससे वो मजबूत और लंबे होते हैं। साथ ही हल्के गुनगुने पानी का इस्तेमाल सिर से गंदगी को भी अच्छी तरह निकाल देता है।
जहां गुनगुना पानी बालों के लिए सही है। वहीं, दूसरी तरफ तेज गर्म पानी नुकसानदेह है। यह बालों को ड्राई और फ्रिजी बनाता है। दरअसल, ज्यादा गर्म पानी का इस्तेमाल करने से सिर का प्राकृतिक तेल और मॉइश्चराइजर खत्म हो जाता है, जिससे बाल रूखे और बेजान हो जाते हैं।
वहीं अगर आपने बालों को कलर करवाया है तो ज्यादा गर्म पानी से बाल न धोएं क्योंकि इससे बालों का कलर समय से पहले ही निकल सकता है। सिर्फ गर्मियों में ही नहीं बल्कि सर्दियों में भी ताजे पानी से बाल धोने से वह मुलायम रहते हैं। अगर आप कंडीशनर करते हैं तो बेहतर होगा कि बालों को ठंडे पानी से ही धोएं। इससे कंडीशनर का असर ज्यादा समय तक बना रहता है।
ताजे पानी का करें इस्तेमाल
ताजे पानी बालों के प्राकृतिक ऑयल को अलग नहीं होने देता और इससे स्कैल्प हाइड्रेट भी रहती है। ऐसे में मौसम चाहे कोई भी हो कोशिश करें कि आप बाल ठंडे पानी से ही धोएं।
ताजे पानी से पोर्स भी बंद रहते हैं, जिससे बाहर की गंदगी और एक्सेस ऑयल स्कैल्प के अंदर नहीं जाता। खुल पोर्स की वजह से स्कैल्प के अंदर गंदगी जाने का ज्यादा खतरा रहता है।
सिर की त्वचा जब ताजे पानी के संपर्क में आती है तो इसमें रक्त-प्रवाह तेज होता है। खून बालों की जड़ों तक बेहतर तरीके से पोषण पहुंचाता है और उन्हें चमकदार और घना बनाता है।
दिवाली में इस प्रकार निखारें खूबसूरती
दिवाली के त्योहार पर सभी महिलाएं खूबसूरत दिखना चाहती हैं पर त्योहार पर सजने-संवरने और खूबसूरत दिखने की होड़ में अक्सर कुछ ऐसी गलतियां कर बैठती हैं जिससे हमारी सारी तैयारी फीकी पड़ जाती है।
अगर इस अवसर पर आप भी सबसे अलग दिखना चाहती हैं तो इन बातों का ध्यान रखें।
लेटेस्ट ट्रेंड को अपनायें
मेकअप करते समय उसके लेटेस्ट ट्रेंड को जरूर जानें। कई बार आप पुराने तरीके से मेकअप करके महफिल में अलग ही नजर आती हैं, इसलिए मेकअप हमेशा ट्रेंड के हिसाब से ही करें और जरुरत से ज्यादा भारी मेकअप भी न करें।
आंखों का मेकअप
आंखों को बिल्कुल लाइट रखने के लिए ब्रॉन्ज, सिल्वरिश गोल्ड, कॉपर या लाइट ब्राउन कलर के आइशैडो लगाएं। आंखों के कोनों पर डार्क ब्राउन कलर का आइशैडो लगाएं।
नाइट पार्टी के मेकअप में एक लाइन स्पार्कल की आइब्रोज के नीचे लगाकर हाइलाइट कर सकती हैं। आइलाइनर ब्लैक या ब्राउन कलर का सेलेक्ट कर सकती हैं और पलकों को घनी व खूबसूरत बनाने के लिए आइलैशज को आइलैश कर्लर से कर्ल करके लांग-लैश या मैजिक मस्कारा लगाएं। कंप्लीट लुक के लिए काजल जरूर लगाएं।
त्वचा के मुताबिक करें मेकअप
यदि आपकी त्वचा ड्राइ है तो फेस क्लीनिंग के लिए हमेशा क्लींजिंग मिल्क का प्रयोग करें। साथ ही मेकअप के लिए क्रीमी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कर सकतें हैं जबकि ऑयली सिकन वालों को फेस क्लीन करने के लिए एसिट्रंजेंट का प्रयोग करना चाहिए और मेकअप के लिए वाटर बेसड प्रोडक्ट इस्तेमाल करें।
आइशैडो को पाउडर फार्म में ही लगाना चाहिए। ड्राइ त्वचा पर क्रीमी ब्लशर और ऑयली पर पाउडर वाला ब्लशर इस्तेमाल कर सकते हैं। मैट लिपसिटक की बजाय यदि क्रीमी लिपस्टिक का प्रयोग करेंगे तो बेहतर होगा।
इस प्रकार बनी रहेगी रिश्तों में मिठास
आम तौर पर पत्नी-पति के बीच भले ही कितना भी प्यार हो पर कुछ बातों को लेकर लड़ाई-झगड़ा भी होता है। अगर ऐसा ही आपके साथ भी है तो समझदारी से काम कर अपने विवाहित जीवन को सुखी बनाये रखें। कुछ लोगों के पार्टनर काफी जिद्दी होते है। बात-बात पर जिद्द करने लगते है। अगर आपका पार्टनर भी जिद्दी है तो उसके साथ गुस्से से नहीं बल्कि प्यार और समझदारी से काम करें। अगर आप प्यार से पेश आयेंगी तो अपने जिद्दी पार्टनर को आसानी से अपने बस में कर सकती हैं।
पार्टनर को हमेशा प्यार के साथ डील करें क्योंकि प्यार अच्छे-अच्छों को सुधार देता है। जब भी कोई बात हो तो गुस्सा छोड़कर पार्टनर को प्यार से बैठाकर उससे बात करें।
एक दूसरे के साथ समय बिताएं
पार्टनर के साथ किसी बात की जिद्द करने के बजाएं , उनसे अपने लिए थोड़ा समय मांगे। जिस विषय को लेकर पार्टनर जिद्द कर रहा है उसके बारे में बाद में डील करें। किसी न किसी बहाने के साथ बात को टालने की कोशिश करें।
धैर्य रखें
जिद्दी लोगों की खासियत होती है कि वह खास समय में तो काफी जिद्द करने लगते है लेकिन धीरे-धीरे अपने आप काबू पा लेते है। ऐसे में धैर्य से काम लें, ताकि पार्टनर अपनी जिद्द को भूल जाए।
दिल में न रखें बात
जब पार्टनर जिद्द करने के दौरान कोई गलत बात बोल दे तो उसी समय बता दें। कोई भी बात को अपने मन में न ऱखें क्योंकि बातें साझा करने से समस्याएं जल्दी सुलझ जाती है।
डॉमिनेटिंग हो जाएं
कभी खुद हावी हो जाएं। यानी पति के टिप्स उन्हीं पर आजमाएं। वह जिस बात को लेकर जिद्द करने लगे तो आप भी उसी बात को लेकर जिद्द करने लग जाएं। इससे पति को अपनी गिलती का एहसास होगा।
बात करना बंद न करें
पार्टनर की जिद्द को लेकर उनसे बात करना बंद न करें क्यों आपका अहम रिश्ते में हमेशा के लिए दरार पैदा कर सकता है।
मुंहासों से बचने संतुलित व स्वास्थ्यपरक आहार लें
मुंहासे होना आम समस्या है और इससे छुटकारा पाने के लिए अधिकांश युवतियां टूथपेस्ट, नींबू आदि लगाती है, जो त्वचा को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मुंहासा प्रभावित हिस्से को छूना भी नहीं चाहिए।
कई बार आंतरिक असंतुलन खासकर हार्मोन की वजह से मुंहासे निकलते हैं। आंतरिक समस्या से मुंहासे होने पर रक्त की जांच व अल्ट्रासाउंड से पता चल जाता है। मुंहासों से बचने के लिए संतुलित व स्वास्थ्यपरक आहार जैसे फलों, सब्जियों का सेवन करें।
कई लोगों का मानना होता है कि मुंहासे त्वचा के अधिक तैलीय होने के कारण निकलते हैं और वे कठोर साबुन या स्क्रब का इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं। सच्चाई यह है कि ज्यादा ड्राई स्किन मुंहासों को और बढ़ावा दे सकते हैं।
स्क्रब से मुंहासों में सूजन व लालिमापन आने की संभावन बढ़ जाती है और चेहरे में जलन महसूस हो सकती है।
मुंहासों के उपचार में तीन से लेकर छह महीने तक का समय लग सकता है। नींबू, टूथपेस्ट या लहसुन का इस्तेमाल करते हैं, जो मुंहासों वाली त्वचा को और नुकसान पहुंचा सकते हैं।
चेहरे को रोजाना दो-तीन बार धोएं, अगर त्वचा में पर्याप्त मात्रा में मॉइश्चराइजर है तो फिर यह अपना ऑयल बाहर नहीं निकालता है, ऐसे में मुंहासे होने की संभावना नहीं होती है।
अपनी त्वचा को नियमित रूप से मॉइश्चराइज करें, जिससे त्वचा में नमी बनी रहे, अगर बारिश हो रही हो तो नॉन-वाटर बेस्ड मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें, जिससे भीगने पर भी मॉइश्चराइजर त्वचा से पूरी तरह से नहीं निकले।
बैक्टीरिया को दूर रखने के लिए चेहरे पर कुछ क्रीम आदि लगाते समय अपने हाथ जरूर धो लें। प्रभावित हिस्से को लगातार छूने से बैक्टीरिया के फैलने की संभावना होती है, जिससे और मुंहासे निकल सकते हैं।टी (चाय) ट्री तेल जीवाणु रोधी और एंटी फंगल होता है और यह तैलीय त्वचा के लिए उपयुक्त होता है। मुंहासों से बचने के लिए इस तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है।
प्राकृतिक सुंदरता पाने अंदर की सुंदरता को पहचानें
नारी की असली सुंदरता बाहर नहीं बल्कि उसके अंदर छुपी है। अपनी बाहरी सुंदरता को लेकर महिलाएं अक्सर बहुत ज्यादा उत्साहित रहती हैं। इसमें लगातार निखार लाने के लिए कई महिलाएं बहुत ज्यादा मेहनत करती हैं पर अगर प्राकृतिक सुंदरता को पाना चाहती हैं तो अपने अंदर की असली सुंदरता को पहचानें। अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में सभी चीजों के बीच हेल्दी बेलंस कायम करने का सफल प्रयास करें। इससे न केवल आप खुश रहेंगे बल्कि आप स्वस्थ भी महसूस करेंगी। इससे आपके अंदर की असली सुदरता अपने आप खुद बाहर आ जाएगी और आप पहले से कहीं ज्यादा सुंदर दिखाई देंगी। इसके लिए आप कुछ महत्वपूर्ण बातों पर ध्यान दें।
अपने को पसंद करें
जहां बात आती है अपने सुंदर दिखने की तो हम अक्सर दूसरे लोगों से अपनी तुलना करने लग जाते हैं। जबकि यह सत्य नहीं है। अपनी सुंदरता को लेकर दूसरों से अपेक्षा पर निर्भर रहने की बजाय स्वयं उस आंतरिक सुंदरता का दिदार करें। आपकी सुंदरता को निहारने का सबसे पहला अधिकार आपका ही है। इसलिए अपने अंदर की सुंदरता को पहचानें और उससे प्यार करें। आपका खुद के साथ संतुष्ट होना बहुत आवश्यक है क्योंकि इससे आप स्वयं की बहुत ज्यादा केयर करना शुरू कर देंगी।
इसके अलावा खुद को पसंद करना एक महिला के लिए इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इसके माध्यम से वह अपने अंदर छुपी एक ऐसी नारी की पहचान कर लेती है जो पुरूषों को आकर्षित करने का प्रयास नहीं करती, बल्कि असली वास्तविकता से जुडी़ है। यह बिल्कुल मायने नहीं रखता कि कोई पुरूष आपको पसंद करे या न करें। खुद के अंदर असली रूप में मौजूद सुंदरता से प्यार करें क्योंकि इससे होने वाली अंदरूनी खुशी के कारण बाहरी सुंदरता भी अपने आप खिल उठती है।
जिस नारी के अंदर नारीत्व गुण बना हुआ है, वह आज भी बहुत ज्यादा सुंदर दिखाई देती है। क्योंकि नारीत्व गुण खत्म नहीं हुआ है, यह आज भी मौजूद है। माना कि इसमें त्याग है, सहनशीलता है लेकिन यह बहुत ज्यादा मजबूत है।
फेशियल कराने के बाद न करें ये काम
खूबसूरती निखारने के लिए महिलाएं आमतौर पर फेशियल कराती हैं लेकिन क्या आप जानती हैं फेशियल कराने के बाद आपको बहुत सारी बातों का खास ख्याल रखना होता है। अगर नहीं जानतीं तो जान लें क्योंकि आपकी छोटी सी गलती आपके निखार को बेकार कर सकती है। आइए जानते हैं फेशियल के बाद क्या न करें।
मेकअप
फेशियल करवाने के तुरंत बाद मेकअप नहीं करना चाहिए। दरअसल फेशियल करवाने के बाद त्वचा के रोम छिद्र खुल जाते हैं और ऐसे में अगर आप फेशियल के बाद मेकअप करते हैं तो इसमें मौजूद कैमिकल स्किन में चले जाते हैं। इससे आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है, इसलिए फेशियल करवाने के बाद कम से कम 72 घंटे तक मेकअप से दूर रहें।
मुंह ना धोएं
फेशियल करवाने के 4 घंटे तक फेसवॉश नहीं करना चाहिए। अपनी त्वचा को फेशियल में इस्तेमाल किए गए प्रोडक्ट्स के फायदों को सोखने दीजिए। अगर चेहरा रूखा लग रहा हो तो फेस पर मिस्ट का इस्तेमाल करें और यदि चेहरा ऑयली हो रहा हो तो चेहरे पर ठंडे पानी के छींटे मार लें।
थ्रेडिंग
अगर आप कभी पार्लर जाती हैं और आपको फेशियल और थ्रेडिंग दोनों करवाने हैं तो कभी भी फेशियल पहले कराने की गलती न करें।
चेहरे पर वैक्सिंग न करवाएं
कभी भी फेशियल करवाने के तरुंत बाद चेहरे पर अपर लिप्स करवाने के लिए वैक्सिंग न करवाएं। बता दें फेशियल के बाद चेहरे की सबसे ऊपरी त्वचा बहुत मुलायम और संवेदनशील हो जाती है और वैक्स करने से उस पर बुरा असर पड़ सकता है।
स्क्रब ना करें
अगर आपने फेशियल करवाया है तो चेहरे पर स्क्रबर का इस्तेमाल करने से बचे। याद रखें कि फेशियल करवाने के तीन दिन तक सक्रब का इस्तेमाल करने से बचें।
त्वचा में निखार के लिए अपनायें घरेलू तरीके
सभी महिलाएं खूबसूरत त्वचा चाहती हैं और इसके लिए बाजार से कई क्रीम आदि खरीदती हैं पर इसकी जगह आप रसोई में मौजूद सामन का भी इस्तेमाल कर सकती है। इससे आपकी त्वचा भी बेहत होगी और आप रसायनिक क्रीम से होने वाले नुकसान से भी बची रहती हैं।
ये प्राकृतिक क्लींजर , आपकी त्चचा को नरम और चमकदार बनाने में मदद करते हैं। आप इन्हें घरेलू नुस्खे या होम रेमेडी भी कह सकते हैं।
दही
ऑयली से लेकर कॉम्बिनेशन स्किन के लिए दही बेस्ट ऑप्शन है। दो छोटे चम्मच दही से डेली दिन के आखिर में मसाज करें और पानी से धो लें। यह आपकी स्किन को साफ रखेगा। साथ ही, खराब होने से भी बचाएगा।
टमाटर
जब बात स्किन केयर के लिए नैचुरल सामग्री की होती है, तो ऐसे में टमाटर का नैचुरल क्लींजर पंसदीदा सामग्री है।आधे टमाटर को स्किन पर रब करने से अच्छा और आसान कुछ नहीं हो सकता। यह सिर्फ न आपकी स्किन साफ करेगा बल्कि आपके रोम छिद्र को खोलने, स्किन को लचीला बनाने और टाइट करने में मदद करेगा।
मुल्तानी मिट्टी
अगर आपकी त्वचा ऑयली है, तो आप मुल्तानी मिट्टी से बने पेस्ट को आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं, जो कि नैचुरल क्ले है, जो काफी लंबे समय से त्वचा को साफ करने और शुद्ध करने में उपयोगी की जाती रही है। स्किन केयर के लिए आयुर्वेद भी इसके फायदों पर ज़ोर देता है।
छोटे चम्मच क्ले लें और एक उसमें कपूर पाउडर मिलाएं। पानी से मिलाएं। गीली त्वचा पर मसाज़ करें और यह नैचुरल क्लींजर धो लें।
पपीता
अगर आपकी कॉम्बिनेशन स्किन है, तो ओटमील और थोड़े दूध में मैश किया पपीता मिलाकर त्वचा पर रब करें। चेहरे और गर्दन पर लगाने के बाद अच्छे से धो लें। यह सिर्फ आपकी स्किन को साफ नहीं करेगा (पपीते में पॉवरफुल क्लिंसिग अंजाइम होते हैं) बल्कि टैन मिटाने, दाग-धब्बे दूर करने में भी सहायक है।
स्ट्रॉबेरी
ऑयली से कॉम्बिनेशन स्किन के लिए मैश की हुई स्ट्रॉबेरी मेरा पसंदीदा ऑप्शन है। मेरे मन में इसके लिए एक सॉफ्ट कॉर्नर है, सिर्फ इसलिए नहीं कि यह खाने में काफी स्वादिष्ट होती है. स्ट्रॉबेरी में नैचुरल एंजाइम होते हैं, जो कि स्किन के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।
तीन से चार स्ट्रॉबेरी को मैश करें और अपनी स्किन पर रब करें और पांच मिनट के लिए लगा रहने दें। इसके बाद चेहरे को धो दें। यह सिर्फ स्किन को ही सॉफ्ट नहीं करेगा बल्कि त्वचा को ब्राइट बना कर बाहर से विटामिन सी प्रदान करेगा।
नींबू और संतरे का छिलका
अगर आपकी त्वचा ड्राई है और आप अपने कोम छिद्र को साफ कर, उसपर से मिट्टी हटाना चाहते हैं, तो यह मिश्रण आपके लिए बेस्ट साबित हो सकता है। 10 छोटे चम्मच बादाम का तेल, दस छोटे चम्मच जैतून का तेल और नींबू का रस लें और एक बोतल में स्टोर कर लें।
इसे इस्तेमाल करने के लिए, एक छोटा चम्मच एक बार में लें और ऑरेंज पील डालें। त्वचा पर आराम से रब करें। आंखों के पास के एरिया में भी रब करें। ऐसा करने से मिट्टी हटेगी और धीरे-धीरे डेड स्किन ऊपर जाएगी।
बेसन
प्राचीन समय से बेसन हर तरह की स्किन को साफ करने के लिए अच्छा ऑप्शन माना जाता रहा है। इसे दही के साथ मिलाकर स्किन पर मसाज़ करें। यह ऑयली और कॉम्बिनेशन स्किन के लिए अच्छा होता है और अगर आप इसे दूध के साथ मिक्स करके मसाज करते हैं, तो यह सूखी त्वचा को साफ करने में मदद करता है।
इनमें से आप जो भी पसंद करें, उसे थोड़ा समझदारी के साथ इस्तेमाल करें।
डैंड्रफ से हैं परेशान तो करें ये उपाय
अधिकतर महिलाएं डैंड्रफ की समस्या से परेशान रहती हैं। इससे स्कैल्प में सफेद रंग की पपड़ी जमने लगती है। डैंड्रफ के कारण सिर में खुजली भी होने लगती है। बहुत अधिक खुजली करने से सिर में घाव बन जाते हैं। साथ ही बालों की जड़ें भी कमजोर हो जाती है। कुछ खास उपायों की सहायता से आप डैंड्रफ की इस समस्या से राहत पा सकती हैं।
ये हैं डैंड्रफ को दूर करने के उपाय
डैंड्रफ की समस्या को दूर करने के लिए जरूरी है कि आप नियमित रूप से बालों में कंघी करें। इससे बालों की जड़ों से ज्यादा तेल निकलता है। इसके अलावा बालों में कंघी करने से बालों की ग्रोथ भी बढ़ती है।
डैंड्रफ में अच्छी क्वालिटी के शैंपू का ही इस्तेमाल करें। ऐसे हेयर प्रोड्क्ट का इस्तेमाल करें जिसमें जिंक पाइरिथियन मौजूद होता है। ये डेंड्रफ को दूर करने में कारगर साबित होता है।
एलोवेरा के रस से बालों की मसाज करें और एक घंटे बाद ठंडे पानी से धो लें। ऐसा करने से डैंड्रफ की समस्या दूर हो जाएगी। नारियल के तेल में कपूर मिलाकर रख लें। नहाने से आधे घंटे पहले इससे बालों की मसाज करें। नियमित रूप से ऐसा करने से डैंड्रफ की समस्या दूर हो जाएगी। अपने बालों को रोजाना अच्छी क्वालिटी के एंटी-डैंड्रफ शैंपू से धोएं। इससे डैंड्रफ की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाती है। एक गिलास पानी में चार बड़े चम्मच बेसन मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे बालों में लगाकर एक घंटे के लिए छोड़ दें और फिर बाल धो लें।
फटे होठों बनेंगे मुलायम
हमारे होंठ सिर्फ हमारी मुस्कान ही नहीं बल्कि हमारे व्यक्तित्व को भी निखारते हैं पर कई बार हमारी हमारे होठों की नमी खत्म हो जाती है जिस कारण हमारे होंठ फटने लगते हैं। कभी-कभी तो इनमें से खून भी आने लगता है, जो हमारे मुंह में चला जाए तो हमें कई तरह की बीमारियों का शिकार बना सकता है। इसलिए हमारी त्वचा और सेहत के साथ हमारे होठों को भी खास देखभाल की जरूरत होती है।
होठों की ऐसे करें देखभाल
मौसम सर्दी का हो या गर्मी का, सेहतमंद रहने के साथ होठों को कोमल और मुलायम रखने के लिए भी भरपूर मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी होता है क्योंकि शरीर में पानी की कमी होने के कारण भी हमारे होठों की नमी खत्म हो जाती है जिस वजह से होंठ फटने लगते हैं, इसलिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं।
रात को सोने से पहले अपने होठों पर शहद लगाएं। सुबह उठने पर ठंडे पानी से होठों को धो लें। जल्दी फटें होठों से राहत मिल जाएगी।
फटे होठों को ठीक करने के लिए गुलाबजल और ग्लिसरीन बहुत कारगार साबित होती है। रोजाना सोने से पहले दोनों चीजों को बराबर मात्रा में मिलाकर फटे होठों पर लगाएं। जल्द ही आराम मिल जाएगा।
उंगली में थोड़ा सा देसी घी लेकर होंठ पर हल्के हाथ से मसाज करें। इससे रक्त संचार बढ़ेगा और होठों के फटने की समस्या से राहत मिलेगी। रात को सोने से पहले नाभि पर सरसों का तेल लगाने से होंठ फटने की समस्या दूर हो जाती है। गुलाब की पत्तियां पीस कर उसमें मलाई मिलाकर होठों में लगाने से होंठ कोमल और मुलायम बनते हैं।
गर्भावस्था में रखें आहार का ख्याल
गर्भावस्था ऐसा समय है जब महिलाओं को अच्छे पोषण की जरूरत होती है। इस दौरान सही पोषण बच्चे के विकास और मां के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जरूरी है। माताओं को ध्यान रखना चाहिए कि उनके पोषण में विटामिन और मिनरल्स की कमी न हो। गर्भावस्था के दौरान सही डायट चार्ट बनाना और उसका पालन करना जरूरी है।
गर्भावस्था के दौरान आप जो भी आहार लेती हैं, उससे न केवल आपके शरीर को पोषण मिलता है, बल्कि आपके पेट में पल रहे बच्चे का भी विकास होता है। हर दिन के साथ आपकी जरूरत बढ़ती जाती है।
आपको हर प्रकार का भोजन अपने आहार में शामिल करना चाहिए। इससे आपके लिए यह ध्यान में रखना आसान हो जाता है कि आप क्या खा रही हैं। भोजन में तभी जरुरी विटामिन संतुलित मात्रा में शामिल हों। जंक फूड के सेवन से बचें क्योंकि इससे बेवजह आपका वजन बढ़ेगा और पोषक पदार्थों की कमी होगी।
आमतौर पर हमारे देश में गर्भावस्था के दौरान ऐसा खाना खाने की सलाह दी जाती है, जो बहुत सारे घी में बना हो हालांकि इस तरह के आहार के अपने फायदे हैं, लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। नहीं तो वजन तेजी से बढ़ता है और बच्चे के जन्म के बाद वजन कम करना बहुत मुश्किल हो जाता है। इस दौरान सक्रिय रहें और सेहतमंद आहार लें।आपके आहार में सभी समूहों के पोषक पदार्थ शामिल होने चाहिए जैसे काबोहाइड्रेट, प्रोटीन, विटामिन व मिनरल्स और डेयरी उत्पाद।
जंक फूड का सेवन न करें
गर्भावस्था के दौरान कई महिलाओं को बहुत ज्यादा भूख लगती है और ज्यादातर महिलाएं भूख लगने पर जंक फूड और अस्वास्थ्यप्रद आहार खाना चाहती हैं। ऐसे भोजन में काबोहाइड्रेट/ वसा तो भरपूर मात्रा में होते हैं लेकिन पोषक पदार्थो की कमी होती है। ऐसे में अपने आहार पर ध्यान देना जरूरी है।
इसी तरह अगर आपको कोई भोजन अच्छा नहीं लग रहा, जो आपकी सेहत और बच्चे के विकास के लिए जरूरी है तो अपने डायटीशियन से बात कर इसका कोई विकल्प लें ताकि आपकी पोषण संबंधी सभी जरूरतें पूरी हो सकें.
दिन में दो से तीन बार भरपेट खाने के बजाए कम मात्रा में बार-बार खाएं. इससे पाचन की समस्या भी नहीं होगी. इसके अलावा नियमित रूप से थोड़ा बहुत व्यायाम करें, जिससे शरीर में हॉर्मोनों का संतुलन बना रहेगा और आप गर्भावस्था के दौरान फिट और तरोताजा बनी रहेंगी।
ओवरी का आकार बदलत रहता है
ओवरी के बारे में आम तौर पर महिलाओं को ज्यादा जानकारी नहीं होती जो होनी चाहिये। यही वो अंग है जहां अंडे बनते हैं। यह अंडे जब शुक्राणुओं से मिलते हैं तो महिला गर्भवती होती है। शरीर के बाकी अंग भले ही एक साइज़ पर आकर रुक जाएं, ओवरीज़ हमेशा बदलती रहती हैं। ये उम्र के साथ और पीरियड्स के दौरान साइज़ में बदलती रहती हैं। जब ये अंडा बना रही होती है तो ये आकार में बढ़ जाती हैं. लगभग पांच सेंटीमीटर। वहीं कई बार सिस्ट यानी गठान हो जाने की वजह से भी साइज़ में फ़र्क पड़ता है पर ये कोई घबराने वाली बात नहीं है। मेनोपॉज़ के साथ ये बदलना बंद कर देती हैं। उल्टा सिकुड़ जाती हैं।
ओवरी पर पड़ता है तनाव का असर
जिस समय ओवरीज़ अंडे बना रही होती हैं उसे ओव्यूलेशन कहते हैं। वहीं तनाव का इस पर विपरीत असर पड़ता है। मतलब अगर आप वाकई बहुत ज़्यादा तनाव में हैं, तो आपकी ओवरीज़ अंडे बनाना बंद कर देगी.
बर्थ कंट्रोल पिल से घटता है ओवेरियन कैंसर का खतरा
डॉक्टरों की माने तो बर्थ कंट्रोल पिल्स ओवरीज़ का बड़ा फ़ायदा करती हैं। सुनने में अजीब लगा क्या? पर ये सच है। गर्भनिरोधक गोलियों को लेने से ओवेरियन कैंसर होने का खतरा काफ़ी कम हो जाता है।
ओवेरियन सिस्ट अकसर अपने आप ठीक हो जाते हैं
ओवरी में बहुत सी महिलाओं को सिस्ट हो जाता है। सिस्ट कैविटी-नुमा होती है जिसमें पस भर जाता है। इसे ठीक करने के लिए सर्जरी है और दवाइयां भी दी जाती हैं पर हर सिस्ट ख़तरनाक नहीं होता। कई सिस्ट बिना किसी दवा के तीन से चार महीनों में अपने आप ठीक हो जाते हैं। वहीं अगर ये ठीक नहीं हुआ तो डॉक्टर को दिखाएं।
जिम जाती हैं तो डाइट का भी रखें ध्यान
महिलाएं भी आजकल अपनी फिटनेस को लेकर काफी सजग हो गई हैं। वह वजन घटाने के लिए व्यायाम के साथ ही जिम में भी पसीना बहाती है पर क्या आप जानती हैं सिर्फ जिम में ही मेहनत से आप आप फिट नहीं हो सकती हैं। इसके लिए आपको (डाइट) अपने खान-पान का ध्यान रखना होगा। अपनी डाइट में मिनरल्स, प्रोटीन और विटामिन्स से भरपूर आहार को शामिल करके आप जिम जाने का पूरा फायदा उठा सकती हैं। जरूरी तत्वों से भरपूर आहार शरीर में उर्जा का स्तर और रोग प्रतिरोधी शक्ति बनाये रखने में सहायता करते हैं।
मिनरल्स, प्रोटीन और विटामिन्स से भरपूर कुछ ऐसी चीजें अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
अंडा
अगर आप जिम जाती है तो आपके लिए अंडे से अच्छी डाइट कोई और हो ही नहीं सकती। एक अंडे में कम से कम 7-9 ग्राम प्रोटीन होता है, जोकि महिलाओं के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके अलावा उबला हुआ अंडा खाने से बोन्स भी बहुत स्ट्रांग होती है।
दूध और खजूर
खजूर में 60-70 प्रतिशत तक शर्करा होती है। इसमें आयरन, कैल्शिम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, मैंगनीज, तांबा आदि जैसे पोषक तत्व भी भरपूर होते हैं। इससे आपके शरीर को न सिर्फ उर्जा मिलेगी बल्कि यह आपका वजन भी तेजी से कम करेगा। आप दूध में भिगे हुए खजूर को जिमिंग से पहले खा सकती हैं क्योंकि इससे शरीर को तुरंत उर्जा मिलती है।
दलिया
दलिया में इतना प्रोटीन होता है कि यह आपको दिनभर उर्जावान रखने के साथ रोग प्रतिरोधी शक्ति को भी मजबूत करता है। इसके अलावा यह हमारे शरीर में ग्लूकोज के स्तर को भी नियंत्रित करता है। जिम जाने वाली महिलाओं को नाश्ते में दलिये का सेवन जरूर करना चाहिए। यह आपको पूरी तरह फिट रखने के साथ धीरे-धीरे पचता है और इससे शरीर में ताकत बनी रहती है।
इन बातों का भी रखें ध्यान
जिम जाकर सीधे मशीन पर ही व्यायाम न शुरू करें बल्कि पहले हल्के- फुल्के व्यायाम से शुरुआत करें जैसे वार्मअप, स्ट्रैचिंग।
लगातार व्यायाम न करते रहें। बीच- बीच में 1 से 2 मिनट का ब्रेक लें।
अपनी शारीरिक क्षमता से अधिक व्यायाम करने की कोशिश न करें। इससे सेहत बिगड़ भी सकती हैं।
व्यायाम के तुरंत बाद ही भोजन न करें। थोड़ा अंतर रखें और खाली पेट जिम न जाएं। हल्का फुल्का नाश्ता जैसे सेब, केला, बिस्कुट, ब्राऊन ब्रैड आदि खाकर जाएं। वहीं अगर आपकी उम्र 40 से ज्यादा है तो वजन घटाने में जल्दबाजी न करें।
खूबसूरती बढ़ाने सोने से पहले करें ये काम
खूबसूरत दिखना महिलाओं और युवतियों की पहली चाहत होती है। वह अपने को सुंदर बनाने के लिए क्या कुछ नहीं करतीं पर आपकी यह ख्वाहिश आसानी से पूरी हो सकती है। बस रात को सोने से पहले आपको करने होंगे ये उपाय।
रात में सोने से पहले जरूर नहाएं। ऐसा करने से आपके शरीर पर मौजूद दिनभर की गंदगी दूर हो जाएगी और आपकी त्वचा सांस ले पाएगी। नहाने के पानी में आधा घंटा पहले गुलाब की कुछ पंखुड़ियां डाल लें। इस पानी से नहाने से आप तरोताजा महसूस करेंगी।
सोने से पहले हल्दी वाला दूध जरूर पीएं। इससे आपके शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं जिससे खून साफ हो जाता है। हल्दी वाला दूध पाने से आपकी त्वचा भी निखर जाएगी।
पूरे दिन हमारे दिमाग के साथ-साथ हमारी आंखें भी बहुत काम करती हैं। ऐसे में आंखों का ख्याल रखना बहुत जरूरी हो जाता है। सोने से पहले अपनी आंखों को चारों तरफ क्रीम से मसाज जरूर करें।
रात में सोने से पहले ब्रश करना भी बहुत जरूरी होता है। रात में खाना खाने के बाद अगर आप बिना ब्रश किए ही सो जाती हैं तो ये आदत बदल दें। ऐसे में आपके दांतों पर कीटाणु हमला करना शुरू कर देते हैं। इससे आपके दांतों की खूबसूरती खराब हो सकती है, इसलिए जरूरी है कि सोने से पहले आप ब्रश जरूर करें।
सोने से पहले अपने बालों को जरूर सुलझा लें। इससे आपके बाल सुबह कम फंसेंगे और कम टूटेंगे।
इसके अलावा पूरे शरीर पर मॉश्चराइजर लगाना न भूलें। इससे त्वचा की नमी बरकरार रहेगी और सुबह उठकर त्वचा खिंची-खिंची सी नहीं लगेगी।
स्तनपान से रोगमुक्त रहती हैं मां
छोटे बच्चों को स्तनपान करवाना बहुत ही आवश्यक होता है। जन्म से लेकर 6 महीनों तक बच्चे को सिर्फ मां का ही दूध पिलाया जाता है। बच्चों के लिए स्तनपान जितना फायदेमंद है। उतना ही फायदा बच्चे को दूध पीलाने वाली मां को भी होता है। स्तनपान कराने वाली महिलाएं न सिर्फ रोगमुक्त रहती है बल्कि उनके शिशु की भी सेहत अच्छी रहती है। इसके अलावा भी स्तनपान के कई फायदे होते हैं।
स्तनपान से मां को गर्भावस्था के बाद होने वाली स्वास्थ संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है। तनाव और ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करने के लिए बच्चे को स्तनपान जरूर करवाएं।
जो महिलाएं बच्चों को स्तनपान करवाती हैं उन्हें स्तन और ओवरियन कैंसर नहीं होता। खुद को और बच्चे को बीमारियों से दूर रखने के लिए उनको स्तनपान जरूर करवाएं। हमेशा स्वस्थ रहने के लिए बच्चे को कम से कम 6 महीने स्तनपान जरूर करवाएं।
स्तनपान करवाने से मां को एनिमिया होने का खतरा कम रहता है। इसके साथ ही मां और बच्चे के बीच का भावनात्मक रिश्ता मजबूत होता है। बच्चा अपनी मां को जल्दी पहचानने लगता है।
डिलीवरी के बाद जल्दी से वजन कम करना चाहती हैं तो बच्चे को दूध पिलाएं। स्तनपान करवाने से बच्चा स्वस्थ रहता है वहीं मां भी अपने पहले वाले शेप में वापिस आने लगती है।
स्तनपान करवाने से मां और बच्चे दोनों ही बीमारियों से बचे रहते हैं। उनको टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल की उच्च मात्रा होने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
स्तनपान से शिशु को मिलने वाले फायदे
मां के दूध से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं। पहली बार मां के स्तनों से निकलना वाला गाढ़ा पीले रंग का एक दूध कोलोस्ट्रम कहलाता है। यह बच्चे के बेहद फायदेमंद होता हैं। इसे पीने से शिशु को संक्रमण से लड़ने की शक्ति मिलती है।
मां का दूध सुपाच्य कहलाता है, जिसे पीने से बच्चा कभी मोटापे का शिकार नहीं होता है।
बच्चे में रक्त कैंसर, मधुमेह और उच्च रक्तचाप की आंशका भी कम होती है।
बच्चे के दिमाग का विकास तेजी से होता है। इसे पीने से बच्चों की बौद्धिक क्षमता भी बढ़ती है।
इतना ही नहीं, जहां मां का दूध बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार होता है, वहीं यह मां व शिशु के बीच भावनात्मक रिश्ता मजबूत करने में सहायक होता है।
मां के दूध से बच्चों को उतना ही तापमान मिलता है, जितना उसका खुद अपने शरीर को होता हैं। यहीं वजह के बच्चे को जल्दी से सर्दी-जुकाम जैसी परेशानियां नहीं होतीं।
मां के दूध में पाए जाने वाले पोषक तत्व व गुण बच्चे को किसी भी तरह की एलर्जी नहीं होने देते।
जन्म के बाद कम से कम 6 महीने तक बच्चे का जीवन मां के दूध पर ही निर्भर करता है। इससे न सिर्फ बच्चे का विकास अच्छी तरह से होता है बल्कि इससे मां और शिशु कई समस्याओं से भी बचे रहते हैं।
घुंघराले बालों की ऐसे करें देखभाल
कई युवतियों के बाल घुंघराले होते हैं। घुंघराले बालों से लुक तो आकर्षक लगता है पर अगर इनकी देखभाल सही समय पर न हो तो ये बिखरे हुए नजर आते हैं। घुंघराले बालों की देखभाल आसान नहीं होती। घुंघराले बालों को धोना और कंघी करना बहुत दिक्कत भरा होता है। अगर इसकी सही तरह से देखभाल न की जाए तो टूट कर गिरने लगते हैं। अगर आपके भी बाल घुंघराले हैं और आपको इन्हें संभालने में मुश्किल आती है तो कुछ टिप्स अपनाकर आप अपने बालों को आसानी से संभाल सकती हैं।
बालों को ज्यादा न धोएं
जिनके बाल घुंघराले होते हैं उनके बालों में रूखेपन की शिकायत होती है। जिसके कारण उनके बाल कमजोर हो कर टूटने लगते हैं। इसलिए ऐसे बालों को ज्यादा न धोएं क्योंकि इससे बालों का प्राकृतिक तेल खत्म हो जाएगा। इसलिए शैंपू करने से पहले बालों की तेल से मसाज जरूर करें।
ड्रायर का इस्तेमाल कम करें
हेअर ड्रायर की गर्म हवा बालों को नुकसान पहुंचा सकती है। ड्रायर की अटैचमेंट इस तरह सेट करें कि हवा का केन्द्र एक ही जगह पर न हो। अगर हो सकें तो ड्रायर का इस्तेमाल कम ही करें क्योंकि इसके ज्यादा इस्तेमाल से बाल कमजोर होकर गिरने लगते हैं।
तेल से करें मसाज
घुंघराले बालों को मुलायम बनाएं रखने के लिए सप्ताह में कम से कम 1 बार 2-3 चम्मच बादाम तेल या नारियल तेल गर्म करके मसाज करें। तेल को 1 रात ऐसे ही लगा रहने दें और अगली सुबह शैंपू से धो लें। इससे आपको बाल धोने के बाद उन्हें संभालना आसान होगा।
हल्के हाथों से करें कंघी
गीले बालों को नहीं बांधना चाहिए। घुंघराले बालों पर कंघी या ब्रश हल्के हाथों से करना चाहिए। बालों की उलझने खींच-खीच नहीं निकालनी चाहिए। कंघी करने के बाद बालों को कसकर न बांधे।
लेमन टी से निखारे खूबसूरती
अगर आप खूबसूरती बढ़ाना चाहती हैं तो लेमन टी का उपयोंग करें। लेमन टी वजन नियंत्रित करने के साथ ही चेहरे के निखार को वापिस लाने का काम भी करती है। लेमन टी स्वास्थ्य को ही नहीं बल्कि चेहरे को भी अच्छा बना देती है। लेमन टी इस प्रकार बनायें।
सबसे पहले पानी को उबलने दें। फिर उसमें थोड़ी सी चायपत्ती डालें। जब ये उबल जाए तो इसे आंच से उतारकर इसमें नींबू का रस निचोड़ें। अब चेहरा धोने के लिए लेमन टी तैयार है।
लेमन टी लगाने के फायदे
जिन लोगों के चेहरे पर मुंहांसे निकलते हैं। उनके लिए लेमन टी बहुत फायदेमंद होती है। लेमन टी से रोजाना फेस वॉश करने से मुहांसों की समस्या से राहत मिलती है। इसमें पाए जाने वाले गुण त्वचा में कीटाणु पैदा नहीं होने देते। वहीं
काले धब्बे (ब्लैकहेड्स) की समस्या से राहत पाने के लिए लेमन टी लगाना शुरू करें। लेमन टी लगाने से कुछ ही दिनों में ब्लैकहेड्स से छुटकारा मिलेगा।
त्वचा से अतिरिक्त तेल निकालने के लिए लेमन टी फायदेमंद है। लेमन टी को एक कप पानी में उबाल लें। फिर उस पानी से चेहरा धो लें। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में तैलीय त्वचा से राहत मिलेगी।
रोजाना लेमन टी से चेहरा धोने से आपकी स्किन कोमल होने लगती है। इसलिए मुलायम और खूबसूरत त्वचा के लिए चेहरे को लेमन टी से धोना ना भूलें।
चेहरे पर पड़े काले-धब्बे देखने में बहुत खराब लगते हैं। काले धब्बों को हटाने के लिए लेमन टी से फेसवॉश करें। ऐसा करने से काले-धब्बे दूर हो जाएंगे और चेहरा चमकने लगेगा।
घरेलू उपायों से निखरेगी खूबसूरती
खूबसूरती निखारने के लिए महंगे क्रीम पाउडरों की जगह घरेलू उपाय भी बेहद कारगर होते हैं। इन घरेलू उपायों में किसी प्रकार की परेशानी भी नहीं होती और न ही किसी प्रकार का खर्च होता है। इनमें प्रयोग होने वाला सारा सामान रसोईघर में ही मिल जाता है।
धनिया पत्ती और हल्दी पाउडर से हटेंगे ब्लैकहैड्स
चेहरे से ब्लैकहैड्स हटाने में धनिया पत्ती और हल्दी पाउडर का पैक बहुत काम आएगा। धनिया गंदगी को साफ करने का काम करता है, जबकि हल्दी आपकी त्वचा से अतिरिक्त तेल निकालने में मदद करती है। धनिया पत्ती और दो चम्मच हल्दी पाउडर को एक साथ पीसकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को अपने पूरे चेहरे पर लगाकर, रात भर रखें। अगले दिन सुबह ठंडे पानी से इसे धो लें। ब्लैकहैड से छुटकारा पाने के लिए, इस घरेलू ब्यूटी टिप्स को सप्ताह में कम से कम दो बार जरूर इस्तेमाल करें।
प्राकृतिक शैम्पू
एक कप पानी में एक चौथाई कप सेब का सिरका मिलाएं और इस मिश्रण को अपने बाल धोने के लिए शैम्पू के रूप में उपयोग करें। बालों को पोषण मिलने के साथ-साथ चमक भी आएगी।
प्राकृतिक कंडीशनर
आप प्राकृतिक हेयर कंडीशनर तैयार करने के लिए एवाकाडो का उपयोग कर सकते हैं। एक अंडे की जर्दी, एक बड़ा चम्मच शहद और एक बड़ा चम्मच एवोकैडो तेल, एक पिसे हुए एवोकैडो के साथ मिलाएं। इसे अपने बालों में लगाएं और 15 मिनट तक छोड़ दें। अंत में इसे सादे पानी से धो लें। बालों की खूबसूरती बढ़ने के साथ-साथ निखार भी आएगा।
मुंहासे के निशान हटाने के लिए
आधा चम्मच चंदन पाउडर, एक चम्मच हल्दी पाउडर और दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी अच्छी तरह मिलाएं। पेस्ट बनाने के लिए इसमें थोड़ा नींबू का रस डालें और इसे अपने चेहरे पर लगाएं और इसे सूखने दें। अंत में इसे ठंडे पानी से धो लें। मुल्तानी मिट्टी त्वचा को साफ कर मुंहासे के निशान को कम करने में मदद करता है, जबकि, हल्दी में मौजूद एंटीसेप्टिक आपकी त्वचा के पीएच स्तर को बनाए रखता है।
जरुरत से ज्यादा स्क्रब न करें
स्क्रब से खूबसूरती बढ़ने के साथ ही चेहरा निखरता है पर इसका इस्तेमाल 25 साल के बाद ही करना चाहिये। जरूरत से ज्यादा स्क्रब से त्वचा खराब भी हो सकती है। यही नहीं, स्क्रब को त्वचा पर सही प्रकार से न लगाने से भी नुकसान पहुंचता है।
स्क्रब का इस्तेमाल 25 साल के बाद ही करना शुरू करें क्योंकि आमतौर पर इससे पहले त्वचा पर डेड सेल्स नहीं बनते हैं जिससे स्क्रब लगाने की आपको जरूरत नहीं पड़ती। अगर आप इससे पहले ही स्क्रब लगाना शुरू कर देंगी तो आपकी त्वचा रफ हो जाएगी। इससे पहले फेशियल तो करवा सकती हैं, लेकिन स्क्रब न करायें।
अक्सर महिलाएं सोचती हैं कि त्वचा की डलनेस को खत्म करने के लिए स्क्रब फायदेमंद है। स्किन टोन और टेक्सचर को ठीक करने के लिए भी वह इसको लगाना सही समझाती हैं इससे चेहरा दमकने तो लगता है, लेकिन तभी जब आप उसका उपयोग तरीके से करें। अगर सही तरह से इस्तेमाल न हो तो चेहरे पर काले धब्बों के साथ ही त्वचा खराब भी हो सकती है।
स्क्रबिंग नियमित न करें। भले ही स्क्रब त्वचा को स्मूद बनाती है और इससे स्किन के डेड सेल्स समाप्त हो जाते हैं लेकिन अगर स्क्रब बार-बार किया जाए तो त्वचा खराब होने लगती है। साथ ही त्वचा की चमक खत्म हो जाती है और खुरदरापन बढ़ जाता है। इसलिए हफ्ते में दो बार स्क्रब करना ही काफी है।
अक्सर महिलाएं सोचती हैं कि टाइट हाथों से किया गया स्क्रब ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है लेकिन ऐसा करने से त्वचा पर रैशेज पड़ने का डर रहता है। स्क्रब हमेशा त्वचा पर हल्का दबाव डालते हुए किया जाना चाहिए। खासतौर से आंखों और होंठों के आसपास क्योंकि ये अंग बेहद संवेदनशील होते हैं।
स्क्रब मिक्सचर बहुत हार्ड नहीं होना चाहिए। हां, दरदरा हो लेकिन बारीक दरदरा। खासतौर से संतरे के छिलके, पपीते के बीज, खूबानी के बीज आदि से तैयार किया गया स्क्रब बारीक होना बेहद जरूरी है।
आपको त्वचा के मुताबिक ही स्क्रब का सिलेक्शन करना चाहिए। रुखी त्वचा पर सीधे स्क्रब न करें। पहले अपने फेस को भिगोएं। फिर स्क्रब की थोड़ी-सी क्वांटिटी लेकर उसमें कुछ बूंदे पानी की मिलाएं। फिर फेस पर अप्लाई करें। ऐसे ही ऑयली स्किन को पहले जरूरत होती है स्पेशल केयर के साथ एक्सफोलिएट करने की।
अक्सर महिलाएं सोचती हैं कि टाइट हाथों से किया गया स्क्रब ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, लेकिन ऐसा करने से स्किन पर रैशेज पड़ने का डर रहता है।
स्क्रब से स्किन के ओपन पोर्स कम होते हैं और डेड स्किन खत्म हो जाती है। यही नहीं, स्क्रब करते रहने से ओपन पोर्स साफ रहते हैं, जिससे त्वचा में संक्रमण का खतरा भी कम हो जाता है। इसलिए त्वचा एक्सफोलिएशन के लिए यह जरूरी है। स्क्रबिंग के बाद टोनिंग भी अच्छी तरह से की जानी चाहिए। इससे त्वचा ज्यादा शाइनिंग करेगी। टोनिंग के लिए आप पपीता, खीरा, टमाटर का रस और केले का पल्प भी लगा सकती हैं।
खूबसूरत नाखून के लिए खायें विटामिन ए से भरे आहार
अगर आपके नाखून कमजोर और रूखे हैं तो इसके लिए आपको विटामिन ए से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए।
स्वस्थ नाखून का होना आपके हाथों को सिर्फ सुंदर नहीं बनाता बल्कि एक महिला को आत्मविश्वास भी देता है। नाखूनों का प्रभाव बहुत अहम भूमिका निभाता है। हम हाथ भी उस से मिलाना पसंद करते हैं जिसके हाथ साफ और नाखून साफ हों, जिनके नाखून टूटे हुए, बेरंग, उबड़-खाबड़ किसी को भी पसंद नहीं आते है। अगर आपके भी नाखून टूटे और खराब लगते हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है, यह एक आम समस्या है। जब नाखूनों की ठीक से देखभाल नहीं की जाती है तभी वह खराब और कमजोर होते हैं। ज्यादा नेल कलर या केमिकल लगाने से भी नाखून खराब होते हैं। अगर आपको भी सुंदर, लंबे और मजबूत नाखून पाने की चाहत है तो आज हम आपके लिए लाए हैं कुछ आसान से टिप्स जिन्हें अपनाकर आप अपनी इस उन्हें बेहतर बना सकते हैं।
खाने का रखें ध्यान – अगर आपके नाखून कमजोर और रूखे हैं तो इसके लिए आपको विटामिन ए से भरपूर फूड्स का सेवन करना चाहिए। नाखूनों की मजबूती और खूबसूरती के लिए ब्रोकली, गाजर, पनीर, दूध और दही आदि को अपनी डाइट में शामिल कीजिए।
ग्लव्स पहनें – कई बार ऐसा होता है कि हमारे नाखून किनारों पर से टूटने लगते हैं। इसके लिए जरूरी है कि घर का कोई भी काम जैसे- बर्तन धोने या बाथरूम साफ करने आदि को करते वक्त अपने हाथों में दस्ताने पहन लें। इससे नाखूनों को सुरक्षा मिलती है।
पर्याप्त पानी पीयें – सौंदर्य संबंधी अधिकांश समस्याओं का कारण पानी की कमी है। ऐसे में हेल्दी नाखूनों के लिए पर्याप्त पानी पीना बेहद जरूरी है। इसके लिए दिन भर में खूब पानी पिएं। इसके अलावा ताजे फलों के रस भी आपके शरीर में पानी की मात्रा बरकरार रखते हैं।
सही नेल-पॉलिश रिमूवर करें प्रयोग – नाखून के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले प्रोडक्ट्स में सावधानी बरतने की जरूरत होती है। ध्यान रखें, एसीटोन या फार्मल्डिहाइड बेस्ड नेल पॉलिश रिमूवर का इस्तेमाल कभी न करें। नेल पॉलिश हटाने के लिए हमेशा एसीटेट बेस्ड रिमूवर के इस्तेमाल की कोशिश करें।
विटामिन बी 12 जरूरी – शरीर में विटामिन बी 12 की कमी से नाखूनों के रूखे होने और काले होने की समस्याएं सामने आती हैं। ऐसे में आप अपने आहार में विटामिन बी 12 को शामिल करने की कोशिश करें।
आजकल छाये हैं लिपस्टिक के ऐसे शेड्स
आजकल लिपस्टिक के कई नए शेड्स ट्रेंड में हैं। शादियों के साथ ही कई अवसरों पर जहां यूनिक दिखने के लिए नए-नए लिप कलर ट्रेंड अपनाए जाते हैं, वहीं मौसम बदलने पर तमाम ब्रैंड्स भी अपने नए शेड्स लेकर आते हैं, जिन्हें फैशनेबल दिखने की चाहत रखने वाली हर युवती अपनाती है। डेली रूटीन हो या ब्राइडल वेयर, ये शेड्स अपना एक स्टाइल स्टेटमेंट बना रहे हैं।
कॉपर शेड
शाम की पार्टी के लिए यह जीवंत और बोल्ड मटैलिक कलर है, जिसके ऊपर कोई भी रेगुलर मैट लिपस्टिक लगाई जा सकती है। ऐसा करने से आपके होंठों को पाउटी लुक मिलेगा उससे आप सबसे खास दिखाई देंगी। मटैलिक कॉपर गोल्ड की यह खासियत है कि वह किसी भी लिपस्टिक पर अपनी चमकीली झिलमिलाहट छोड़ देता है। मटैलिक लिप शेड्स आपको ‘1970’ के दौर में वापस ले जाते हैं। सिंपल लुक में इस शेड की लिपस्टिक लगाने से होंठों की खूबसूरती और उभरती है। रिफ्लेक्टिव इफेक्ट देने के लिए आप अपने लिप कलर पर लिप ग्लॉस भी लगा सकती हैं।
पर्पल बेरीज शेड
इस सीज़न में ब्यूटी लवर्स की चाहत बन चुके, इन शेड्स में कलर्ड बेरीज़, डार्क वॉयलेट, बैंगनी और ब्लूबेरी इन हैं। देखने में ये कलर्स वेस्टर्न हैं लेकिन इंडियन स्किन पर भी बखूबी जंचते हैं। आज की मॉडर्न वुमन, जिसे अपनी पर्सनैलिटी के साथ एक्सपेरिमेंट करना पसंद है, इस शेड को अपने ब्यूटी किट में ज़रूर शामिल कर सकती है। बैंगनी (पर्पल) रंग की लिपस्टिक से होंठों को सजा कर आप इसके साथ मैंचिंग या मिक्स कलर के आउटफिट्स भी पहन सकती हैं। साथ ही इसी रंग से मिलता-जुलता या शाइनी आईलाइनर लगाने पर यह बोल्ड लुक देगा।
ब्राउन शेड
डार्क कलर भी ट्रेंड में हैं। यह ट्रेंड फैशन वीक व रनवे पर हर तरफ छाया था। सलेब्रिटीज़ हों या आम लड़कियां, होंठों को डार्क शेड से हाइलाइट करने का यह तरीका हॉट और नया है। लिपस्टिक में ब्राउन कलर इंडियंस के बीच सबसे ज्य़ादा पॉपुलर है। पर हर तरह के ब्राउन शेड्स से अपने मेकअप किट के बजाय लाइट ब्राउन और रेडिश ब्राउन का चुनाव करें। अगर आप डार्क शेड्स पसंद करती हैं तो चॉकलेट ब्राउन एक अच्छा विकल्प है।
ब्यूटी इंड्रस्टी में छाने वाले न्यूट्रल और नो-मेकअप लुक वाले ये लिप कलर इस सीज़न ट्रेंड में रहेंगे। नैचरल न्यूड लिप कलर आपके नैचरल लिप कलर को ओवरकोट नहीं करता, इसलिए इस कलर को आज लगभग सभी सलेब्रिटीज़ ट्राई कर रही हैं। नैचरल लिप कलर खरीदते समय आपको ग्लॉसी लिपस्टिक का ही चुनाव करना चाहिए।
मर्साला शेड
फैशन की दुनिया में इस बार ट्रेंड बनकर उभरा है मर्साला शेड। आपका कलर जैसा भी हो लेकिन रेड और ब्राउन से मिल कर बना मर्साला कलर आपको एलिगेंट लुक देता है। यह है ब्यूटी लवर्स का पसंदीदा लिप कलर। इसे कलर ऑफ द ईयर कहा गया है। मर्साला शेड का ही डार्क मरून कलर हर रंगत के साथ जंचता है।
ब्लैक कार्बन शेड
कार्बन ब्लैक शेड की लिपस्टिक आजकल कॉलेज गोइंग लड़कियों के बीच लोकप्रिय है। इस शेड को आप किसी भी कलर के आउटफिट्स के साथ कॉन्फिडेंट्ली कैरी कर सकती हैं। यह आपके हर आउटफिट पर खूब बेहतर लगेगा और इससे आप सिंपल और एलीगेंट नज़र आएंगी। शाम की पार्टी में इसे लगाने से आप ग्लैमरस दिखेंगी। यह शेड आपके लुक को एक नया आयाम देगा। इसलिए सभी शेड्स में से अपनी पसंद के अनुसार लिपस्टिक चुनकर होंठों को दें नया और आकर्षक अंदाज़।
ट्राई करें अन्य विकल्प
अब केवल लिपस्टिक ही नहीं बल्कि कई अन्य विकल्प भी हैं, जिनकी मदद से होंठों को सुंदर व आकर्षक बनाया जा सकता है। इनमें लिप क्रेयॉन, लिप स्टेन, लिप लाइनर, लिप ग्लॉस और लिप बाम आदि शामिल हैं।
लिप क्रेयॉन
लिप क्रेयॉन इस्तेमाल के लिहाज़ से सुविधाजनक होते हैं। ये कई रंगों में मिलते हैं, इसलिए इनका चलन बड़ी तेज़ी से बढ़ रहा है। ये आपके होंठों को नया लुक देते हैं। स्मूद लिप्स के लिए क्रेयॉन्स के रूप में लाए गए ये लिप कलर्स मेकअप को बहुत आसान बना देते हैं। इन्हें आप कभी भी, कहीं भी यूज़ कर सकती हैं, यहां तक कि आप आईने के बिना भी इसे लगा सकती हैं। आप चाहें तो लिप पेंसिल की तरह लिप्स पर केवल आउट लाइन बनाने में इसका इस्तेमाल करें या फिर इसे लिपस्टिक की तरह लगाएं। ये मैट और ग्लॉस फिनिश में मिलेंगी।
लिप स्टेन
लिपस्टिक की अपेक्षा ज्य़ादा टिकाऊ होने के कारण लिप स्टेन को लिपस्टिक के ऑप्शन के रूप में देखा जाता है। यह लिपस्टिक की तरह न तो फैलता है, न ही चिपचिपा होता है। यदि आप चाहती हैं कि आपके होंठों की रंगत सारे दिन एक जैसी बनी रहे तो उसके लिए लिप स्टेन अच्छा ऑप्शन हो सकता है। यह वॉटर या जेल बेस्ड प्रोडक्ट्स होते हैं, जिन्हें कुछ ऑयल और ड्राई कलर्स मिलाकर तैयार किया जाता है। इसे एक बार लगाना ही काफी होता है, इसलिए ये किफायती होते हैं। इसे हटाने के लिए साधारण रिमूवर ही पर्याप्त है। इसमें एल्कोहॉल होता है, जो थोड़ी ड्राइनेस पैदा करता है इसलिए इसे लगाने से पहले लिप बाम लगा लेना चाहिए। इसे लगाने पर लिप लाइनर लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ती। यदि होंठ ड्राई या पपड़ीदार हैं तो लिप स्टेन नहीं लगाना ख्चाहिए।
लिप लाइनर
लिप लाइनर की मदद से आप अपने होंठों के शेप को आसानी से उभार सकती हैं। अगर आप चाहती हैं कि लिपग्लॉस या लिपस्टिक स्मज न हो तो अपने होंठों पर सबसे पहले लिप लाइनर ही लगाएं।
लिप बाम
लिप बाम या लिप ग्लॉस पूरे दिन हमारे होंठों को हाइड्रेट रखते हैं। ये होंठों को सूखा और पपड़ीदार होने से भी बचाते हैं। लिप ग्लॉस होंठों पर मास्क की तरह काम करता है और होंठों में नमी बनाए रखता है। लिप बाम या लिप ग्लॉस में होंठों के लिए प्राकृतिक मॉयस्चराइज़र होते हैं। होंठों की सुरक्षा त्वचा की एक पतली परत करती है, अत: इन पर हमेशा सुरक्षा कवच या लिप बाम लगाकर ही रखना चाहिए।
रेशमी बालों के लिए गरमी में ऐसे करें देखभाल
गर्मियों में धूल-मिट्टी से बालों को बचाना बहुत जरूरी होता है। जरा-सी लापरवाही सिर में रुखापन और खुजली की वजह बन सकती है। इसके साथ ही आपके बालों की चमक भी खो सकती है।विशेषज्ञों का कहना है कि अच्छे शैम्पू से नियमित रूप से सिर की सफाई करने के साथ ही तेज धूप में स्कार्फ या दुपट्टे से सिर ढकने से और मसाज करने से सिर (स्कैल्प) को स्वस्थ रखा जा सकता है।
सिर की नियमित रूप से अच्छे शैम्पू से सफाई करें। गर्मी में ऐसे शैम्पू का इस्तेमाल करें जो अतिरिक्त तेल, पसीना, गंदगी को निकाल दे।
सिर में नमी या मुलायमपन को बरकरार रखने के लिए आप सूदिंग या रिफ्रेशिंग स्कैल्प मास्क का इस्तेमाल कर सकती हैं।
सिर में रुखेपन व खुजली से बचने के लिए इसे हमेशा साफ रखें।
तेज धूप में बाहर निकलने के दौरान स्कार्फ या हैट से सिर ढक कर रखें।
सिर में कोई समस्या होने पर महीने में हर 15 दिन पर विशेष उपचार लेना बेहतर होगा।
त्वचा और सिर में नमी बनाए रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ का सेवन करें।
हर 15 दिन पर सिर की गहराई से सफाई सिर से संबंधित समस्या को दूर रखेगी।
सही उत्पाद के इस्तेमाल से बालों की अच्छी तरह कंडीशनिंग करें।
इस संबंध में ये सुझाव हैं :
तेल से नियमित (सप्ताह में 3-4 दिन) रूप से सिर, बालों का कम से कम 10 मिनट तक मसाज जरूर करें।
मसाज के बाद अच्छे शैम्पू से बाल धो लें।
बालों को गर्म पानी से ना धोएं। गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें।
हेयर ड्रायर के इस्तेमाल के बिना बाल पूरी तरह से सुखा लें।
बाल धोने के बाद नैचुरल चिपचिपारहित तेल या क्रीम थोड़ी मात्रा में बालों में लगाएं।
बालों पर लगातार स्टाइलिंग जेल या हेयर स्प्रे का इस्तेमाल करने से बचें।
नमी बनाए रखने के लिए विशेष रूप से सुबह के समय ढेर सारा पानी पिएं।
तेज धूप में ज्यादा देर बाहर रहने से बचें।
रोजाना कम से कम 10 मिनट प्रणायाम करें।
ऐसे होंगे गुलाबी होंठ
हर महिला अपनी सुंदरता बढ़ाने के लिए गुलाबी होंठ चाहती है क्योंकि इससे उसकी मुस्कान और भी मनमोहक हो जाती है। होंठों का कालापन दूर करने के लिए कुछ घरेलू उपायों को अपनायें। यदि आप रसायनिक उत्पादों से थक गये हैं तो आपको देसी उपायों को अपनाना चाहिए।
नींबू का रस लगायें
नींबू हर लिहाज से शरीर को फायदा पहुंचाता है। यह आपके मूड को तो ठीक करता ही है साथ ही आपके पेट को भी स्वस्थ्य रखने का काम करता है। आपको बता दें एक गिलास नींबू के रस में 25 से कम कैलोरी होता है, जो आपके वजन को कम करने में सहायक है। यह कैल्शियम, पोटेशियम, विटामिन सी और पेक्टिन फाइबर जैसी पोषक तत्वों का एक समृद्ध स्रोत है।
नींबू आपके होंठ के कालेपन को दूर करने के लिए एक अच्छा घरेलू नुस्खा हो सकता है। इसके लिए आप नींबू के रस को नियमित रूप से रात को सोने से पहले अपने होंठ में लगाएं। इस उपाय को कम से कम दो महीने करें।
हल्दी लगायें
हल्दी का आयुर्वेदिक उपचार में बहुत ही महत्व है। इसकी एंटी-बैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटिफंगल गुण न केवल प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में सहायता करते हैं बल्कि एक स्वस्थ दमकती त्वचा के लिए भी यह बहुत ही उपयोगी है। हल्दी सर्दी, फ्लू और खांसी से पीड़ित होने की संभावना कम करती है। यदि आप होंठ के कालेपन को दूर करना चाहते हैं तो आप हल्दी पाउडर को मलाई के साथ मिलाकर होठ में लगाएं। इससे होंठों का कालापन दूर हो जाएगा।
नारियल पानी
नारियल पानी में कई तरह के स्वास्थ्य लाभ शामिल हैं, जिसमें हाइड्रेशन, वजन घटाने, पाचन तंत्र संबंधी विकार और हैजा के लिए एक उपाय शामिल है। उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने, और दिल की रक्षा करने के लिए भी उपयोगी है। होंठ के कालेपन की समस्या को दूर करने के लिए आप नारियल पानी, खीरे का रस और नींबू के रस को मिलाकर होंठ पर लगाएं।
संतरा भी है उपयोगी
यदि आप संतरा नहीं खा रहे हैं तो आप संतरा खाना शुरू कर दीजिए। आप संतरे का रस भी पी सकते हैं। यह स्वास्थ्य संबंधी पेय पदार्थों में से एक माना जाता है। इसमें कई तरह के लाभ मौजूद है, जिसमें प्रतिरोधी ताकत को बढ़ावा देने, उम्र बढ़ने के लक्षणों को कम करने और कैंसर को रोकने जैसी क्षमता शामिल है। यह होंठों के कालेपन को दूर करने का भी घरेलू उपाय है। इसके लिए आप संतरे को अपने होंठ पर लगायें। इसका रस होठों को मुलायम और खूबसूरत बनाता है।
ग्लीसरीन
ग्लीसरीन का उपयोग त्वचा की कई स्थितियों का इलाज करने के लिए किया जाता है, जैसे मुंहासे, त्वचा के संक्रमण, झुर्रियाँ और फाइन लाइनें आदि। ग्लिसरीन आपकी त्वचा पर नमी को बनाएं रखती है। सोने से पहले ग्लीसरीन, गुलाब जल और केसर को मिलाकर होठ में लगाने से भी होंठ निखरते हैं।
खूबसूरती के लिए अनार है वरदान
स्वास्थ्य के लिए अनार आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर हैं। अनार में ऑक्सीडेंट, एंटी वायरल और एंटी-ट्यूमर गुण हैं और यह आपके कोलेस्ट्रॉल को कम करने का भी काम करता है। होंठ के कालेपन को दूर करने के लिए आप अनार के दानों को मलाई के साथ पीसकर होठों पर लगाएं। इस उपाय को कुछ दिन करें। आपको फर्क दिखने लगेगा। होंठ गुलाबी और खूबसूरत हो जाएंगे।
पानी भी बढ़ाता है सुंदरता
सभी महिलाओं की चाहत सुंदर दिखने की होती है। तेज झुलसाती गरमी में भी सुंदर और दमकला चेहरा बनाये रखने के लिए धूप से बचने के साथ ही ज्यादा से ज्यादा पानी पीयें।
यह तो आप जानते हैं कि हमारे जीवन में पानी का क्या महत्व है। यह ना सिर्फ हमें ज़िंदा रहने में मदद करता है बल्कि हमारे शरीर के अंदर जमा हो रही अशुद्धियों को भी दूर करता है। पानी के सही उपयोग से ही आपके शरीर के अंदर जमा हो रहे विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं।
यही नहीं, आपकी त्वचा की अशुद्धियों को भी दूर करने के लिए पानी काफी लाभदायक मानी जाती है। खूबसूरत दिखने के लिए आपको रोजाना रात को अपने सोने से पहले शीतल पानी से अपना चेहरा ज़रूर से साफ करें और फिर सोने जाए। पानी का उपयोग आपकी त्वचा को एक क्लीजंर के रूप में साफ करने का दम रखता है।
फेस मास्क
रोजाना रात में सोने से पहले अपने चेहरे पर फेस मास्क ज़रूर लगाए। अगर आपका पेस मास्क घरेलु नुस्खे के सहारे से बना है, तो यह आपके लिए काफी सही साबित होगा। यह हमारी त्वचा को स्वस्थ और पौषक रखने का सबसे शानदार तरीका है।
गौरतलब है कि इसके मात्र उपयोग करने से ही आपकी त्वचा में खोए हुए पोषक तत्वों के अलावा नमी की भी वापसी हो जाती है, जो आपकी त्वचा के लिए हर प्रकार से पर्फेक्ट मानी जाती है।
मॉइस्चराइज करें
कुछ लोगों की त्वचा काफी रफ और टफ होती है, ऐसे में आप अपनी शुष्क त्वचा में फिर से नमी औऱ खूबसूरती वापस लाने के लिए पूरे शरीर पर क्रीम, लोशन या नारियल तेल का प्रयोग ज़रूर से करें। इस टिप्स को आजमाने से आपकी त्वचा में फिर से नमी वापस आ सकती है।
यही नहीं, इस खास उपाय की मदद से सोने से आपकी सुंदर त्वचा में हमेशा नमी बनी रहेगी और समय से पहले हो रही झुर्रियां भी जल्द ठीक हो जाएंगी।
नींद पूरी लें
सुंदर दिखने के लए आपकी नींद पूरी होनी बहुत ज़रूरी है। अगर आप रात-रात भर जगे रहते हैं और 7 से 8 घंटे नहीं सोते हैं तो यह जान लें कि आप कभी खूबसूरत नहीं दिख सकते हैं, क्योंकि त्वचा आपकी थकी और हारी रहेगी।
रेटिनोल क्रीम
यह क्रीम कोई जादुगिरी क्रीम से कम नहीं है। अगर आपको मुंहासे तंग कर रहे हैं या फिर चेहरे के रोम छिद्रों के बंद हो जाने से काफी परेशान हैं तो इस समस्या को दूर करने के लिए सबसे सही और उत्तम उपचार है रेटिनोल क्रीम। यह क्रीम अन्य उत्पादों की तुलना में काफी अच्छी है। ध्यान रखें कि यह खास क्रीम आपकी त्वचा को सुंदर और चमकदार बनाने में आपकी काफी मदद करेगी।
गर्भावस्था में तनावरहित रहने करें ध्यान और योग
गर्भवती महिलाओं के शरीर में बहुत सारे बदलाव आते हैं जिसके चलते तनाव हो जाना आम बात है। कामकाजी महिलाओं को ये तनाव ज़्यादा झेलती हैं। इसके अलावा, कई महिलाओं को लेबर पेन और डिलीवरी से जुड़ी अन्य बातों को सोचकर भी तनाव हो जाता है जबकि कोई और समस्या हो या न हो, ये तनाव ज़रूर ऐसे में अपने आप में एक बड़ी समस्या है। इससे आपके अपने और बच्चे के स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। इसलिए ये ज़रूरी है कि आपको इस बात की जानकारी हो कि ऐसे में होने वाले तनाव को कैसे नियंत्रित करना है।
गर्भावस्था में होने वाले तनाव से बचने का सबसे आसान और सुरक्षित तरीका है ध्यान। 10 मिनट निकालकर ध्यान करें। ऐसा रोज़ करें, ताकि आप अपना तनाव धीरे-धीरे कम करती जाएं। कई अध्ययनों में भी ये बातें सामने आई हैं कि जो महिलाएं गर्भावस्था में अपनी देखभाल के साथ-साथ योग व ध्यान करती हैं, उन्हें कम दर्द होता है, डिलिवरी के दौरान कम दवाओं की ज़रूरत पढ़ती है और वो जल्दी उबर जाती हैं।
जब आप ध्यान करें तो सामान्य रूप से सांस लेती रहें। जब आप ध्यान लगाने की कोशिश करें तो ध्यान भटकाने वाली चीज़ों से बचें। मन के अंदर सकारात्मक विचार आने दें। गर्भावस्था के दौरान ध्यान को अपनी आदत बना लें, इससे आपको ज्यादा से ज्यादा फायदे मिल पाएंगे।
फॉलिक एसिड से बढ़ सकती है एलर्जी
गर्भावस्था के बाद के चरणों में फॉलिक एसिड के सेवन से इंट्रायूटेरिन ग्रोथ रेस्ट्रिक्शन (आईयूजीआर) से प्रभावित बच्चों में एलर्जी के खतरे बढ़ सकते हैं। एक नए अध्ययन में इन खतरों के प्रति आगाह किया गया है। फॉलिक एसिड विटामिन बी का एक प्रकार है जो विकसित हो रहे भ्रूण के तंत्रिका ट्यूब में होने वाले दोषों को रोकता है। तंत्रिका ट्यूब गर्भावस्था के पहले महीने में विकसित हो जाता है। यही कारण है कि महिलाओं को गर्भावस्था की पहली तिमाही में फॉलिक एसिड लेने की सलाह देते हैं हालांकि गर्भावस्था के बाद के चरणों में इसके नियमित सेवन की जरूरत नहीं रह जाती और असल में यह बच्चों में एलर्जी के खतरे को और बढ़ा सकता है।
रसोई को सजाने में न करें ये भूल
रसोई घर एक ऐसी जगह है जहां महिलाओं का काफी समय बीतता है। हर महिला इसे अपने अनुरुप सजाना चाहती है। ऐसे में अक्सर हर घर में आज के दौर में मॉडयूलर रसोई बनाने का प्रचलन है। जिसकी वजह से `रसोई’ को लोग हर तरह की आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करते हैं। लेकिन ऐसा करते हुए वे वास्तुशास्त्र को नजरअंदाज कर देते हैं। वास्तुशास्त्र में ऐसी कई चीजें बताई गई हैं, जिन्हें नजरअंदाज करने से आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इन परेशानियों से बचने के लिए आप ऐसा कोई काम नहीं करें जिससे आपके घर की रसोई में किसी प्रकार की दिक्कतें आने लगें। रसोई के वास्तु का प्रभाव महिलाओं के स्वभाव और स्वास्थ्य पर भी पड़ता है।
वास्तुशास्त्र के मुताबिक चाकू को कभी भी लटकाकर नहीं रखना चाहिए। उसे हमेशा सीधा ही रखना चाहिए। आजकल मॉडयूल किचन होने के कारण लोग रसोई की कुछ आवश्यक वस्तुओं को दीवार के सहारे या फिर फिट करवाये गए फर्नीचर में लगे पुंदे पर लटका देते हैं। वास्तुशास्त्र के अनुसार चाकू या काटने से संबंधित कोई भी अस्त्र को रसोई की दीवार पर कभी नहीं लटकाना चाहिए। इससे घर में कंगाली आती है।
अक्सर घरों में बहुत से ऐसे बर्तन होते हैं जो काम में नहीं आते। यह वे बर्तन होते हैं जिन्हें थोडा पुराना होने पर बेकार मान लिया जाता है। यदि आपकी रसोई में ऐसे बर्तन हैं जो इस्तेमाल नहीं हो रहे हैं तो उन्हें रसोई में ना रखें, इन्हें रसोई और घर की बरकत के लिए अशुभ माना जाता है।
अधिकतर लोग झाडू व पोछे को रसोई के पास ही रख देते हैं। जबकि इन्हें रसोई से दूर ही रखना चाहिए। इससे घर में अन्न की कमी होने की संभावना रहती है। विशेषकर झाडू को हमेशा रसोई से दूर और अन्य लोगों की नजरों से छिपाकर कर रखना चाहिए। झाडू को कभी भी पैर नहीं लगाना चाहिए, उसे हमेशा हाथ से उठाकर एक तरफ करना चाहिए।
यदि आपके रसोई में माइप्रोवेव ओवन है तो इसे हमेशा दक्षिण पश्चिम दिशा में ही रखना चाहिए। इसके चलते घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। रसोई को पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर ही बनाना शुभ माना जाता है। ये दोनों दिशा वायु व प्रकाश का संचालन करती हैं।
इस प्रकार आप बेहतर बना सकती हैं रिश्ता
पति-पत्नी का रिश्ता सिर्फ प्यार और विश्वास पर भी टिका होता है लेकिन जहां प्यार है वहां थोड़ी बहुत तकरार भी हो ही जाती है। जो आगे चलकर रिश्तों को और भी मजबूत बना देती है। पति-पत्नी का एक दूसरे पर पूरा हक होता है इसलिए कभी पति को गुस्सा आ भी जाए तो वह अपनी पत्नी पर निकालते हैं। इसके पीछे की खास वजह है आपके पति का आप पर पूरा भरोसा होना कि आप बिना कहे उनके मन का दर्द समझ लेंगी। ऑफिस,बिजनेस,पारिवारिक जिम्मेदारियों या फिर आपसे नाराजगी के कारण परेशान होना आम बात है। इन्हीं वजहों के कारण पति का बर्ताव गुस्सैल, चिढचिढ़ा और रूखा होने लगता है। जिसका रिश्ते पर बुरा असर पड़ता है। अगर यही नोकझोंक बढ जाए तो रिश्ता टूटने की कगार पर आ जाता है। हर दंपत्ति को कभी न कभी इस तरह के हालात से गुजरना पड़ता है। इसके लिए जरूरी है कि अपने जीवन साथी के इशारों को समझें। इन सबके पीछे की वजह जानें, इससे आप दोनों को नई राह जरूर मिल सकती है।
पति को दें बात कहने का मौका
सबसे पहले तो अपने पति को अपनी बात कहने का मौका दें ताकि वह बता सकें कि वह किन हालात में से गुजर रहे है। इससे उन्हें पता चलेगा कि आप उनकी भावनाओं को अच्छे से समझते है। इससे बात सुलझाने में भी आसानी होगी।
अपना सुझाव भी रखें
गुस्से की वजह जानने के बाद उनकी परेशानी में उनका साथ दें। उन्हें सुझाव दें कि कैसे वह इस हालात से खुद को बाहर निकाल सकते है। इसी समय ही आपका साथ रिश्ते की डोर को और भी मजबूत बनाएगा।
अगर पति के गुस्से की वजह आप है तो उनसे माफी मागने से न हिचहिचाएं। अगर माफी से भी बात न बने तो पार्टनर के लिए सरप्राइज प्लान करें या फिर उनका मनपसंद खाना बनाएं। कोशिश करें कि आगे से ऐसे हालात पैदा ही न हो।
कहें दिल की बात
कई बार पति-पत्नी के बीच कुछ गलतफहमियां अपनी जगह बना लेती है। ऐसे हालात में पति के साथ खुलकर बात करें। पति को भी दें समय
व्यस्तता में अक्सर दंपत्ति एक-दूसरे को समय नहीं दे पाते। साथी को समय न दे पाना भी उनके गुस्सा होने की वजह हो सकता है। अक्सर ऐसा पत्नियों के साथ होता है। वह सारा समय परिवार और पर व्यतीत कर देती है पर पति को समय नहीं दे पाती, जिससे उनके बीच दूरियां पैदा हो जाती है। पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ-साथ पत्नी होने का फर्ज भी बखूबी निभाएं।
रात में आते-जाते सुरक्षा का ध्यान रखें महिलाएं
आजकल आम तौर पर कामकाजी महिलाओं को घर आते-आते रात हो जाती है। कुछ नौकरियां भी देर तक काम करने वाली हैं जैसे समाचार माध्यमों में या दुकानों में सेल्सगर्ल आदि की। आधुनिक जीवन शैली में रात की पार्टियों में भी आना-जाना पड़ सकता है। महिलाओं के साथ छीना-झपटी, अपहरण, छेडख़ानी आदि की घटनाएं प्राय: रात में ही घटती हैं। ऐसे में रात में सुरक्षा को देखते हुए कुछ बातें ध्यान में रखकर आप ऐसी घटनाओं से बच सकेंगी।
आपका पहनावा अधिक तड़क-भड़क वाला न हो। भड़कीला परिधान मनचलों को आकर्षित करता है।
आभूषण पहनकर रात को न चलें। लुटेरों की नजर आभूषणों पर रहती है। किसी पार्टी आदि से लौट रही हों तो आभूषण उतारकर बैग में रख लें।
पैदल व्यस्त मार्ग से ही जाएं। महिलाओं के साथ दुर्घटनाएं प्राय: सुनसान मार्गों पर ही घटती हैं। दूसरे सुनसान मार्गों पर जल्दी मदद भी नहीं मिलती। हमेशा सीधे सामने देखते हुए चलें। रुक-रुक कर या इधर-उधर देखते हुए चलने वाली महिला पर शक किया जा सकता है और ऐसे में दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है।
रात में अजनबी से मुस्कुराकर बातें न करें। मुस्कुराहट को अन्यथा ले लिया जाता है।
बस मिलने की संभावना हो तो बस की प्रतीक्षा करें। आटो, कार आदि में सफर न करें।
यदि कार/आटो में सफर करना मजबूरी हो तो किसी अन्य को भेजकर सवारी वहीं मंगाएं जहां से प्रस्थान करना हो।
जिस सवारी में भी सफर करना हो, उसमें चढऩे से पूर्व उसका नम्बर पढ़ लें और चढ़कर उसका नम्बर नोट कर बैग में डाल लें। यह नंबर दिमाग में भी रहना चाहिए।
मोबाइल फोन हो तो गाड़ी में चढऩे के बाद घर पर फोन पर बता दें कि किस गाड़ी में सफर कर रही हैं और क्या नंबर है।
यदि आप किराए की सवारी में अकेले ही सफर कर रही हैं तो ड्राइवर को परिचित मार्ग से ही ले जाने का आदेश दें।
अगर आपको लगता है कि कोई आपका पीछा कर रहा है तो किसी घर पर दस्तक दें और सहायता की मांग करें।
महानगरों में जगह-जगह पुलिस सहायता केंद्र होते हैं। दुर्घटना की आशंका होने पर पुलिस से अपने मोबाइल के जरिये सीधे संपर्क किया जा सकता है। तकनीक की जानकारी होने से आप सुरक्षित रहेंगी।
पीरियड के दर्द को कम करता है अदरक
सर्दियों में अदरक हर घर में इस्तेमाल किया जाता है। खाने का स्वाद बढ़ाने से लेकर सर्दी-खांसी, जुखाम में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है पर क्या आप जानती हैं। यह पीरियड के दर्द को कम करता है। एक अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को अदरक कम करता है। अधिकतर लड़कियां दर्द कम करने के लिए दवाएं लेती हैं, लेकिन अदरक भी एकदम दवा की तरह ही काम करता है और खास बात ये है कि इससे कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं होता। इसके अलावा यह मोटापे को भी कम करता है।
अदरक को फैट बर्नर के रूप में भी देखा जाता है। यह मेटाबॉलिज्म को फास्ट करता है। मेटाबॉलिज्म फास्ट होने से फैट बर्न होता है। ये हाजमें को ठीक करने के साथ शरीर को फिट रखता है। अदरक बॉडी से टॉक्सिन को पसीने के रूप में बाहर निकालता है। कच्चे अदरक के 5 छोटे टुकड़ों से आपको जिंक, मेग्नीशियम, पोटेशियम और क्रोमियम मिल जाता है। यह सब साथ मिलकर ब्लड सर्कुलेशन को अच्छा करते हैं।
हाइपरटेंशन और हाई ब्लड प्रेशर से दिल की बिमारियों का खतरा रहता है। अदरक ब्लड प्रेशर को लो करता है। इसके नियमित सेवन से ब्लड प्रेशर नॉर्मल रहता है। अदरक में विटामिन सी होता है जो रोग प्रतिरोधक शक्ति को बेहतर करता है। अरदक सर्दी और फ्लू में कारगर रहता है। अदरक टुकड़ों को पानी में उबालकर पीने से कॉल्ड और फ्लू खत्म हो जाता है। यह गले के दर्द को भी कम करता है।
कामकाजी महिलाएं इस प्रकार करें खाने की तैयारी
अधिकांश कामकाजी महिलाओं के लिए घर और ऑफिस से तालमेल बैठाना आसान नहीं होता। इसमें जल्दी में खाना बनाना सबसे कठिन काम होता है। ऑफिस जाने की जल्दी के साथ ही घर में उन्हें सबकी पसंद नापसंद का भी ख्याल रखना पड़ता है। ऐसे में एक सवाल उठता है कि क्या बनायें और कैसे बनायें।
पकाने की बजाय ग्रिल करें या भून लें
झटपट खाना बनाने के लिए कुछ तरीके अपनाइए। जैसे कुछ रेसिपी जिसमें सब्जियों और जो भी तलने या पकाने में हम जो वक्त बर्बाद करते हैं उससे अच्छा हम उसे भून सकते हैं या ग्रिल कर सकते हैं। इसके अलावा खाने को स्टीम पर पकाना या उसे उबालकर पकाना भी अच्छा विकल्प है।
इससे उस खाने के पौष्टिक तत्व भी बरकरार रहते हैं साथ ही खाना बिना झंझट के तुरत पक भी जाता है। गैस पर देर तक पकाने की वजह से पौष्टिक खत्म हो जाते हैं। इस विकल्प को अपनाने से समय तो बचेगा ही, साथ ही आपके गैस की खपत भी कम होगी।
सलाद खाएं
सलाद सेहत के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। हालांकि सलाद को हम पूरा खाना नहीं मानते हैं। पर अगर आप थोड़ी-सी समझदारी बरतें तो सलाद को नया रूप देकर अपनी सेहत का भी ख्याल रख सकते हैं। सलाद में ब्रोकली, शिमला मिर्च, गाजर, खीरा और पत्ता गोभी आदि थोड़ी कम पकी हों तो भी अच्छी लगती हैं।
आप पहले से ही जब वक्त हो तो इन सब सब्जियों को काटकर फ्रिज में रख लीजिए और जब सलाद बनाना हो, उस समय उन्हें फ्रिज से निकालिए और थोड़े-से तेल में सलाद को दो मिनट हल्का तल लीजिए या पका लीजिए । हल्का पकने के बाद इसमें अपनी पसंद के मसाले मिलायें। आप इसमें थोड़ा-सा लहसुन या सॉस भी डाल सकती हैं। इसे आप रोटी, सब्जी या ब्रेड के साथ खा सकती हैं। यह न सिर्फ झटपट तैयार होता है, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है।
झटपट करें तैयार, पास्ता-नूडल्स
बच्चे पास्ता और नूडल्स के दीवाने होते हैं, उन्हें पास्ता या नूडल्स पसंद आता है। ये सभी उम्र के बच्चों की पसंद है। अगर आपके बच्चे भी पास्ता या नूडल्स के शौकीन हैं तो आप पास्ता और नूडल्स को उबालकर फ्रिज में 4 से 5 दिनों तक के लिए आराम से स्टोर कर सकती हैं। जब भी बच्चे खाने को मांगे आप स्मार्टली उन्हें उबले हुए पास्ता में सब्जियां, सॉस और थोड़ा-सा चीज मिलाकर फटाफट तैयार कर खिला सकती है।
सूप है हेल्दी और फटाफट स्टार्टर
पास्ता की ही तरह सूप भी तुरत तैयार किया जा सकता है। और हेल्थ की दृष्टि से भी यह सर्वोत्तम है। इसे जल्दी बनाने के लिए प्रेशर कुकर में अपनी पसंद की सब्जियां डालें और उबालें। अब इन उबली हुई सब्जियों को मिक्सी में पीस लें। जिस पानी में आपने सब्जियां उबाली हैं, उसका कुछ हिस्सा सूप में मिलाएं। यह सूप सेहत के लिए तो अच्छा होता ही है, इसे बनाने में समय भी कम लगता है।
खाने के शॉर्ट कट तरीके अपनाएं
किसी भी खाने को बनाने के लिए आसान प्रक्रिया का चुनाव करें। जैसे, अगर पनीर टिक्का बनाना है तो पनीर को मैरिनेट करने के लिए बाजार में उपलब्ध मैरीनेट को उस पर लगाएं और ओवन में रख दें। पनीर टिक्का आधे से कम समय में तैयार हो जाएगा।
पहले से तैयार इन मैरीनेट्स की खासियत होती है कि चाहे पनीर हो या चिकन या मछली, इन्हें लगाने के बाद हमें ज्यादा देर तक इंतजार नहीं करना पड़ता। हम इसे तुरंत ही माइक्रोवेव में रखकर अपनी डिश तैयार कर सकते हैं। वहीं घर में मेरिनेट करने के लिए बहुत समय देना पड़ता है।
कुछ मीठा पहले से बनाकर रख लें
खाना खाने के बाद हर कोई कुछ मीठा खाना पसंद करता है। इसके लिए छुट्टी के दिन ही खीर या हलवा जैसी कुछ चीजें बनाकर रख लें। लेकिन अगर आप कुछ और खाना चाहती हैं तो किसी अच्छी बेकरी से ताजा बनी ब्राउनी या मफिन लाएं और उसे स्टोर करके रख लें।
जब भी उन्हें खाने का मन करे, उसे निकालें और माइक्रोवेव में एक मिनट के लिए गर्म करें। उस पर चॉकलेट सॉस या फिर आइसक्रीम डालें। आपके लिए बेहद लजीज डेजर्ट झट से तैयार है। इसके अलावा कस्टर्ड भी काफी जल्दी बनने वाली डिश है और इसे भी आप पहले से बनाकर रख सकती हैं।
सब्जियों के मसाले पहले से तैया रखें
सब्जी बनाने समय मसाले को बनाने में ज्यादा समय लगता है। प्याज काटो. भूनो फिर टमाटर को काटकर डालो। इन सबमें काफी वक्त जाया होता है। इससे अच्छा है कि प्याज लहसन अदरक सब पीसकर भून ले।
भुन जाने के बाद इन्हें एयर टाईट डिब्बे में भरकर रख लें। अब सब्जी काटें, बस कड़ाही में डालें, मसाले का पेस्ट निकालें, मसाला मिलाकर थोड़ी देर भून लें अब आपकी सब्जी झटपट है तैयार। तो बस इन तरीकों को अपनाकर हो जाइए आप भी स्मार्ट। इस प्रकार आपका काम भी समय पर हो जाएगा और आपको अपने लिए समय भी मिल जाएगा।
टैल्कम पाउडर का यूं करें इस्तेमाल
आम तौर पर सभी महिलाएं सजने संवरने के दौरान टैल्कम पाउडर का उपयोग करती हैं। टैल्कम पाउडर न सिर्फ पसीना सोखने और खूश्बू के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता है बल्कि इसका इस्तेमाल मेकअप सेट करने में भी किया जा सकता है। मस्कारा लगाने से पहले हल्का सा टैल्कम पाउडर लगा लें। इससे आईलैश मेकअप ज्यादा देर तक टिका रहेगा। टैल्कम पाउडर लगाते समय अपनी आंखों को बंद रखें, जिससे आंखों में खुजली या किसी किस्म की समस्या नहीं हो।
मेकअप बेस के तौर पर टैल्कम पाउडर का बेहतरीन इस्तेमाल हो सकता है। मेकअप के दौरान चेहरे के तैलीय लुक से बचने के लिए हल्का सा टैल्कम पाउडर लगा लें। यह आपके मेकअप को सेट करने में मदद करता है और अतिरिक्त तेल को हटा देता है।
वैक्सिंग के बाद खुजली या लालिमा से बचने के लिए वैक्स कराने से पहले आप टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल कर सकती हैं। जिस हिस्से में वैक्स कराना है, वहां पर थोड़ा सा पाउडर लगा लें, इससे त्वचा में कोमलता महसूस होगी।
टैल्क बेहतरीन ड्राइ शैम्पू का भी काम करता है। सिल्की बालों के लिए बालों की जड़ों पर थोड़ा सा टैल्कम पाउडर छिड़क लें। यह अतिरिक्त तेल को अवशोषित कर लेगा और आपके बालों को रेशमी लुक देगा। ऐसा कर लेने के बाद बाल जरूर धो लें, हालांकि इसका इस्तेमाल नियमित रूप से न करें। टैल्कम पाउडर पसीने की गंध को समाप्त करने का भी काम करता है और ताजगी महसूस कराता है। अगर, त्वचा में खुजली हो रही है, तो उसे दूर करने के लिए थोड़ा सा पाउडर लगा लें।
सेहत के लिए समय-समय पर खाना ज्यादा फायदेमंद
सभी लोग अच्छी सेहत चाहते हैं। इसके लिए समय पर खानपान होना चाहिये। अधिकतर लोग यह जानने उत्सुक रहते हैं कि कितनी बार खाना खाने से सेहत ठीक रहती है। हम में ज्यादातर लोग दिन में केवल 3 बार खाना खाने पर जोर देते हैं। वो 3 समय हैं ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो दिनभर में 4-5 बार थोड़े-थोड़े समय पर कुछ ना कुछ खाना पसंद करते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि दिन में तीन बार खाने से सेहत अच्छी रहती है क्योंकि इस तरह खाने से खाना सही तरीके से हजम हो जाता है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि दिन में 5 से 6 बार थोड़े- थोड़े समय पर खाने शरीर स्वस्थ रहता है।
विशेषज्ञों के अनुसार दिनभर में समय-समय पर खाना ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि इस तरह खाने से हमारे शरीर में फैट बर्न होने की क्षमता तेज हो जाती है। साथ ही इस तरह से खाने से हमारी मेटाबॉलिज्म पॉवर मजबूत होती है।
समय-समय पर थोड़ा-थोड़ा खाने से ब्लड शुगर लेवल सही बना रहता है। शरीर में एनर्जी बनी रहती है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो दिन में तीन बार हेवी खाने के बजाए गेप करके थोड़ा-थोड़ा खाएं। खाना खाने का यह तरीका सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि इस तरह खाने से शरीर में मेटाबॉलिज्म स्थिर रहता है जिस कारण आसानी से वजन कम किया जा सकता है।
डायबिटीज के मरीजों को दिन में कम से कम 5 बार थोड़े-थोड़े समय पर खाना चाहिए क्योंकि इससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है। साथ ही इससे केलोरीज बर्न होती हैं और शरीर को भरपूर मात्रा में प्रोटीन मिलता है।
हालांकि, हर व्यक्ति का शरीर अलग तरह से काम करता है। इसलिए अपने शरीर के ध्यान में रखकर ही हमें खाना चाहिए। आप चाहें दिन में 3 बार खाना खाएं या 6 बार, जरूरी है कि आपका मेटाबॉलिज्म सही तरीके से काम कर सके।
अगर आपको इस बात की जानकारी नहीं हैं कि आपके शरीर के लिए दिन में कितनी बार खाना फायदेमंद होगा तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
घरेलू उपायों से निखारें खूबसूरती
हर महिला चाहती है कि वह खूबसूरत नजर आये। इसके लिए ब्यूटी पार्लर और महंगे सौंदर्य प्रसाधनों की जगह घरेलू उपाय भी बेहद कारगर रहते हैं। यहां तक की बॉलीवुड की अभिनेत्रियां भी आम महिलाओं की ही तरह घरेलू नुस्खों में भरोसा रखती हैं। इसलिए जब बात त्वचा को झुर्रियों से दूर रखने की आती है, तो वो प्राकृतिक चीजों को ही वरीयता देती हैं। झुर्रियों से छुटकारा पाने के लिए आप भी ये उपाय आजमां सकती हैं। इसके कोई नकारात्मक प्रभाव भी नहीं होते।
दूध का पाउडर
दूध के पाउडर में शहद और थोड़ा सा पानी मिलाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा नरम होने के साथ ही निखर जाती है। इससे चेहरे की झुर्रियां भी कम हो जाती हैं।
केला
केले का क्रीम जैसा पेस्ट बनाकर उसे चेहरे पर लगाएं। आधे घंटे तक लगाएं रखें फिर सादे पानी से धो लें। त्वचा को अपने आप सूखने दें, उसे पोछे नहीं। केले के इस्तेमाल से त्वचा में कसाव आता है और झुर्रियों पर फर्क नजर आने लगता है।
ऑलिव ऑयल, बादाम का तेल और नारियल का तेल त्वचा को झुर्रियों से बचाने में कारगर हैं। इनकी मालिश से न केवल चेहरे की रंगत खिलती है, बल्कि रिंकल्स भी दूर होते हैं।
मुल्तानी मिट्टी
झुर्रियों पर मुल्तानी मिट्टी सबसे ज्यादा असर करती है। यह त्वचा में कसाव लाती है और महीन रेखाओं को भी खत्म करती है। आप मुल्तानी मिट्टी लगाने से पहले उसे आधे घंटे के लिए भिगा दें। मिट्टी गल जाए तो उसमें खीरे का रस, टमाटर का रस और शहद मिलाएं। इस मिश्रण को चेहरे पर लगाएं। पर ध्यान रहे कि लेप लगाने के बाद बैठे या खड़े न रहें, बल्कि लेट जाएं।
पानी
इसके अलावा पर्याप्त पानी पायें। सुबह उठते ही दो ग्लास पानी पीयें और हर घंटे एक ग्लास पानी जरूर पीयें। इससे त्वचा में चमक आएगी और आप अपनी उम्र से हमेशा छोटी ही लगेंगी पर अगर आप पानी कम पीती हैं तो समय से पहले आपकी त्वचा बूढ़ी हो जाएगी।
सर्दियों में करें सरसों के तेल का इस्तेमाल
सर्दियों के मौसम में त्वचा बेजान और रुखी हो जाती है। इसके अलावा बालों में डैंड्रफ की समस्या भी होती है। इन सब को ठीक करने के लिए बाजार में कई क्रीम, शैंपू और लोशन मौजूद है पर इससे कुछ समय के लिए ही लाभ होता है। इन समस्याओं का सबसे कारगर उपाय है सरसों का तेल। जानते हैं सरसों का तेल किन समस्याओं से निजात दिला सकता है।
सर्दियों में चेहरे पर पिंपल्स, काले धब्बे आने लगते हैं। अगर आप इसे बिना किसी रसायन के हटाना चाहते हैं तो सरसों तेल का इस्तेमाल करें। इसमें विटामिन और प्रोटीन अधिक मात्रा में पाई जाती है और इससे रक्त संचार भी ठीक रहता है।
ड्राई स्किन के लिए
सर्दियों में हमारी त्वचा रूखी और बेजान हो जाती है। मॉश्चराइजर ज्यादा देर तक टिक नहीं पाता। सरसों का तेल इस समस्या से भी आपको छुटकारा दिला सकता है। सरसों तेल की एक-दो बूंद को ड्राई स्किन पर लगाएं और अपने चेहरे पर भी लगाएं। तेल लगाने के कुछ देर बाद मुंह धो लें। साथ ही यह अरोमा थैरेपी के काम में भी आता है।
स्किन टैन साफ करता है। ज्यादा देर तक धूप में रहने के कारण स्किन टैन हो जाती है। जहां स्किन टैन हुई है वहां सरसों का तेल लगाएं। ऐसा एक हफ्ते में तीन-चार बार करें।
बालों के लिए फायदेमंद: सर्दियों में बाल बहुत गिरने लगते हैं और डैंड्रफ की समस्या भी होती है। ऐसा होने पर सिर पर सरसों तेल लगाएं। इसके लिए थोड़ा तेल लें और उससे धीरे-धीरे स्कल्प पर लगाएं और मसाज करें। ऐसा करने के बाद कुछ देर तक बालों को छोड़ दें और थोड़ी देर बाद धो लें। ऐसा करने से आपके बालों की डैंड्रफ आदि की दिक्कत दूर हो जाएगी।
खाने में भी सेवन करें
सरसों तेल में कैल्शियम, आयरन भरपूर मात्रा में पाई जाती है। खाने में सरसों तेल का इस्तेमाल करने से शरीर को मजबूती है। साथ ही सरसों तेल से शरीर की मालिश भी करनी चाहिए। इसकी सुगंध से मच्छर दूर भागते हैं।
बालों को कलर करती हैं तो इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप आजकल स्टाइलिश लुक के लिए बालों को कलर करने की सोच रही हैं। तो कुछ बातों का ख्याल रखें। अगर आप ये मानती हैं कि एकबार बाल कलर करने के बाद रंग कई महीनों तक बना रहेगा तो ये आपकी गलती है। कलर करने के कुछ दिनों तक तो आपके बाल बहुत चमकेंगे लेकिन हर बार उन्हें धोने के साथ ही रंग हल्का होता जाएगा। ऐसे में पहले से ही इस स्थिति के लिए तैयार रहें।
कलर कराने के बाद जब भी बाल धोयें तो ठंडे पानी का ही इस्तेमाल करें। इससे कलर जल्दी फीका नहीं पड़ेगा।
कलर कराने के बाद जब भी बाल धोएं हल्के रंग की तौलिया और हल्के रंग के टॉप पहनने से परहेज करें। वरना तौलिए और टॉप पर रंग के धब्बे पड़ सकते हैं। कलर कराने के बाद बहुत जल्दी-जल्दी बाल मत धोएं। इससे बालों का कलर बहुत जल्दी हल्का पड़ जाएगा। बाल कलर कराने के बाद हो सकता है कि आपको डैंड्रफ की समस्या हो जाए या फिर आपके बाल बाल दो-मुंहे हो जाएं। बाल कलर करने से पहले दस्ताने पहनना बिल्कुल न भूलें। वरना आपके हाथों में कलर लग जाएगा और इसे हटाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती पड़ेगी।
इस प्रकार लगायें लिपस्टिक
लिपस्टिक से खूबसूरती बढ़ती है पर कई बार लगाते समय यह दांतों पर लग जाती है जिससे आप हास्य की पात्र बन सकती हैं। ऐसे में लिपस्टिक को दांतों से दूर रखने के लिए आप कुछ आसान तरीके अपना सकती हैं। मैट लिपस्टिक का प्रयोग करें। मैट लिपस्टिक इधर-उधर नहीं फैलती है। अगर आपके दांतों में लिपस्टिक लग जता है तो आपके लिए अच्छा होगा कि आप क्रीम और सैटिन लिप कलर्स से दूर रहें।
लिक्विड मैट लिपस्टिक का प्रयोग करें। मैट से भी अच्छा लिक्विड मैट होता है। इस लिपस्टिक में शाइन होता है और यह लंबे समय तक रहता है। उंगली से बाहर निकालें लिपस्टिक। दांतों में लिपस्टिक लग जाने के बाद मुंह में कोई भी उंगली डालें। इससे फैली हुई लिपस्टिक उंगली से बाहर आ जाती है।
लिप लाइनर का प्रयोग करें। लिप लाइनर लगाने से लिपस्टिक लाइन के बाहर नहीं जाती और दांत में भी नहीं फैलती।
टिश्यू का प्रयोग करें। दांतों पर लिपस्टिक जाने से रोकने के लिए होठों के बीच टिश्यू पेपर रखें। इससे दांतों पर लिपस्टिक का दाग नहीं लगता। होठ को रगड़ लें। लिपस्टिक लगाने से पहले अपने होठों को अच्छी तरह से रगड़ लें।
लिप ब्रश का प्रयोग करें: लिप ब्रश से एकदम अच्छे से लिपस्टिक लगती है और दांत में दाग भी नहीं लगते।
इस प्रकार गोरा होगा रंग
सुंदर दिखने के लिए हर कोई गोरा रंग चाहता है। खास तौर से लडकियों पर तो अपनी त्वचा के रंग को लेकर जुनून सवार होता है। इसी को देखते हुए बाजार में गोरे रंग के लिए कई क्रीम मिलती हैं पर वह केमिकल से भरे रहती हैं और इन क्रीमों को लगाने से चेहरे की त्वचा और भी खराब हो सकती है। ऐसे में आप घरेलू उपायों से गोरा रंग पा सकती हैं। इसमें किसी प्रकार का नुकसान भी नहीं होता।
पाईनॅपल (अननस) तो सभी को आसानी से मिल जाता है, तो हम आपको बता दे की यह फल सिर्फ खाने में ही फायदेमंद नहीं तो इसके और भी फायदे है। ये फल आपकी सुंदरता निखारने में भी काम आ सकता है। इन प्राकृतिक उपायों से किसी भी प्रकार का नुकसान नही होता। पाईनॅपल का रस निकालकर या तो अपने फेस पॅक में मिला कर लगाइये या फिर उसके फ्लप को सीधे चेहरे पर लगाइये। कुछ ही दिनों में आपको असर दिखना शुरू हो जायेंगा.
मुहांसों को हटाने के लिये पाईनॅपल के रस को फेस पॅक में मिलाकर चेहरे पर लगाये। आप चाहे तो इसका फ्लप को भी चेहरे पर लगाने से मुहासों से छुटकारा मिलाता है। इसके बाद गुनगुने पानी से अच्छी तरह चेहरा धो लें।
पाईनॅपल में ब्लीचिंग एजेंट होता है। जिसे लगाने से चेहरे की रंगत साफ होती है.
पाईनॅपल में इम्युनिटी बढ़ती है यह विटामिन सी और एंडी ऑक्सीडेंट का काम भी करता है। इसे लगाने का बेहतर तरीका यह है कि एक कटोरी में एक चम्मच पाईनॅपल का फ्लप और दो चम्मच नमक और एक चम्मच शहद मिलाये। ये स्क्रब ऑईली चेहरे के लिये अच्छा होता है। ऑइली चेहरे के लिये स्क्रब पाईनॅपल में काफी सारा विटामिन सी होता है पर इसे सप्ताह में केवल एक बार ही लगाना चाहिये।
योग से रहेंगी स्वस्थ और आकर्षक
क्या आप जानती हैं योग के फायदे बहुत हैं, इसीलिए आपको योग को अपनी लाइफ स्टाइल में शामिल करना चाहिए। आमतौर पर देखा गया है कि महिलाएं अपनी सुंदरता के प्रति बहुत जागरूक होती हैं लेकिन हर समय अपने आप पर ध्यान देना संभव नहीं होता। ऐसे में महिलाओं के लिए जरूरी हो जाता है कि वे योगा करें। यदि वे शारीरिक रूप से फिट रहेंगी तो उनकी सुंदरता भी खुद-ब-खुद निखर जाएगी। महिलाओं को छरहरी काया और फिटनेस की फ्रिक रहती हैं लेकिन उनके पास सरल और आसान उपाय नहीं होता लेकिन योग के जरिए वे अपनी इस समस्या को सुलझा सकती हैं।
इतना ही नहीं योगा के जरिए आप ना सिर्फ स्वस्थ रह सकती हैं बल्कि आप कई बीमारियों से बच सकती हैं लेकिन क्या आप जानते हैं योगा परिस्थितियों के हिसाब से किया जाता हैं। यानी आप बीमार हैं या आपको कोई गंभीर रोग है तो आपको कुछ योगासन करने के लिए मनाही होगी। इतना ही नहीं गर्भावस्था जैसी स्थितियों में भी आपको योगासन के दौरान बहुत सावधानी बरतनी होगी। ऐसे में ये सवाल उठता है कि महिलाओं के लिए योगासन कौन-कौन से हैं या फिर महिलाओं को किन योगासनों को नहीं करना चाहिए। महिलाओं को कब कौन से आसन करने चाहिए और कौन से नहीं। यहां ये भी सवाल उठता हैं कि महिलाओं के लिए योगा के लाभ कितने हैं और महिलाओं को योगा कैसे करना चाहिए।
महिलाओं के लिए योगा
श्वास क्रिया- महिलाओं को अपनी आवाज को सुरीला बनाने और सांस संबंधी समस्याओं से बचने के लिए श्वास क्रियाएं करनी चाहिए।
वज्रासन- जो महिलाएं खाने के बाद टहल नहीं पाती और मोटापे व पेट संबंधी समस्याओं से भी बचना चाहती हैं तो इन्हें वज्रासन करना चाहिए।
श्वासन- श्वासन महिलाओं के लिए बहुत ही उपयुक्त आसन हैं क्योंकि शरीर को रिलैक्स करने और तनाव मुक्त होने और थकान उतारने के लिए श्वासन करना चाहिए।
सूर्य नमस्कार– महिलाएं यदि अपने लिए समय नहीं निकाल पाती और योगासन को भी कम से कम समय देना चाहती हैं तो उन्हें सूर्य नमस्कार की 12 विधियों को करना चाहिए। इससे ना सिर्फ पूरे शरीर का व्यायाम हो जाता है बल्कि आप तरोताजा भी महसूस करेंगी।
योगा के लाभ
महिलाओं के लिए योगा के बहुत फायदे हैं। महिलाओं को घर और बाहर के साथ-साथ और भी कई तरह की जिम्मेदारियां निभानी होती हैं जिसके कारण वे अपने आपको बिल्कुल समय नहीं दे सकती लेकिन जो महिलाएं योगा करती हैं वे योग के जरिए भी स्वस्थ रह सकती हैं।
रोजाना योग से बढ़ती उम्र में होने वाली बीमारियों से आसानी से बच सकती हैं।
गर्भावस्था के दौरान स्वस्थ रहने के लिए महिलाओं को योगा की बहुत जरूरत होती हैं क्योंकि इससे बच्चे का विकास भी ठीक तरह से होता है और प्रसव के दौरान और बाद में भी आने वाली समस्याओं से बचा जा सकता हैं।
फटी उंगलियां घरेलू उपायों से होंगी ठीक
सर्दियों में हाथ पैरा को विशेष देखभाल की जरुरत होती है। सही प्रकार से देखभाल नहीं करने पर हाथों की उंगलियों की त्वचा फटने लग सकती हैं। यह काफी दर्दनाक और कष्टकारी होता है पर कुछ आसान घरेलू उपायों से इसमें राहत पायी जा सकती है। नाखूनों व आसपास की त्वचा की सफाई के लिए घर पर ही नीबू के रस में पानी व चीनी मिलाकर पेस्ट बना लें। इस मिश्रण को हाथों पर 5 मिनट के लिए लगा कर छोड दें। फिर हाथों को गुनगुने पानी से साफ करके सुखा लें। आपके हाथ आपकी खूबसूरती और सेहत का पैमाना हो सकते हैं। इसलिए आपको चाहिए कि उनका खास खयाल रखें। याद रखें संक्रमित व बीमार हाथ आपको और आपके परिवार को भी बीमार बना सकते हैं।
आमतौर पर हाथों की देखभाल ना करने पर उंगुलियों की त्वचा फटने लगती है। उंगुलियों के आसपास की त्वचा काफी संवेदनशील होती है, जिससे त्वचा के फटने की आशंका बढ़ जाती है। उंगलियों पर दवा लगाना भी आसान नहीं होता, क्योंकि हमें सारा काम हाथों से ही करना होता है।
उंगुलियों की त्वचा के फटने के कई कारण हो सकते हैं। अगर इसे गंभीरता से ना लिया जाए, तो इनसे ब्लीडिंग भी हो सकती है। सर्दियों में क्योंकि त्वचा अपनी नमी खोने लगती है, इसलिए इस दौरान यह समस्या काफी बढ़ जाती है। साबुन व डिटर्जेंट के अधिक संपर्क में आने व मॉश्चरराइजर का प्रयोग नहीं करने से यह समस्या बढ़कर संक्रमण का रूप ले लेती है। जानिए हमारे साथ उंगुलियों की फटी त्वचा को आसानी से ठीक करने के उपाय
सफाई करना ना भूलें
अगर आपके हाथों की त्वचा फटी हुई है, तो उसे कुछ देर तक हल्के गुनगुने व साबुन के पानी में डालकर रखें। मैनिक्योर में इस्तेमाल कैंची के जरिए हाथों की फटी व कठोर त्वचा को सावधानीपूर्वक हटाएं। नर्म व मुलायम त्वचा को ट्रिम ना करें, ऐसा करना काफी दर्द भरा हो सकता है।
मॉश्चरराइजर है जरूरी
दिन भर में जितनी बार हाथों को धोएं मॉश्चरराइजर लगाना ना भूलें। इससे हाथों में नमी बनी रहती है। ध्यान रखें हमेशा नॉन-पर्फ्यूम मॉश्चरराइजर ही लगाएं क्योंकि इसमें एल्कोहल नहीं होता। एल्कोहल वाले मॉश्चरराइजर के प्रयोग से फटी हुई त्वचा में संक्रमण भी हो सकता है।
नाखूनों की सफाई
नाखूनों को हमेशा छोटा व साफ-सुथरा रखना चाहिए। नाखूनों के अंदर की त्वचा को साफ करने के लिए नेल ब्रश की मदद लेनी चाहिए। किसी भी सौम्य साबुन की मदद से नियमित रुप से नाखूनों को साफ करें। ब्रश की मदद से नाखूनों के पास जमा गंदगी को आसानी से साफ किया जा सकता है। यह गंदगी ही आगे चलकर संक्रमण का कारण हो सकती है।
क्यूटिल ऑयल लगाएं
रात को सोने से पहले क्यूटिल ऑयल लगाना ना भूलें। जिस जगह पर क्यूटिल नाखूनों से मिलते हैं वहां पर एक बूंद तेल लें और नाखूनों व क्यूटिल के आसपास के हिस्सों पर अच्छे से मसाज करें। इसके बाद पतले दस्ताने पहनना ना भूलें इससे तेल काफी देर तक नाखूनों पर लगे रहेंगे।
फटी त्वचा को चबाएं नहीं
फटी हुई त्वचा को कभी भी काटना, नोंचना व चबाना नहीं चाहिए। ऐसा करने से मुंह के बैक्टेरिया आपकी चोटिल त्वचा के संपर्क में आ सकते हैं। अगर आपको नाखून चबाने की आदत है तो च्वूइंग गम चबाएं और अगर फिर भी आप खुद रोक नहीं पा रहे हैं तो फटी हुई त्वचा पर बैंडेज लगा कर रखें।
नेल पॉलिश कम लगाएं
नाखूनों पर एक हफ्ते से ज्यादा देर के लिए नेल पॉलिश न लगा रहने दें। अगर नेल पॉलिश ज्यादा समय के लिए नाखून पर रहती हैं तो वह नाखूनो की सतह को खराब बना देती है। साथ ही नाखून बदरंग, अस्वस्थ और संक्रमण के शिकार हो जाते हैं।
क्यूटिकल्स को साफ रखें
क्यूटिकल्स नाखूनों के दोनों ओर होते हैं जिसमें गंदगी जम जाती है। यह इतने प्रभावशाली होते हैं कि इसकी वजह से नाखून खराब भी हो जाते हैं।अच्छा होगा की आप समय समय पर क्यूटिकल्स को काटती रहें।
गर्भावस्था के बाद ऐसे हटाएं निशान
गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ने से त्वचा में काफी खिचाव आता है। खिचाव की वजह से ज्यादातर महिलाओं के शरीर पर स्ट्रेच के निशान पड़ जाते हैं। ये मार्क्स पेट के निचले हिस्से, कमर, बाजू, पैर आदि पर पड़ जाते है। अगर समय रहते इन पर ध्यान ना दिया जाए तो इनको हटाना बहुत कठिन होता है।
इस प्रकार हटेंगे निशान
त्वचा के दाग धब्बों को हटाने में एलोवेरा जेल बहुत लाभकारी होता है। एलोवेरा जेल में विटामिन ई का तेल मिलाकर स्ट्रेच मार्क्स पर लगाने से स्ट्रेच मार्क्स से काफी हद तक छुटकारा मिल सकता है। आलू का रस या इसके पेस्ट को रोजाना स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं। सूखने पर पानी से धो लें। जल्द ही आपके स्ट्रेच मार्क्स हल्के होने लगेंगे।
त्वचा के लिए विटामिन ई बहुत अच्छा होता है। विटामिन ई तेल में एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं, जो कोलेजन को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैं। रोजाना 15 से 20 मिनट तक अपने स्ट्रेच मार्क्स पर विटामिन ई के तेल से मालिश करें। यह तेल स्ट्रेच मार्क्स को कम करता है और अगर इसका प्रयोग अच्छे से किया जाए तो स्ट्रेच मार्क्स को दूर करने की भी क्षमता रखता है।
नींबू का रस त्वचा से दाग धब्बे हटाने में बहुत अहम भूमिका निभाता है। स्ट्रेच मार्क्स पर नींबू का रस लगाने से फायदा होता है। आप चाहें तो नींबू के रस के साथ खीरे का रस मिलाकर भी स्ट्रेच मार्क्स पर लगा सकते हैं। नियमित रूप से इसके इस्तेमाल से धीरे-धीरे ये निशान दूर हो जाएंगे।
स्ट्रेच मार्क्स से छुटकारा पाने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। इसलिए स्ट्रेच मार्क्स दूर करने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। अंडे में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। जो किसी भी तरह के निशान को दूर करने में मददगार साबित होता है। रोजाना स्ट्रेच मार्क्स पर 10-15 मिनट तक अंडे की सफेदी लगाएं। धोने के बाद जैतून के तेल से मालिश करें। कुछ समय में निशानों से राहत मिल जाएगी।
सर्दी में धूप सेकने से आप रहेंगी सेहतमंद
सर्दी के मौसम में अगर आप अपनी फिटनेस के प्रति सजग रहती हैं तो आपको धूप में भी बैठना चाहिये क्योंकि सर्दी के कारण हो रही कई बीमारियों से आपको राहत मिलेगी। धूप सेंकने से केवल विटामिन डी ही नहीं मिलता, बल्कि इससे सेहत को कई तरह के अन्य लाभ भी होते हैं। दिल के रोगियों के लिए भी यह बेहद लाभप्रद होता है। इसके अलावा तकरीबन सभी बीमारियों में धूप सेंकने से लाभ मिलता है।
यह तो सभी जानते हैं कि धूप सेंकने से शरीर को भरपूर मात्रा में विटामिन डी मिलता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके साथ ही धूप सेंकने से जोड़ों का दर्द और सर्दी से होने वाले बदन दर्द से भी राहत मिलती हैं।
धूप सेंकने से हमारे शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन पैदा होता है। इस हार्मोन के होने से अच्छी और सुकून की नींद आती है। साथ ही इससे मानसिक तनाव भी कम होता है। धूप से हमारे दिमाग में ताजगी और खुशी का रसायन भी तेज होता है और अवसाद जैसी बीमारियां ठीक होती हैं।
धूप में बेठने से शरीर में कोलेस्ट्रोल घटने लगता है, जो वजन कम करने में मददगार साबित होता है।
अगर शरीर में किसी तरह का फंगल इंफेक्शन हो जाए तो धूप में जरूर बैठें. क्योंकि धूप में बैठने से बैक्टीरियल इंफेक्शन खत्म हो जाता है। इसलिए धूप स्किन की समस्याओं से राहत दिलानें में बहुत ही कारगार साबित होती है।
सूरज की किरणें पीलिया जैसी गंभीर बीमारी को ठीक करने की क्षमता रखती हैं। इसलिए पीलिया के मरीजों को धूप में जरूर बैठना चाहिए।
गर्भावस्था की हालत में धूप सेंकने से बच्चे का विकास अच्छी तरह होता है। सूरज की किरणों से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट रेज से हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होता है. जो हमें कई तरह की बीमारीयों से सुरक्षित रखने में मदद करता है। धूप में बैठने से शरीर में खून जमने की समस्या दूर हो जाती है। जिस कारण शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही बना रहता है. इसलिए इससे डायबिटीज और दिल के मरीजों को काफी फायदा होता है।
सर्दी में ग्लैमरस दिखेंगी आप
सर्दी के मौसम में लड़कियों को सबसे ज्यादा चिंता सुंदर दिखने की रहती है क्योंकि कई लड़कियों को लगता है कि ज्यादा कपड़े पहनने से वो मोटी तो लगेंगी ही, साथ ही उनकी उम्र भी ज्यादा दिखाई देगी। ऐसे में कपड़े पहनने के इन तरीकों से आप सर्दी में मौसम में भी ग्लैमरस दिखाई देंगी।
सर्दियों के मौसम में सबसे ज्यादा दिलकश और हॉट लाल रंग लगता है। अगर आप भी सर्दी के इस मौसम मे हॉट दिखना चाहती हैं तो, इस तरह से लाल रंग का स्वेटर जैगिंग या जींस के साथ पहन सकती हैं। सर्दियों में डार्क रंग पहनने से चेहरा भी निखरा हुआ लगता है।
कार्डिगन को ज्यादातर महिलाएं आउटडेटेड समझती हैं लेकिन आप अगर इसे सही ढंग से पहनेंगी तो इसमें भी ग्लैमरस लुक पा सकेंगी। आप कार्डिगन को खुला छोड़कर श्रग की तरह किसी टॉप या ड्रेस के साथ पहन सकती हैं। साथ में मफलर का इस्तेमाल भी करेंगी तो ज्यादा अच्छा लगेगा।
शार्ट जैकेट महिलाओं की हमेशा से ही पहली पसंद रही है। गर्मी हो या सर्दी महिलाएं इन जैकेट्स को पहनने का कोई ना कोई बहाना ढूंढ ही लेती हैं। शॉर्ट जैकेट्स की खास बात यह है इन्हें किसी भी तरह कि ड्रेस के साथ पहना जा सकता हैं। मौका अगर सर्दी का हो तो इसको पहनना जरूरी हो जाता है।
अगर आप सिंपल और क्लासी लुक चाहती हैं तो आप जींस पर डार्क रंग की लॉंग जैकेट पहनें। साथ में शूज भी पहन सकती हैं। यह लुक क्लासी होने के साथ बहुत ही कंफर्टेबल भी हैं।
वूलेन स्लिम फिट लॉंग कोट सर्दियों के मौसम के लिए सबसे बेस्ट होते हैं क्योंकि यह खुद में ही इतने गर्म होते हैं कि इस तरह के कोट पहनने के बाद दूसरे कपड़े पहनने की जरूरत नहीं रहती है। जिस वजह से महिलाओं की ज्यादा कपड़े पहन कर मोटे लगने की समस्या भी दूर हो जाती है, साथ ही खूबसूरत भी लगते हैं।
अगर आप एक कॉलेज गर्ल हैं तो यह आपके लिए सबसे परफेक्ट लुक है। जींस टॉप पर वूलेन स्वेटर को श्रग की तरह पहनें। साथ में शूज या बूट्स पहनें। थोड़ा और ज्यादा ग्लैमरस दिखने के लिए गले में मफलर डाल सकती हैं।
अगर आप वन पीस ड्रेस पहनने की शौकिन हैं लेकिन सर्दी की वजह से नहीं पहन पा रहीं हैं तो निराश होने के बजाए खुश हो जाएं क्योंकि आपकी इस परेशानी का हल हमने ढूंढ निकाला है। जी हां, आप किसी गर्म हाई नेक स्वेटर पर अपना वन पीस स्टोकिंग्स और लॉंग बूट्स के साथ पहनकर ग्लेमरस और हॉट दिख सकती हैं।
सर्दी के मौसम में ग्लेमरस लुक पाने के लिए आप इस तरह से वूलेन ड्रेस के उपर फैदर जैकेट्स पहन सकती हैं। साथ में बूट्स और कैप पहन कर अपना लुक निखारकर हॉट दिख सकती हैं। इसके साथ ही आप ऑफ शोल्डर ऊनी टॉप जींस और बूट्स के साथ पहन कर अपनी लुक में ग्लेमर का तड़का लगा सकती हैं।
गोरा होने करें चॉकलेट फेस पैक का इस्तेमाल
चॉकलेट का इस्तेमाल अब सिर्फ मुंह मीठा करने तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि इसे त्वचा के लिए भी बेहद फायदेमंद माना जा रहा है। अब तक चॉकलेट फेशियल का नाम सुना था मगर अब इससे बनी वैक्सिंग, बॉडी पॉलिशिंग, मेनिक्योर, पेडिक्योर और फेस मास्क आदि भी बाजार में उपलब्ध हैं। यह न सिर्फ चेहरे के दाग-धब्बे को दूर करता है, बल्कि रूखी त्वचा को भीतर से मॉयस्चराइज़ करने का भी काम करता है। इसके उपयोग से चेहरे की फाइन लाइंस दूर हो जाती हैं और स्किन ग्लो करने लगती है।
दाग-धब्बे होते हैं दूर
इसमें मौज़ूद एंटीऑक्सीडेंट्स से झुर्रियां, दाग-धब्बे और चोट के निशान ठीक हो जाते हैं। घर में इसका फेस पैक तैयार करने के लिए 1/4 कप कोकोआ पाउडर में तीन टीस्पून शहद और नींबू की कुछ बूंदें डालकर अच्छी तरह मिलाएं। अब इसे चेहरे पर करीब 20 मिनट तक लगा रहने दें। थोड़ी देर बाद पैक को धो दें। इससे त्वचा मुलायम होगी और चेहरे पर निखार आ जाएगा।
ड्राई स्किन को करे ठीक
डार्क चॉकलेट में विटमिन, कैल्शियम और आयरन पाया जाता है। इसके बने मास्क को चेहरे पर लगाने से आपको नैचरल ग्लो मिलेगा। घर में इसे बनाने के लिए बोल में 2 टीस्पून कोकोआ पाउडर, 1 टीस्पून ताज़ी क्रीम, 1 टीस्पून शहद और 2 टेबलस्पून ओटमील मिलाकर अच्छी तरह मिक्स करें। इस पैक को हफ्ते में एक बार लगाने से कुछ ही समय बाद आपको चेहरे पर फर्क महसूस होने लगेगा।
चेहरा कोमल रहेगा
चॉकलेट से बने मास्क या फेशियल में एंटी-इनफ्लेमेटरी तत्व होते हैं, जो चेहरे की नमी को बरकरार रखते हैं। इससे त्वचा में पिंपल्स और चोट के निशान आदि नहीं होते। एक तरह से चॉकलेट से बने पैक सुरक्षा कवच प्रदान करने का काम करते हैं। इन्हें लगाने से चेहरा कोमल हो जाता है।
सनबर्न से रखे सुरक्षित
धूप की हानिकारक यूवी किरणों से बचाव के लिए अकसर स्त्रियां सनस्क्रीन क्रीम या लोशन का इस्तेमाल करती आई हैं लेकिन इसके लिए अतिरिक्त खर्च करने की ज़रूरत नहीं है। घर पर ही चॉकलेट को पिघलाकर ठंडा हो जाने पर लगाएं। सूख जाने पर इसे गुनगुने पानी से धो दें। सप्ताह में करीब एक बार इसे ज़रूर अपनाएं। यह सनबर्न से भी बचाव करता है।
ओट्स फेस पैक से निखरेगी त्वचा
ओट्स आम तौर पर नाश्ते में खाया जाता है पर यह त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। साथ ही इससे बने फेसपैक से त्वचा को हमेशा के लिए तरोताजा बनाया जा सकता है। इसमें मौजूद एक्सफोलिएटिंग, क्लींजिंग और मॉश्चराइज़िंग तत्व इसे आपकी त्वचा के लिए बेहतर रेमेडी बना देते हैं। ओट्स फेस पैक को आसानी से घर पर बना सकते हैं। इसमें मिलाने वाले तत्व आपकी रसोई में ही उपलब्ध रहते हैं।
ओट्स और एलोवेरा स्क्रब
एलोवेरा का प्रयोग काफी समय से मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए किया जाता रहा है। इसमें मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी तत्व मुहांसे, टैनिंग और संक्रमण जैसी त्वचा की समस्याआं को दूर करता है। ओट्स पाउडर को एलोवेरा जेल में अच्छे से मिलाकर चेहरे पर मसाज करें। 3 से 5 मिनट तक मसाज करने के बाद इसे सूखने दें, उसके बाद पानी से धो लें। इस नैचुरल स्क्रब से त्वचा की अंदरूनी सफाई होती है। इससे डेड स्किन के साथ ही ब्लैक हेड्स और व्हाइट हेड्स की समस्या भी दूर हो जाती है।
शहद और ओट्स फेसपैक
इस मॉश्चराइजिंग और एक्सफोलिएटिंग फेस पैक को बनाने के लिए 2 चम्मच ओट्स में थोड़ा कच्चा दूध और एक चम्मच शहद मिलाएं। इसे अच्छे से मिला लीजिए, फिर इस पेस्ट को चेहरे और गले पर लगाएं। जब यह सूख जाये तो इसे पानी से धो लें। ये फेस पैक ड्राई स्किन के लिए अच्छा है और इससे त्वचा में निखार आता है।
ओट्स और गुलाबजल
इस फेस पैक को बनाने के लिए 2 चम्मच ओट्स में 1 चम्मच गुलाबजल और 1 चम्मच शहद मिला लीजिए। इनका पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को चेहरे पर 10 मिनट के लिए लगाएं और फिर चेहरा धो लें। फिर देखिये आपकी त्वचा चमक जायेगी।
ओट्स, दूध और नींबू
इस फेस पैक को बनाने के लिए 2 चम्मच उबले ओट्स, 2 चम्मच दूध और 4 चम्मच नींबू का रस मिला लें। जब ओट्स ठंडे हो जाएं तो उसे चेहरे पर लगा लें। 20-25 मिनट बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें। चेहरा निखर जायेगा।
ओट्स पैक और योगर्ट
थोड़े ओटमील को पानी में पका लें और इसे ठंडा होने दें। फिर चेहरे पर इसे लगा लें। इसे 15-20 मिनट तक चेहरे पर लगा रहने दें, उसके बाद धो लें। 2 चम्मट ओट्स लें और उसमें दही मिला लें। इसे पूरे चेहरे पर, ख़ासतौर पर रोमछिद्रों वाले हिस्सों पर लगाएं और 20 मिनट तक सूखने दें। फिर ठंडे पानी से धो लें। इससे चेहरे में निखार आयेगा। त्वचा को हेल्दी बनाने और उनको निखारने के लिए खानपान और नियमित व्यायाम भी बहुत जरूरी है।
स्मॉग से इस प्रकार अपनी त्वचा को बचा सकतीं हैं आप
वायु प्रदूषण यानि (स्मॉग) सिर्फ सेहत को ही नहीं बल्कि त्वचा को भी काफी बुरी तरह से नुकसान पहुंचा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के शीर्ष 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से आधे भारत में हैं। ऐसे में त्वचा को खास ख्याल की जरूरत होती है। त्वचा विशेषज्ञों के अनुसार प्रदूषण हमारी त्वचा का सबसे बड़ा दुश्मन होता है।
दरअसल, हवा में मौजूद धूल हमारी त्वचा की कोशिकाओं मे ऑक्सीजन के स्तर को कम कर देता है। त्वचा में ऑक्सीजन की कमी के कारण समय से पहले ही झुर्रियां पड़ जाती हैं। साथ ही यह धूल में मौजूद फ्री रेडिकल्स त्वचा को पूरी तरह से नष्ट करने के साथ ही कोलेजन को बनने से रोकता है।
प्रदूषण से सिर्फ झुर्रियां ही नहीं बल्कि त्वचा रुखी भी पड़ जाती है। त्वचा पर एलर्जी की वजह से जगह-जगह लाल धब्बे पड़ जाते हैं और कील मुहांसे भी काफी ज्यादा निकलने लगते हैं पर कुछ सावधानी रखकर आप अपनी त्वचाको को खराब होने से बचा सकती हैं।
प्रतिदिन हर 4 घंटे बाद अपने स्किन पर क्लींजर और टोनर लगाएं।
यूवी रेज से अपनी स्किन को बचाने और तरोताजा रखने के लिए रोजाना सन स्क्रिन जरूर लगाएं।
जीवाणुओं से होने वाले संक्रमण से बचने के लिए अपने हाथों पर हमेशा सेनिटाइजर लगाएं।
अपने चेहरे को बार बार हाथ न लगायें क्योंकि ऐसा करने से आपके हाथों के जीवाणु आपके चेहरे की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
हवा में मौजूद धूल आपकी त्वचा के रोम छिद्र को बंद कर देती है, जिससे त्वचा सांस नहीं ले पाती। इससे आपकी त्वचा में ब्लैक हेड्स और कील मुहांसे निकल आते हैं। इसलिए सप्ताह में 2 बार स्क्रब का इस्तेमाल जरूर करें, खासकर जिनकी तैलीय त्वचा है।
दिन में तकरीबन 4 लीटर तक पानी पिएं। घर से बाहर निकलते वक्त भी पानी पिएं। इससे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई सही बनी रहेगी और वातावरण में मौजूद जहरीली गैसें अगर ब्लड तक पहुंच भी जाएंगी तो कम नुकसान पहुंचाएंगी।
ऐसे जहरीले स्मॉग में बाहर जाना सबकी मजबूरी होती है लेकिन बाहर से आने के बाद अपने चेहरे को हल्के गुनगुने पानी से जरूर धोएं।
नहाने के बाद हल्के हाथों से तौलिए का इस्तेमाल करें। संभव हो तो नहाने के तुरंत बाद नारियल के तेल से या किसी ऑयली बॉडी लोशन से पूरे शरीर पर मसाज करें।
गर्भावस्था में बढ़े वजन को इस प्रकार करें कम
गर्भावस्था के बाद महिलाओं में वजन बढ़ना एक आम समस्या है जिसे ठीक करने व्यायाम के साथ ही खानपान का भी ध्यान रखना होगा। इसके अलावा हमारी रसोई में इस्तेमाल होने वाले मसाले भी उपयोगी रहते हैं। खासकर जीरे वाला पानी विशेष रुप से लाभदायक रहेगा।
जीरे वाला पानी शरीर के कॉलेस्ट्रॉल और बीपी को ठीक करता है। इससे दिल की बीमारी का खतरा भी कम होता है।
शरीर में ग्लूकोज का स्तर ठीक रहता है, डायबिटीज का खतरा भी कम होता है।
डिलीवरी के बाद जीरे वाला पानी वजन घटाने में मददगार साबित होता है।
यह भी माना जाता है कि गर्भावस्था के बाद जीरा पानी पीने से दूध न बनने की समस्या भी ठीक होती है। इस पानी से दूध बनने लगता है।
जीरा पानी से रक्त संचार ठीक होता है। शरीर में समान रूप से रक्त का संचार होता है, जिससे मांसपेशियों के विकास में भी मदद मिलती है। मांसपेशियों में लगी चोट भी इससे ठीक होती है।
जीरा पानी पीने से मेटाबोलिज्म ठीक होता है। इसकी वजह से वजन नहीं बढ़ता।
यह खून की कमी अनीमिया से भी बचाता है।
बुखार कम करने में भी जीरे का पानी सहायक है। इसे पीने से छोटा-मोटा बुखार तो ऐसे ही उतर जाता है।
जीरा पानी पीने से नींद अच्छी आती है। इसलिए अगर आपको नींद न आने की समस्या है तो रोजाना जीरे वाला पानी पीने की आदत डालें।
घरेलू उपायों से निखारें सुंदरता
खूबसूरती बढ़ाने के लिए महिलाएं आजकल तरह तरह के उपाय करती हैं और महंगे सौंदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल करती हैं पर क्या आप जानती हैं खूबसूरती का खजाना आपके रसोईघर में ही उपलब्ध है। आपके घर में ऐसे कई खाद्य पदार्थ मौजूद होते हैं, जो हमारी सुंदरता बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
प्रतिदिन चेहरे पर रुई के फाहे से कच्चा दूध लगाने पर चेहरे पर मौजूद ध्ब्बे हल्के हो जाते हैं। बाद में चेहरे को हल्के गुनगुने पानी से साफ कर लें।आलू का रस निकालकर त्वचा पर लगाने से दाग-धब्बों से राहत मिलती है। आलू में मौजूद पोटैशियम सल्फर, फास्फोरस और कैल्शियम त्वचा की सफाई में मदद करता है।
कच्चे आलू को काटकर आंखों के नीचे प्रतिदिन थोड़ी देर मलने से आंखों के नीचे का
कालापन दूर होता है और त्वचा की रंगत भी निखरती है।शोधों से पता चला है कि आलू का रस बालों के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में स्टार्च पाया जाता है, जिससे बालों में मौजूद अतिरिक्त तेल साफ हो जाता है। यही नहीं कच्चे आलू के रस से बालों को धोने पर बाल मजबूत होते हैं।
संतरा : चेहरे पर प्रतिदिन संतरे का ताजा रस लगाने से निखार आता है।
संतरे के छिलकों को थोड़े से पानी के साथ अच्छी तरह पीसकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाने से मुहांसों की समस्या दूर होती है। अगर आपकी त्वचा रूखी है तो संतरा एक बेहतरीन मॉइश्चराइजर का काम करता है। एक चम्मच संतरे के रस में आधा चम्मच शहद और एक चम्मच मुल्तानी मिट्टी मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे चेहरे पर लगाकर करीब 15 मिनट के लिए छोड़ दें। बाद में साफ करें।
एक सेब लेकर उसे अच्छी तरह मसल लें। इसे चेहरे पर फेसपैक की तरह लगाएं। इससे त्वचा में निखार आता है। साथ ही कसावट भी आती है।
सेब की एक स्लाइस काटकर इसे दांतों पर मलने से दांतों में चमक आती है।
चेहरे पर ताजा अनानास
का रस लगाने से त्वचा में निखार आता है। बेहतर परिणाम के लिए इसे दिन में कई बार लगाएं।
इस प्रकार हटायें चेहरे से बाल
कुछ महिलाओं के चेहरे पर बाल काफी ज्यादा होते हैं। बाल कम हों तो उसे थ्रेड से निकाला जा सकता है लेकिन जब बाल बहुत अधिक हो तो वैक्स का इस्तेमाल करना पड़ता है। चेहरे के बालों को हटाने के लिए किसी भी तरीके को अपनाने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
यदि चेहरे के बाल ज्यादा लंबे हैं तो उसे वैक्सिंग से ही हटाना चाहिए। थ्रेड से दर्द भी ज्यादा होगा और बाल पूरी तरफ से हटेंगे भी नहीं।
चेहरे पर सही तरह के वैक्स का प्रयोग करना चाहिए। शरीर पर इस्तेमाल किए जाने वाले वैक्स से ये वैक्स थोड़ा स्मूद (नर्म) होना चाहिए।
शरीर से ज्यादा चेहरे पर वैक्स करने में दर्द होता है लेकिन यह दर्द कुछ समय के लिए ही रहता है।
सबकी त्वचा एक-दूसरे से अलग होती है। संवेदनशील त्वचा वाले वैक्सिंग से पहले किसी स्पेशलिस्ट की सलाह ले लें।
वैक्स करने के बाद चेहरा थोड़ी देर के लिए लाल हो सकता है पर इससे घबड़ाना नहीं चाहिए। वैक्स के बाद चेहरे पर अच्छा सा मॉइश्चराइजर लगाना चाहिए।
सुपर फूड्स से रहेंगी फिट
आजकल वजन घटाने सुपर फूड्स को बेहतर विकल्प माना जा रहा है। इस कारण यह पसंद किये जाने लगे हैं।
कई सुपर फूड्स ने धीरेधीरे किचन में जगह बना ली है। जाहिर सी बात है कि किचन के जरिए ये हमारे पेट में भी पहुंच रहे हैं। क्विनोआ के अलावा, चिया सीड्स, फ्लैक्स सीड्स, वॉटरमेलन सीड्स, चगा मशरूम, नट ऑयल, मका, ल्यूकूमा, हेम्प सीड्स आदि। हममें से कुछ लोग इन सुपर फूड्स से परिचित हैं तो कुछ को इनके बारे में कुछ भी पता नहीं। फ्लैक्स सीड्स दादी-नानी के जमाने के अलसी के बीज हैं, जिन्हें अपने यहां के कुछ राज्यों में तिसी भी कहा जाता है। कुछ आयरन के बेहतरीन स्रोत हैं तो कुछ विटामिन और प्रोटीन के। इस आधे बीत चुके साल में इंटरनेट फ्रेंडली हो चुकी जनता अपने खानपान की आदतों को लेकर भी प्रयोग करते रहते हैं।
चिया के बीज भी लोकप्रिय सुपर फूड्स की श्रेणी में शामिल हैं। वैसे तो ये स्वाद रहित होते हैं लेकिन जब इन्हें सही ढंग से पकाया जाता है तो ये आसानी से पच जाते हैं। एनर्जी बूस्टिंग पाउडर के तौर पर ये कमाल के हैं। हालिया शोध तो चिया के बीजों को टाइप 2 डायबिटीज खत्म करने के लिए कारगर मानते हैं। चिया मेक्सिको से आते हैं, जिसका अर्थ ताकत से है। चिया को रनर्स फूड भी कहा जाता है क्योंकि लंबी दौड़ में चिया का इस्तेमाल ऊर्जा स्रोत के तौर पर किया जाता है। कहा जाता है कि केवल एक चम्मच चिया उन्हें 24 घंटे तक ऊर्जावान बनाए रखने में कारगर है। एंटीऑक्सिडेंट, एंटी सन्फ्लेमेट्री, एंटी कैंसर गुण होने के कारण चिया के सेवन का प्रचलन अपने देश में भी बढ़ता जा रहा है। यह एक कंम्प्लीट प्रोटीन भी है क्योंकि इसमें नौ जरूरी अमिनो एसिड हैं। स्वस्थ पाचन तंत्र के लिए आवश्यक 20 फीसद सॉल्युबल फाइबर और 80 फीसद इनसॉल्युबल फाइबर भी इसमें हैं। यह ब्लड शुगर के स्तर को बनाए रखता है, क्रेविंग को कम करता है और लंबे समय तक आपके पेट को भरा महसूस कराता है।
क्विनोआ पोषण का दोगुना पंच देता है क्योंकि इसमें फाइबर और प्रोटीन दोनों पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। यह ग्लूटेन मुक्त होने के साथ पूर्ण प्रोटीन भी है। यह मूलत: एक बीज है, जिसे अनाज के तौर पर खाया जाता है। क्विनोआ तीन तरह के होते हैं- सफेद, लाल और काला। इसे अमूमन ऑर्गेनिक तौर पर ही उगाया जाता है। इसमें फ्लेवेनॉयड्स होता है, जो एंटीऑक्सिडेंट की तरह काम करता है। अन्य अनाजों की तुलना में क्विनोआ में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। क्विनोआ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स करीब 53 है, जो काफी कम है। शोध यह भी बताते हैं कि क्विनोआ मेटाबोलिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में लाभदायक है। वजन कम करने की कोशिश में लगे लोगों के लिए क्विनोआ फायदेमंद है क्योंकि वजन कम करने के लिए हमें कम कैलोरी का सेवन करना चाहिए।
अलसी के बीज सालों से हमारे आस-पास ही हैं और एग्जॉटिक नहीं है, इसका अर्थ यह कदापि नहीं है कि यह हमारे संतुलित आहार के लिए पर्याप्त नहीं। सच तो यह है कि अलसी के बीज कमाल के होते हैं! यह न केवल कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर के स्तर को कम करता है बल्कि इसमें एंटीऑक्सिडेंट्स का बड़ा भाग होता है। इसे लिग्नैन्स कहा जाता है, जिसमें कैंसर से लडऩे के गुण मौजूद हैं। साथ ही यह हार्मोन्स को भी संतुलित करने में मददगार हैं। यह सॉल्युबल और इनसॉल्युबल फाइबर का बेहतरीन स्रोत हैं, जिसका अर्थ है कि यह रोजाना की ऊर्जा और वजन कम करने में लाभदायक हैं। अलसी के बीजों की खासियत यह है कि ये किसी भी डिश में आसानी से घुल-मिल जाते हैं। चाहें तो इन्हें ओटमील पर छिड़क लीजिए या ग्रैनोला में या दही पर या अपने स्मूदी में मिला लीजिए।
इस प्रकार करें ब्यूटी प्रोडक्ट का बेहतर इस्तेमाल
खूबसूरती निखारने आप घरेलु नुस्खे भी आजमा सकती हैं। हमेशा महंगे उत्पाद खरीदने की जरुरत नहीं है। मस्कारा व आईलाइनर सूख जाए या फिर खत्म होने की स्थिति में हो तो उसे हल्के गर्म पानी में रखें या कॉन्टेक्ट लेंस सॉल्यूशन की कुछ बूंदे डालकर उनको आप एक बार फिर इस्तेमाल कर सकती हैं। मेकअप हटाने के लिए रिमूवर व क्लीजिंग मिल्क की जगह नारियल तेल , बेबी ऑयल या फिर दूध का उपयोग किया जा सकता है। फाउंडेशन वाला स्पंज अगर खराब हो गया है तो ब्रश से भी फाउंडेशन लगा सकती हैं। ब्रश से उसे फैलाएं, फिर टिश्यू पेपर को हल्का गीला करके उसको एक सार करें।
डार्क शेड के फाउंडेशन को अपनी स्किन टोन से मिलाने के लिए फाउंडेशन और मॉइश्चराइजर के साथ इसे मिलाएं।
लिप बाम बनाने के लिए बची हुए लिपस्टिक किसी स्टिक से निकाल लें फिर उसे माइक्रोवेव में मेल्ट कर लें। फिर उसे एक बाउल में निकाल लें। फिर इसे लिप बाम की तरह इस्तेमाल करें।
स्क्रब खत्म हो जाए तो नया स्क्रब खरीदने की जगह ब्राउन शुगर और शहद को आपस में मिला कर स्क्रब बनाएं।
गालों की ललिमा को बनाए रखने के लिए ब्लशऑन की जगह पिंक लिपस्टिक का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।अगर बॉक्स में ड्राई आईशैडो टूट गया है तो इसे जोडऩे के लिए उसमें एल्कोहल की कुछ बूंदें डालकर मिलाएं और उसी डिब्बी में जमा कर रखें।टूटे कॉम्पेक्ट को एक डिब्बी में एक साथ रख लें। फिर उसे इस्तेमाल करें।टूटी हुई लिपस्टिक को जोडऩे के लिए उसे थोड़ा गर्म करे या फिर हेयर ड्रायर चला कर टूटे हिस्सों को जोड़ दें।
घरेलू उपायों से निखारें खूबसूरती
खूबसूरती निखारने के लिए केवल महंगे क्रीम पाउडर और ब्यूटी पार्लर जाना ही जरुरी नहीं है। महिलाएं घर में उपलब्ध वस्तुओं से भी अपनी खूबसूरती बढ़ा सकती हैं। इसके लिए सारे सामान आपके रसोईघर में ही हैं। इन घरेलू जैविक उपायों का इस्तेमाल करना बेहद आसान है। इससे महिलाएं न केवल त्वचा, बल्कि बाल, हाथ, पांव और नाखून के सौंदर्य पर ध्यान देकर अपनी खूबसूरती बढ़ा सकती हैं।
बालों को मुलायम व रेश्मी बनाने :
सप्ताह में दो बार जैतून के तेल को गर्म करके इसे बालों तथा सिर पर मालिश करें। इसके बाद तौलिए को गर्म पानी में डुबोएं। पानी को निचोड़ने के बाद तौलिए को सिर पर पांच मिनट तक लपेट लें। इस प्रक्रिया को 3-4 बार दोहराएं, इससे बालों तथा सिर पर तेल को सोखने में आसानी होती है।
अंडे का सफेद हिस्सा तैलीय बालों के लिए प्राकृतिक क्लीनजर का काम करता है। अंडे के सफेद हिस्से को बालों को शैम्पू करने से आधा घंटा पहला लगा लीजिए। बालों को पोषण प्रदान करने के लिए अंडे के योक से सिर की हल्की-हल्की मालिश कीजिए और इसे आध घंटा तक रहने दीजिए। बाद में बालों को स्वच्छ पानी से धो डालिए। इससे बाल मुलायम हो जाते हैं तथा बालों में रंग लगाने के दौरान सुलझाने में मदद मिलती और ज्यादा नुकसान भी नहीं होता।
यदि आपके बाल खुश्क पड़ गए हैं तो शैम्पू से पहले कंडीशनर कर लें। एक चम्मच सिरके को शहद में मिलाकर एक अंडे में मिला लीजिए। इस मिश्रण को अच्छी तरह फेंट लीजिए तथा सिर में लगा लें। बाद में सिर को गर्म तौलिए से 20 मिनट तक ढक कर रखिए। इसके बाद बालों को ताजे ठंडे पानी से धो डालिए। इससे आपके बाल चमकदार व सुंदर दिखेंगे।
बालों की चमक बढ़ाने के लिए शैम्पू के बाद चाय के पानी तथा नींबू से खंगाल लीजिए। प्रयोग में लाई जा चुकी चाय पत्ती को उबालकर चाय पानी बना लीजिए तथा इसे ठंडा करने के बाद इसमें नींबू जूस मिलाकर इसका उपयोग करें।
हाथ तथा पांवों को गर्म पानी में डुबोने के बाद क्रीम से मसाज कर लीजिए , ताकि त्वचा कोमल तथा मुलायम बन जाए। हाथों के सौंदर्य के लिए उन्हें चीनी तथा नींबू जूस से रगड़ लें।
तीन चम्मच गुलाब जल में एक चम्मच ग्लीसरीन तथा नींबू का रस मिला लीजिए। इसे हाथों तथा पांवों पर आध घंटा तक लगा रहने दीजिए, इसके बाद ताजे सादे पानी से धो डालिए।
हाथों तथा नाखूनों के सौंदर्य के लिए बादाम के तेल तथा शहद को बराबर मात्रा में मिलाकर इसे नाखूनों पर लगायें। इसे 15 मिनट तक लगे रहने के बाद गीले तौलिए से साफ कर लीजिए।
चेहरे को साफ करने के लिए शहद को अंडे के सफेद पदार्थ में मिलाइए तथा इसे चेहरे पर 20 मिनट तक लगा रहने के बाद ताजे स्वच्छ पानी से धो डालिए जिनकी त्वचा अत्यधिक खुश्क है , वह आधा चम्मच शहद में बादाम तेल तथा ड्राई मिल्क पाऊडर मिला लें तथा इसका पेस्ट बनाकर इसे चेहरे पर लगा लें। इस पेस्ट को आधे घंटे तक चेहरे पर लगा रहने दें तथा बाद में पानी से धो डालें. चेहरे को धोने के बाद गुलाब जल में रुई लगाकर साफ कर लें। इससे आप का चेहरा खिलाखिला लगने के साथ ही प्राकृतिक निखार लगेगा।
इस प्रकार वापस आयेगा चेहरे का ग्लो
दिवाली में पटाखों से होने वाले प्रदूषण से स्वास्थ्य पर खराब असर तो पड़ता ही है साथ ही इससे चेहरे का ग्लो भी कम हो जाता है। वहीं दिवाली के समय हम अपने खाने पर भी नियंत्रण नहीं रख पाते। मीठे के साथ ही मसालेदार, तीखा, चटपटा खाना हमारी डाइट में शामिल हो जाता है। इससे चेहरे पर पिंपल हो जाते है। इन सब समस्याओं को दूर करने विटामिन ई युक्त क्रीम का प्रयोग करें।
रोजाना 8-10 ग्लास पानी पीना पीयें। इससे चेहरे की चमक बरकरार रहती है।
घर से बाहर निकलते समय सनस्क्रीन लगाना कभी ना भूलें। व्यायाम करना शुरू करें। इससे पसीना निकलता है और पसीने से शरीर की गंदगी बाहर निकल जाती है। मीठे पर नियंत्रण रखें। ज्यादा मीठा और तला खाना खाने से वजन बढ़ने का डर तो रहता ही है, साथ ही स्किन एलर्जी होने का भी खतरा रहता है।
सर्दियों में रखें त्वचा का ख्याल
सर्दियों में त्वचा को ज्यादा देखभाल की ज्यादा जरूरत होती है क्योंकि इस दौरान हम पानी कम पीते हैं, जिससे त्वचा की नमी खो जाती है। ऐसे में इन सर्दियों में अगर आप अपनी त्वचा की चमक नहीं खोना नहीं चाहतीं तो दिन भर में पहले की तरह पानी पीतीं रहें। आमतौर पर होता यह है कि सर्दियों में प्यास कम लगती है। इसलिए लोग पानी भी कम पीते हैं। इस मौसम में त्वचा ड्राई होने की ये सबसे बड़ी वजह है। इसलिए प्यास लगे या न लगे पानी पीते रहें। दिन में कम से कम आठ से दस ग्लास पानी जरूर पीयें। इससे आपकी त्वचा खिली-खिली रहेगी।
पोषक तत्वों की कमी या खानपान में कमी की वजह से भी त्वचा खराब होने लगती है। ऐसे में सर्दियों में कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा फल खाएं। इससे आपकी त्वचा पर चमक भी आएगी।
दूध और अदरख वाली चाय की जगह ग्रीन टी का सेवन करें । शुरुआत में यह आपको अच्छी न लगे पर एक बार अगर आपने पीना शुरू कर दिया तो आपको इसकी आदत भी हो जाएगी। ग्रीन टी के कई फायदे हैं। यह न केवल आपकी त्वचा को खूबसूरत रखेगी, बल्कि आपको मोटापे के खतरे से भी बचाएगी। इससे किडनी की बीमारी की आशंका भी कम होती है।
खाने में टमाटर, बीन्स, अनार, नट्स जैसे कि काजू, अखरोट, बादाम आदि का अधिक प्रयोग करें।
बाल कलर करने से पहले रखें ध्यान
अगर आप स्टाइलिश दिखने के लिए बालों को कलर करने जा रही हैं तो अच्छा है पर इससे पहले कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखें। अगर आप ये मानती हैं कि एकबार बाल कलर करने के बाद कलर कई महीनों तक वैसा ही बना रहेगा तो ये आपकी भूल है। कलर करने के कुछ दिनों तक तो आपके बाल बहुत चमकेंगे पर हर वॉश के साथ कलर हल्का होता जाएगा। ऐसे में पहले से ही इस स्थिति के लिए तैयार रहें।
कलर कराने के बाद जब भी बाल वॉश करें कोशिश कीजिए ठंडे पानी का ही इस्तेमाल करें। इससे कलर जल्दी फीका नहीं पड़ेगा। कलर कराने के बाद जब भी बाल धोएं हल्के रंग की तौलिया और हल्के रंग के टॉप पहनने से परहेज करें। वरना तौलिए और टॉप पर रंग के धब्बे पड़ सकते हैं। कलर कराने के बाद बहुत जल्दी-जल्दी बाल मत धोएं। इससे बालों का कलर बहुत जल्दी फीका पड़ जाएगा। बाल कलर कराने के बाद हो सकता है कि आपको डैंड्रफ की समस्या हो जाए या फिर आपके बाल बाल दो-मुंहे हो जाएं। बाल कलर करने से पहले दस्ताने पहनना बिल्कुल न भूलें. वरना आपके हाथों में कलर लग जाएगा और इसे छुड़ाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी।
दिवाली में परंपरागत लुक में लगेंगी
दिवाली में इस बार आप परंपरागत लुक में खास नजर आयेंगी। इसके लिए कपड़ों के साथ ही परंपरागत ज्वैलरी पहनें।
अपनी व्यक्तिगत स्टाइल और तरीके के अनुसार तैयार होना आजकल फैशन में है और पारंपरिक आभूषण आजकल चलन में बने हुए आभूषणों के साथ संयोजन कर पहनने से आपको सबसे अलग अपना स्टाइलिश लुक पाने में सहायता मिलेगी।
इस त्योहार के सीजन में अलग अंदाज में नजर आने के लिए आप गले के लंबे हार के साथ एक कम लंबाई वाला हार और परंपरागत कड़े के साथ कफ्स या ब्रेसलेट पहन सकती हैं। आप ब्रेसलेट के साथ प्रयोग कर सकती हैं।आप स्नेक चेन ब्रेसलेट, बैंगल या लेदर ब्रेसलेट पहन सकती हैं। ये भारतीय और पश्चिमी परिधान दोनों के साथ खूब जमते हैं।
इस प्रकार नहीं फैलेगी लिपस्टिक
खूबसूरती बढ़ाने वाली लिपस्टिक जब फैल जाती है तो आपका लुक खराब कर देती है। लिपस्टिक के दाग दांतों पर लगने से आपको शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है। सावधानी रखने के बाद भी कभी-कभी लिपस्टिक लगाते समय वह हमारे दांतों पर लग ही जाती है। लिपस्टिक को दांतों से दूर रखना काफी कठिन काम है। इन उपायों से आप लिपस्टिक को दांतों से दूर रख सकते हैं।
मैट लिपस्टिक का प्रयोग करें। मैट लिपस्टिक इधर-उधर नहीं फैलती है। अगर आपके दांतों में लिपस्टिक लग जाती है तो आपके लिए अच्छा होगा कि आप क्रीम और सैटिन लिप कलर्स से दूर रहें। लिक्विड मैट लिपस्टिक का प्रयोग करें। मैट से भी अच्छा लिक्विड मैट होता है। इस लिपस्टिक में शाइन होता है और यह लंबे समय तक रहता है। उंगली से बाहर निकालें लिपस्टिक। दांतों में लिपस्टिक लग जाने के बाद मुंह में कोई भी उंगली डालें। इससे फैली हुई लिपस्टिक उंगली से बाहर आ जाती है।
लिप लाइनर का प्रयोग करें: लिप लाइनर लगाने से लिपस्टिक लाइन के बाहर नहीं जाती और दांत में भी नहीं फैलती।
टिश्यू का प्रयोग करें: दांतों पर लिपस्टिक जाने से रोकने के लिए होठों के बीच टिश्यू पेपर रखें। इससे दांतों पर लिपस्टिक का दाग नहीं लगता।
होठ को रगड़ लें: लिपस्टिक लगाने से पहले अपने होठों को अच्छी तरह से रगड़ लें। अगर होंठ चिकने नहीं है तो लिपस्टिक बह जाती है। लिप ब्रश का प्रयोग करें: लिप ब्रश से एकदम अच्छे से लिपस्टिक लगती है और दांत में दाग भी नहीं लगते।
शादी में जाने इस प्रकार करें तैयारी
शादी ब्याह का सीजन करीब है। ऐसे में सभी महिलाएं इस सीजन से पहले अपनी खूबसूरती निखारना चाहती हैं। वहीं चेहरे पर पिंपल व ऐक्नें आंखों के नीचे काले घेरे और झुरियां होने के कारण आप संशय में हैं कि इस खास मौके के लिए इतनी जल्दी कैसे तैयार हो पाएंगी या अगर आप बढ़ते वजन के कारण खुद को अलग दिखाने की चाहत पूरी न होनी से परेशान हैं तो
कुछ जरूरी बातों पर ध्यान दें। इससे अपनी समस्यें हल जो जाएंगी।
शादी के सीजन में महिलाएं अधिकतर चेहरे की मसाज और फेशियल कराने के लिए बहुत ज्यादा उत्सुक दिखाई देती हैं। उनके बीच एक आम धारणा रहती है कि ये सब कराने से उन्हें ऐंक्नों से राहत मिल जाएगी पर फेशियल और मसाज कराने से ऐक्नों की टेन्डेंसी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। इसलिए मसाज और फेशियल से परहेज करें।
त्वचा को रूखेपन से बचाने के लिए सर्दी के मौसम में भी मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें। इससे चेहरे का ग्लो बना रहता है।
स्किन में साबुन ज्यादा न लगायें। इससे रुखापन आता है।
प्रतिदिन 2 लिटर पानी जरूर पिएं। यह त्वचा की ड्राइनेस और झुरियां दूर करता है।
धूप विटामिन डी का सबसे बड़ा स्रोत है। इसलिए सुबह 7 बजे से 9 बजे के बीच सनबाथ लेना बहुत लाभदायक है। किंतु इसके बाद धूप में जाने से परहेज करें।
ऐक्नों की समस्या होने पर लगभग 3 महीने पहले स्किन विशेषज्ञ से मिलें।
खानपान का हमारी त्वचा पर सीधा असर देखने को मिलता है। इसलिए त्वचा को रूखेपन से बचाने के लिए खीरा, गाजर, मूली और नींबू का इस्तेमाल करें। भूख के अनुसार ही समय पर भोजन करें।
खूबसूरती निखारने के लिए सुपर फूड, जैसे- बेरीज और एवोकैडो को अपने डायट में शामिल कर सकते हैं। विटामिन ई से भरपूर फूड लेने से त्वचा खूबसूरत बनेगी।
सलाद-फल खाएं और काफी मात्रा में पानी पीएं। इससे आपका वजन तो कम होगा ही, साथ ही त्वचा पर ग्लो भी आयेगा।
जंक फूड का सेवन न करें।
इसके अलावा योग और पर्याप्त नींद से भी ताजगी आयेगी।
बाहरी नहीं प्राकृतिक सुंदरता निखारना है जरुरी
सभी युवतियां अपनी बाहरी सुंदरता को लेकर बेहद सजग रहती हैं जो ठीक भी है पर इसके साथ ही प्राकृतिक सुंदरता पर भी ध्यान दें। बाहरी त्वचा को सुंदर बनाने के फेर में हम प्राकृतिक सुंदरता का अहसास नहीं कर सकते। अगर आप सचमुच उस प्राकृतिक सुंदरता को पाना चाहती हैं तो अपने अंदर की असली सुंदरता को पहचानें। अपनी जिंदगी में सभी चीजों के बीच संतुलन कायम करने का सफल प्रयास करें। इससे न केवल आप खुश रहेंगे बल्कि आप स्वस्थ भी महसूस करेंगे। इससे आपके अंदर की असली सुंदरता स्वयं निखरकर बाहर आ जाएगी और आप पहले से कहीं ज्यादा सुंदर दिखाई देंगी। इसे ऐसे हासिल करें।
तुलना न करें
जहां बात आती है अपने सुंदर दिखने की तो हम अक्सर दूसरे लोगों से अपनी तुलना करने लग जाते हैं जबकि यह सही नहीं है। अपनी सुंदरता को लेकर दूसरों से अपेक्षा पर निर्भर रहने की बजाय स्वयं उस आंतरिक सुंदरता का दिदार करें। आपकी सुंदरता को निहारने का सबसे पहला अधिकार आपका ही है। इसलिए अपने अंदर की सुंदरता को पहचानें और उससे प्यार करें। आपका खुद के साथ संतुष्ट होना बहुत आवश्यक है क्योंकि इससे आप स्वयं का बहुत ज्यादा ध्यान रखना शुरू कर देंगी।
इसके अलावा खुद को पसंद करना एक महिला के लिए इसलिए भी जरूरी है क्योंकि इसके माध्यम से वह अपने अंदर छुपी एक ऐसी नारी की पहचान कर लेती है जो पुरूषों को आकर्षित करने का प्रयास नहीं करती, बल्कि असली वास्तविकता से जुडी़ है। यह बिल्कुल मायने नहीं रखता कि कोई पुरूष आपको पसंद करे या न करें। स्वयं के अंदर असली रूप में मौजूद सुंदरता से प्यार करें क्योंकि इससे होने वाली अंदरूनी खुशी के कारण बाहरी सुंदरता भी अपने आप खिल उठती है।
नारीत्व गुण कायम रखें
अक्सर पुरूष उन्हीं महिलाओं को ज्यादा देखना पसंद करते हैं जो
नारीत्व गुण से जुड़ी हुई हैं। जिस नारी के अंदर नारीत्व गुण बना हुआ है, वह आज भी बहुत ज्यादा सुंदर दिखाई देती है। क्योंकि नारीत्व गुण खत्म नहीं हुआ है, यह आज भी मौजूद है। माना कि इसमें त्याग है, सहनशीलता है लेकिन यह बहुत ज्यादा मजबूत है। सबसे ज्यादा आकर्षित होता है एक औरत का उत्साह जिसके बल पर वह अपने को मजबूत महसूस करती है। आप जितना ज्यादा अपनी नारी शक्ति का समर्थन करती है यह उतनी ही ज्यादा आपको मजबूती प्रदान करती है।
ऐसे रख सकतीं हैं आप गर्दन को सुंदर और स्वच्छ
सुंदर दिखने की चाह आखिर किसे नहीं होती, लेकिन सुंदरता को तराशना हर किसी के हाथ में नहीं होता है। ऐसे में आप यदि अपनी गर्दन को सुंदर और स्वच्छ बनाने की सोच रहीं हैं तो यहां आपके लिए कुछ टिप्स पेश हैं। ऐसे में आपको विचार करना होगा कि कहीं आप उनमें शामिल तो नहीं जो चेहरा साफ और सुंदर तो कर लेती हैं लेकिन अपनी गर्दन की अक्सर अनदेखी करती हैं। आप जान लें कि चेहरे की सुंदरता में गर्दन की भी मुख्य भूमिका होती है। गर्दन की त्वचा कोमल और संवदेनशील होती है, इसलिए इसकी देखरेख भी खास ही होनी चाहिए। सोचें जब आप स्नान करती हैं तो क्या आप अपनी गर्दन को भी शरीर की सफाई करते समय साफ रखने का ध्यान देती हैं, तो आप पाएंगी कि ऐसा नहीं होता है। यही कारण है कि धूल-मिटटी के साथ ही साथ मेल की परत गर्दन पर जमने लगती है, इस कारण गर्दन का रंग काला हो जाता है। इसके अलावा सूर्य की किरणों से भी गर्दन का रंग काला पड़ता है। तेज गर्मी के दिनों में हमारी त्वचा सूरज के संपर्क में आती है और झुलस जाती है, जिससे त्वचा काली और खुरदुरी हो जाती है। ऐसे में कुछ उपाय हैं जो आपकी गर्दन को सुंदर और साफ रख सकते हैं। सबसे पहले स्टीमिंग के लिए आप एक छोटा तौलिया लेकर उसे गर्म पानी में डीप करें। फिर तौलिये को निचोड़कर उसे गर्दन पर लपेट लें। करीब पांच मिनट तक तौलिये को गर्दन पर लपेटे रहें। इससे त्वचा में नमी आती है और गंदगी भी फूलकर बाहर आने लगती है। इसके साथ ही मृत त्वचा भी बाहर निकल आती है। इसके बाद एक्सफोलीएटिंग करें। इसके लिए एक छोटा चम्मच नमक, एक चम्मच बेकिंग सोडा और तीन चम्मच नारियल तेल लेकर उसे एक बाउल में मिला लें। इस लेप को गर्दन में लगाएं लेकिन ध्यान रहें कि नमक और बेकिंग सोडा तेल में घुलता नहीं है इसलिए आहिस्ता-आहिस्ता ही इसे पूरा करें। इसके बाद पांच मिनट के लिए अपनी उंगलियों से गर्दन के आस-पास धीरे से मसाज और एक्सफोलिएट करें। इससे गर्दन की त्वचा से गंदगी और मृत कोशिकाएं हट जाएंगी। इसके बाद वाइटनिंग पेस्ट का भी इस्तेमाल किया जा सकता है जो कि एक चम्मच चंदन पाउडर, एक चम्मच मुलतानी मिट्टी, एक नींबू का रस और आधा कप कच्चे दूध को मिलाकर बनाया जा सकता है। इस पेस्ट को गर्दन पर लगाने के बाद करीब दस मिनट तक छोड़ दें। ऐसा करना प्राकृतिक ब्लीच की तरह काम करता है और गर्दन की त्वचा को निखारने में मदद करता है। इन उपायों के बाद आप देखेंगी कि आपकी गर्दन साफ और चमकदार हो गई है।
स्ट्रेच मार्क्स से छुटकारा पाने करें घरेलू उपाय
महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान शरीर में खिंचाव व खुजली होना आम बात है। इससे पेट पर स्ट्रेच मार्क्स आ जाते हैं जो अच्छे नहीं लगाते। पेट के अलावा भी यह शरीर के विभिन्न हिस्सों पर हो सकते हैं, विशेषकर पेट, जांघ, हिप्स ब्रेस्ट, हाथ और पीठ पर इसका कारण अचानक वजन बढ़ना या फिर गर्भ होना हो सकता है। दरअसल इस दौरान त्वचा खिचने लगती है। इस दौरान होने वाली खुजली के कारण भी स्ट्रेच मार्क्स हो जाते हैं। बार-बार खुजलाने से त्वचा पर सफेद लकीरें पड़ने लगती है और यह काफी ढीली-सी हो ताजी है, जो देखने में बेहद खराब भी लगती हैं। जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज जैसे वेट लिफ्टिंग करने से भी स्ट्रेच माक्स्र आ जाते हैं। इन्हें दूर करने ये घरेलू तरीके अपनायें।
नीबू का रस निकलाकर इन्हें स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं। आलू या फिर टमाटर को काट लें अब इसका एक टुकड़ा अपने स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं इसें लगभग एक हफ्ते तक ट्राई करें। मार्क्स गायब होने लगेंगे1
इसमें एलोवेरा बेहद कारगर रहता है। इसे लगाने के लिए इसका जैल निकाल लें। अब इसे रात को अपने स्ट्रेच मार्क्स पर लगभग 30 मिनट के लिए लगाकर रखें। बाद में ठंडे पानी से इसे धो लें। फायदा होगा।
अंडा भी आपको स्ट्रेच मार्क्स से राहत दिला सकता है। अंडे के बाहरी हिस्से में मौजूद प्रोटीन स्ट्रेच मार्क्स हटाने में काफी कारगर होता है। इसके लिए 2 अंडे तोड़कर उसका सफ़ेद पार्ट अलग कर लें। अब इसे स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं। जब यह सूख जाए तो इसे धो लें। खाने में विटामिन-सी की मात्रा बढ़ाने से भी स्ट्रेच मार्क्स को कम किया जा सकता है।
आधुनिक जीवनशैली की देन है अवसाद
अवसाद (डिप्रेशन) एक मानसिक समस्या होती है, जो आजकल की लाइफस्टाइल की वजह से तेजी से लोगों को अपना शिकार बनाती जा रही है। तनाव या अवसाद के कई कारण हो सकते हैं। इनके कारणों के आधार पर इनके तमाम इलाज भी ढूंढे जाते हैं। अवसाद एक मानसिक समस्या होती है, जो आजकल की लाइफस्टाइल की वजह से तेजी से लोगों को अपना शिकार बनाती जा रही है। लोगों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा, अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष, किसी तरह का मानसिक आघात या फिर रिश्तों में किसी भी प्रकार का मनमुटाव, इनमें से कुछ भी अवसाद का कारण हो सकता है। हाल ही में हुए एक शोध में तनाव के एक और कारण की खोज की गई है। इस शोध में यह दावा किया गया है कि इम्यून (रोग प्रतिरोधी ) प्रणाली में गड़बड़ी की वजह से भी अवसाद की समस्या हो सकती है। इस तरह के अवसाद को एंटी-इन्फ्लेमेट्री यानी कि सूजनरोधी दवाओं के इस्तेमाल से सही किया जा सकता है।
अवसाद के इलाज के लिए फिलहाल जिन तरीकों का प्रयोग किया जाता है उनमें दिमाग में मूड-बूस्टर रसायनों तथा सेरोटोनिन की मात्रा को बढ़ाने पर ध्यान दिया जाता है। शोधकारों ने अपने अध्ययन में यह पाया है कि इम्यून सिस्टम के ज्यादा क्रियाशील होने से सारे शरीर में सूजन, निराशा की भावना तथा थकान के लक्षण प्रदर्शित होते हैं। हाल के अध्ययनों से यह बात साफ हुई है कि सूजन का इलाज डिप्रेशन का भी इलाज है। रिसर्चर्स का कहना है कि यह बात स्पष्ट रूप से सही है कि सूजन या फिर जलन की वजह से अवसाद हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि सूजन और अवसाद के बीच गहरा संबंध होता है। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि सूजनरोधी दवाओं के इस्तेमाल से डिप्रेशन के दूर होने के दावों का मेडिकल परीक्षण अगले साल से शुरू हो जाएगा। ऐसे में यह बात पूरी तरह से स्पष्ट हो जाएगी कि इन दवाओं के इस्तेमाल से अवसाद का इलाज किया जा सकेगा या नहीं।
लिपस्टिक है मेकअप का अहम हिस्सा
लिपस्टिक महिलाओं की मेकअप किट का एक बेहद अहम हिस्सा है। इससे चेहरे पर एक अलग ही निखार आ जाता है.
अगर आप त्योहारों पर अपने लुक के साथ एक्सपेरिमेंट करना चाहती हैं तो ऑरेंज, ब्लैक और पर्पल रंग के लिपस्टिक का चुनाव कर सकती हैं। सुर्ख लाल रंग के लिपस्टिक हर अवसर पर इस्तेमाल में लाए जा सकते हैं, इस रंग का दौर हमेशा बरकरार रहता है।
ऑरेंज रंग की लिपस्टिक या इससे मिलते-जुलते शेड्स इस सीजन में छाए हुए हैं। इसकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि यह हर ड्रेस और गोरी या सांवली हर महिला पर जंचता है। ब्राउन रंग की लिपस्टिक चमकते लुक के ऊपर खूब जंचते हैं। कम मेकअप के साथ इसे लगाने से यह आपके लुक को अलग अंदाज देगा। पर्पल रंग की लिपस्टिक से होठों को सजा आप इसके साथ मैंचिंग रंग के कपड़े या मिक्स रंग के कपड़े भी पहन सकती हैं। साथ ही इसी रंग का चमकीला आईलाइनर लगाना ना भूलें। यह आपको बोल्ड लुक देगा।काले रंग के लिपस्टिक शेड आजकल लड़कियों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। शाम की पार्टी में आप इसे लगाएं. यकीनन आप भीड़ से अलग नजर आएंगी।
खूबसूरती बढ़ाने करें ये घरेलू उपाय
खूबसूरती बढ़ाने के लिए महिलाएं तरह तरह के उपाय करती हैं और महंगे सौंदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल करती हैं पर क्या आप जानती हैं खूबसूरती का खजाना आपके रसोईघर में ही उपलब्ध है। आपके घर में ऐसे ढ़ेर सारे खाद्य पदार्थ मौजूद होते हैं, जो हमारी सुंदरता बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
दूध : प्रतिदिन चेहरे पर रुई के फाहे से कच्चा दूध लगाने पर चेहरे पर मौजूद ध्ब्बे हल्के हो जाते हैं। बाद में चेहरे को हल्के गुनगुने पानी से साफ कर लें।
आलू कच्चे : आलू का रस निकालकर त्वचा पर लगाने से दाग-धब्बों से राहत मिलती है। आलू में मौजूद पोटैशियम सल्फर, फास्फोरस और कैल्शियम त्वचा की सफाई में मदद करता है।
कच्चे आलू को काटकर आंखों के नीचे प्रतिदिन थोड़ी देर मलने से आंखों के नीचे का
कालापन दूर होता है और त्वचा की रंगत भी निखरती है।
शोधों से पता चला है कि आलू का रस बालों के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसमें पर्याप्त मात्रा में स्टार्च पाया जाता है, जिससे बालों में मौजूद अतिरिक्त तेल साफ हो जाता है। यही नहीं कच्चे आलू के रस से बालों को धोने पर बाल मजबूत होते हैं।
संतरा : चेहरे पर प्रतिदिन संतरे का ताजा रस लगाने से निखार आता है।
संतरे के छिलकों को थोड़े से पानी के साथ अच्छी तरह पीसकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाने से मुहांसों की समस्या दूर होती है। अगर आपकी त्वचा रूखी है तो संतरा एक बेहतरीन मॉइश्चराइजर का काम करता है। एक चम्मच संतरे के रस में आधा चम्मच शहद और एक चम्मच मुल्तानी मिट्टी मिलाकर पेस्ट बना लें। इसे चेहरे पर लगाकर करीब 15 मिनट के लिए छोड़ दें। बाद में साफ करें।
सेब
एक सेब लेकर उसे अच्छी तरह मसल लें। इसे चेहरे पर फेसपैक की तरह लगाएं। इससे त्वचा में निखार आता है। साथ ही कसावट भी आती है।
सेब की एक स्लाइस काटकर इसे दांतों पर मलने से दांतों में चमक आती है।
अनानास
चेहरे पर ताजा अनानास
का रस लगाने से त्वचा में निखार आता है। बेहतर परिणाम के लिए इसे दिन में कई बार लगाएं।
अगर आप आंखों में लेंस लगाती हैं और इस डर से कि कहीं आंखों को नुकसान न पहुंचे आप आंखों पर मेकअप नहीं लगा पाती हैं तो हम यहां आपके लिए ऐसे टिप्स लेकर आए हैं, जो आपकी यह मुश्किल हल कर सकते हैं।
हाथ साफ रखें
आंखों के साथ कुछ भी करने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह धोना और सुखाना न भूलें ताकि लेंस पर दाग न पड़े।
अंदर की तरफ मेकअप न करें
कई बार हम लोग आंखों के अंदर की तरफ काजल लगा लेते हैं। अगर आप लेंस लगाती हैं तो ऐसा करने से बचें. क्योंकि इसकी वजह से ही आंखों में जलन हो सकती है।
मस्कारा चुनें सावधानी से
मस्कारा लगाने का अगर शौक है तो उसे सावधानी से चुनें क्योंकि यह आंखों में संक्रमण का कारण बन सकता है। खासतौर से फाइबर मस्कारा न लगाएं।
ऑयल फ्री प्रोडक्ट इस्तेमाल करें
हमेशा ऑयल फ्री क्रीम या मॉइस्चराइजर ही लगाएं क्योंकि क्रीम से निकलने वाला तैलीय पदार्थ को लेंस अवसोषित कर सकता है हालांकि इसकी वजह से आपकी आंखों को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा, पर इससे लेंस गंदा हो जाएगा और धुंधला दिखने लगेगा।
गर्भावस्था के बाद बजन घटाने करें जीरे के पानी का सेवन
भारतीय मसाले न केवल अपने स्वाद के लिए, बल्कि स्वास्थ्यवर्धक गुणों के कारण पूरी दुनिया में मशहूर हैं। तड़के लगाने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला जीरा भी इसमें शामिल है। आयुर्वेदिक डॉक्टरों और विशेषज्ञों की मानें तो जीरा में कुछ ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जिससे दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा कम होता है और गर्भावस्था के बाद इसे पीने से कई फायदे होते हैं।
बॉडी कॉलेस्ट्रॉल और बीपी ठीक करता है। इससे दिल की बीमारी का खतरा कम होता है।
शरीर में ग्लूकोज का स्तर ठीक रहता है, डायबिटीज का खतरा भी कम होता है।
डिलीवरी के बाद जीरे वाला पानी वजन घटाने में मददगार होता है।
कहते हैं गर्भावस्था के बाद जीरा पानी पीने से जिन मांओं को दूध न बनने की समस्या होती है, वह खत्म हो जाती है. जीरा वाला पानी पीने से दूध बनने लगता है।
जीरा पानी से रक्त संचार ठीक होता है. शरीर में समान रूप से रक्त का संचार होता है, जिससे मांसपेशियों के विकास में भी मदद मिलती है। मांसपेशियों में लगी चोट भी इससे ठीक होती है.
जीरा पानी पीने से मेटाबोलिज्म ठीक होता है. इसकी वजह से वजन नहीं बढ़ता।
जीरा पानी खून की कमी यानी कि अनीमिया से भी बचाता है।
बुखार कम करने में भी जीरे का पानी कारगर है। इसे पीने से छोटा-मोटा बुखार तो ऐसे ही उतर जाता है।
जीरा पानी पीने से नींद अच्छी आती है। इसलिए अगर आपको नींद न आने की समस्या है तो रोजाना जीरे वाला पानी पीने की आदत डालें।
पायल पहनने के हैं कई फायदे
भारत में पायल पहनना महिलाओं की खूबसूरती बढ़ाने के अलावा सौभाग्यशानी भी माना जाता है। वास्तुशास्त्र के हिसाब से देखा जाये तो महिलाओं के पैरों में पायल पहनने से घर की नकारत्मक शक्तियां दूर हो जाती है। इसके अलावा पायल पहनना महिलाओं के स्वास्थय के साथ-साथ घर को भी बहुत फायदे होते है।
खूबसूरती बढ़ाए
पायल पहनने से पैरों की खुबसूरती भी बढ़ जाती है। इसके अलावा पायल की आवाज से पुरुष आपकी ओर आकर्षत होते है। अगर आप भी अपने पार्टनर को अपनी तरह आकर्षत करना चाहती है तो आज से ही पायल पहनना शुरु कर दें।
पार्टनर के लिए फायदेमंद
आपके पायल पहनने से जब आप अपने कमरे की तरफ जाएगी तो आपके पार्टनर पहले ही सर्तक हो जाएगा। आपकी पायल की आवाज सुनकर आपका पार्टनर खुद को असहज होने वाली स्थिति से बचा लेते है।
रिश्ते में बढ़ता है प्यार
महिलाओं के पायल पहनने से पार्टनर के बीच की नकारात्मका दूर हो जाती है। इससे आपके और पार्टनर के बीच प्यार बढ़ता है। इससे अलावा महिलाओं के पायल पहनने से घर का माहौल भी ठीक रहता है।
हड्डियां होती हैं मजबूत
अच्छे स्वास्थय के लिए पायल पहनना बहुत ही फायदेमंद होता है। पायल आमतौर पर चांदी की होती है और ऐसे में इसको पहनने से हड्डियां मजबूत होती है। पायल के धातु के तत्व त्वचा के द्धारा शरीर के अंदर जाकर हड्डियों को मजबूत करते है।
शरीर का तापमान
पायल से शरीर का तापमान भी नियंत्रित रहता है।
गर्भाव्स्था में रखें खानपान में संयम
गर्भाव्स्था के दौरान खानपान का खास ख्याल रखना पड़ता है। मां के खाने से गर्भ में पल रहा बच्चा सीधे तौर पर प्रभावित होता है, इसलिए डॉक्टर्स खानपान में संयम बरतने की सलाह देते हैं।
कच्चा पपीता : इसमें मिनरल्स, कैल्शियम, फाइबर, फ्लेवोनॉइड और कैरोटेनॉयड होता है। यह कोलोन कैंसर से बचाता है पर फिर भी प्रेग्नेंसी में इसे खाने से मना किया जाता है क्योंकि गर्भाव्स्था में पपीता खाने से मिसकैरिज यानी गर्भपात का खतरा रहता है दरअसल, पपीता उन महिलाओं को खाने की सलाह दी जाती है जिनका पीरियड्स समय पर नहीं होता पपीता में लेटेक्स होता है जो यूटेराइन कॉनट्रैक्शन शुरू कर देता है. इसकी वजह से गर्भाव्स्था में समय से पहले ही लेबर पेन शुरू हो सकता है और गर्भपात हो सकता है।
ज्यादा नमक : गर्भाव्स्था के दौरान जरूरत से ज्यादा नमक का सेवन ना करें हालांकि सामान्य तौर पर भी डॉक्टर्स कम नमक खाने की सलाह देते हैं। इससे दिल की बीमारियों का खरा बढ़ जाता है लेकिन गर्भाव्स्था में न केवल ब्लड प्रेशर बढ़ता है, बल्कि चेहरा, हाथ, पैर आदि में सूजन आ सकता है।
चाइनीज फूड : इसमें एमएसजी होता है। यानी मोनो सोडियम गूलामेट, जो बच्चे के विकास के लिए हानिकारक है और इसके चलते काई बार जन्म के बाद भी बच्चे में डिफेक्ट्स दिख सकते हैं। इसमें मौजूद सोया सॉस में नमक की भारी मात्रा होती है, जो हाई ब्लड प्रेशर का कारण बन सकती है।
कच्चा अंडा : गर्भाव्स्था के दौरान कच्चा अंडा न खाने की सलाह दी जाती है। दरअसल, अंडे में सालमोनेला बैक्टीरियम होता है, जिसके कारण फूड प्वॉयजनिंग हो सकता है। गर्भाव्स्था के दौरान महिलाओं की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। इसलिए इस बैक्टीरिया के कारण वो फूड प्वॉयजनिंग की शिकार हो सकती हैं। यहां तक कि सालमोनेला बैक्टीरियम गर्भ में पल रहे बच्चे को सीधे तौर पर प्रभावित करता है। गर्भवती महिला को इससे उल्टी, दस्त, पेट में दर्द, सिर में दर्द, बुखार आदि हो सकता है.
आर्टिफिशियल स्वीटनर व फ्रोजेन फूड : पोषक तत्वों के मामले में फ्रोजेन फूड बिल्कुल ठीक नहीं होते। इसमें विटामिन सी, विटामिन बी1, बी2 और विटामिन ए नहीं होते. फलों और सब्जियों को ताजा खाया जाए तो ही अच्छा होता है. ये बात भी मायने रखती है कि फ्रोजेन फूड को किस तरह से रखा गया है। गर्भाव्स्था में यह फूड प्वॉयजनिंग की वजह भी बन सकता है।
इस प्रकार आइब्रो बनायें आकर्षक
चेहरे की खूबसूरती में आंखें सबसे अहम भूमिका निभाती है और आंखों का खास आकर्षण है आइब्रो (भौहें)। कुछ लड़कियों के आइब्रो बेहद पतले होते हैं, जो मेकअप करने के बाद भी आकर्षक नहीं दिखाई देते। इसके लिए उन्हे आइब्रो पैंसिल का इस्तेमाल करना पड़ता है। फैशन के हिसाब से देखें तो आजकल मोटी भौहों का भी खूब ट्रैंड है। कई बार जल्दी में कहीं जाना है और पैंसिल करने का समय नहीं है, इसके लिए आप पहले से ही घरेलू तरीके अपनाने शुरू करदें। जिससे पतले आइब्रो घने हो जाएंगे।
आईब्रो को घना बनाने के लिए उपाय
आप सस्ते और आसान उपायों से आइब्रो को घना बना सकते हैं। इसके लिए आपको ज्यादा समय भी खराब नहीं करना पड़ेगा। बस दिन में 5 मिनट इनमें से कोई एक उपाय करके आइब्रो काले और घने बना सकती है।
गुनगुना पानी
हर रोज दिन में 2 बार गुनगुने पानी को रूई के सहायता से आइब्रो पर लगाएं। इसके बाद हल्के हाथों से आइब्रो की मसाज करें। इससे त्वचा में रक्त संचार बढ़ना शुरू हो जाता है। जो बालों की ग्रोथ तेजी से करने का काम करता है।
जैतून का तेल : काले और घने आइब्रो पाने की चाहत रखते हैं तो हर रोज रात को सोने से पहले जैतून के तेल से मसाज करें। इससे फायदा मिलेगा।
अंड़े की जर्दी : अंड़े की जर्दी में सिलेनियम पाया जात है जो आइब्रो को घना बनाने में मदद करता हैष हफ्ते में 2 बार भौहों पर अंड़े की जर्दी लगाएं।
एलोवीरा : रात को सोने से पहले एलोवीरा जैल को रोजाना आइब्रो पर लगाएं। इससे आइब्रो जल्दी काले और घने होने शुरू हो जाएंगे।
कच्चा दूध : दिन में कम से कम 1 बार रूई की सहायता से कच्चा दूध आइब्रो पर जरूर लगाएं। इससे बाल नैचुरल तरीके से काले भी होने शुरू हो जाते हैं।
नारियल का तेल और नींबू : कप नारियल के तेल में 2 चम्मच नींबू के छिलके डालकर पेस्ट तैयार कर लें। इसे किसी डिब्बी में भर कर रख लें। हर रोज रात के समय इस तेल को आइब्रो पर लगाएं।
मीनोपोज के बाद फिट रहने खानपान में करें बदलाव
मीनोपोज ( माहवारी) बंद होने के बाद बढ़ने वाला बैली फैट कई महिलाओं के लिए एक बड़ी समस्या है। ये कोई साधारण फैट नहीं है, जो डाइटिंग और योगा से कम हो जाए! इसलिए इसे जिद्दी फैट भी कहा जाता है। शोधकर्ताओं ने इस वजह को ढूंढ निकाला है कि आखिर मीनोपोज के बाद मोटापा क्यों बढ़ता है? शोधकर्ताओं के मुताबिक, मीनोपोज के बाद एस्ट्रोजन लेवल कम होने से हिप्स और थाईंज का फैट लोअर-एब्डॉमन में चला जाता है लेकिन डाइट में बदलाव करके आप शरीर का एक्सट्रा फैट घटा सकते हैं।
मीनोपोज के बाद के मोटापे को यूं घटाएं
आमतौर पर महिलाएं बेली फैट कम करने के चक्कर में हेल्दी फैट का सेवन करना भी छोड़ देती हैं जो कि गलत है। क्या आप जानते हैं कुछ फैट ऐसे भी होते हैं जिनका सेवन बैली फैट घटाने में मदद कर सकता है। जैसे एवोकैडो, ऑलिव्स, सैल्मन मछली और कोकोनट ऑयल। अध्ययन से पता चला है कि एक महीने के लिए हर सप्ताह तीन बार 28 ग्राम साल्मन मछली खाने से लगभग एक किलो से अधिक वजन घटाया जा सकता है। ऐप्पल साइडर विनेगर (सिरका) आपके मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करता है। सिरका में शामिल एसिडिक एसिड प्रोटीन वजन कम करने में मदद करता है। इसके साथ ही ग्रीन स्मूदी भी आपका बैली फैट घटाने में मददगार हो सकती है।
शहद और नारियल से निखरेगी खूबसूरती
खूबसूरत दिखना हर महिला की चाहत होती है। इसके लिए वह तमाम तरह के उपाय आजमाती रहती हैं। कई तरह के कास्मेटिक्स का इस्तेमाल कर सुंदरता बढ़ाने की कोशिशें की जाती हैं। आज के दौर में मेकअप के लिए कई तरह के क्रीम्स, फेस पैक आदि का प्रयोग किया जाने लगा है। प्राचीन काल में इन सुविधाओं के अभाव में लोग प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल ब्यूटी टिप्स के तौर पर किया करते थे। उस दौर में प्रयोग में लाए जाने वाले ब्यूटी ट्रीटमेंट्स आज के तमाम कृत्रिम सौंदर्य प्रसाधनों से ज्यादा बेहतर परिणाम देने वाले थे और इनकी सबसे खास बात यह होती थी कि इनकी वजह से आपके चेहरे पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होता था। आज हम आपको ऐसे ही कुछ प्राकृतिक ब्यूटी ट्रीटमेंट्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका इस्तेमाल कर आप नेचुरल और स्थायी खूबसूरती पा सकती हैं।
नारियल तेल – आजकल नारियल के तेल के उपयोग का परिक्षेत्र काफी बढ़ गया है। खाने-पीने की तमाम चीजों से लेकर रेगुलर ब्यूटी ट्रीटमेंट तक में इसका खूब उपयोग किया जा रहा है। नारियल के तेल का प्रयोग बालों को लंबे, घने और सुंदर बनाने के लिए किया जाता है। इसके लिए आप नारियल तेल को हल्का गर्म करके अपने सिर की त्वचा तथा बालों में लगाकर 8-12 घंटे बाद बाल धो लें।
शहद – शहद का उपयोग चेहरे को बेदाग और चमकदार रखने के लिए किया जाता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह बालों और चेहरे दोनों को खूबसूरत बनाने के लिए प्रयोग में लाए जाते हैं। चेहरे पर से मुहांसे हटाने के लिए शहद का प्रयोग काफी लाभकारी है। कच्चे शहद की एक बूंद मुहांसों पर लगाकर 10-15 मिनट तक यूं ही रहने दें। फिर गर्म पानी से धोकर सूखे कपड़े से पोछ लें। बेजान बालों से छुटकारा पाने के लिए 2-3 चम्मच नारियल तेल में 1-2 चम्मच कच्चा शहद मिलाकर बालों में लगा लें और 15-20 मिनट तक यूं ही रहने दें।
हल्दी – भारतीय परंपरा में शादियों से पहले हल्दी की रस्म निभाई जाती है। इसमें दुल्हन की त्वचा पर हल्दी का उबटन लगाया जाता है। हल्दी में चेहरे को माश्चराइज करने तथा उसे चमकदार बनाने का अद्भुत गुण होता है। आधा चम्मच हल्दी, 2 चम्मच चने का आटा, 1 चम्मच नारियल का तेल और थोड़ा गुलाबजल एक साथ मिलाकर चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट तक के लिए छोड़ दें। बाद में गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।
इस प्रकार आप रहेंगी स्वस्थ
महिलाओं को ऐसी बहुत सी समस्याएं होती है जिसका सही समय पर इलाज न होने पर वो किसी बड़ी बीमारी का रुप ले लेती है। इसलिए उन्हें शुरुआत से ही सावधान रहना चाहिये। वैसे तो लहसुन का इस्तेमाल खाना बनाने के लिए किया जाता है लेकिन इससे महिलाओं की कई तरह की समस्याएं दूर हो सकती है। रोजाना केवल एक लहसुन का सेवन करने से आप कई तरह बीमारियों से छुटकारा पा सकती हैं। इसके लिए आपको दवाइयों का सहारा भी नहीं लेना पड़ेगा। एक आम समस्या कब्ज की है जो महिलाएं किसी से कह नहीं पातीं।
जिसके कारण उनकी ये समस्यां किसी बड़ी बीमारी का रुप ले लेती है। इसके लिए रोजाना एक लहसुन की कली को शहद में मिला कर खाने से शरीर के विषाक्त पदार्थों बाहर निकल जाएंगे और आपकी कब्ज की समस्या दूर हो जाएगी।
पैरों की झनझनाहट
पैरों में झनझनाहट होने पर आप इसे छोटी सी बात समझ कर अनदेखा कर देते है। लहसुन में मौजुद प्रोटीन, वसा, कार्बोज, खनिज पदार्थ नसों की झनझनाहट की समस्यां दूर हो जाती है। रोजाना एक लहसुन की कली खाने से बार-बार पैरों में झनझनाहट होनी बंद हो जाएगी।
आज के समय में ब्लड प्रैशर की समस्यां ज्यादातर महिलाओं में देखने को मिलती है। विशेषज्ञों के अनुसार हाई बल्ड प्रैशर होने पर खाली पेट लहसुन का सेवन करने से इस समस्यां से छुटकरा पाया जा सकता है। ये ब्लड सर्कुलेशल को बढ़ने से रोकता है। इसके अलावा लहसुन खाना दिल के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
इम्युन सिस्टम मजबूत
शरीर की ज्यादातर बीमारियां इम्यून सिस्टम के कमजोर होने पर होती है। रोजाना खाली पेट एक लहसुन का पेस्ट बनाकर नींबू और शहद मिला कर खाने से इम्यून सिस्टम तो ठीक रहता ही है साथ ही इससे कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल में होता है। लहसुन इन दोनों को बेहतर बनाकर शरीर से बीमारियों को दूर रखता है।
इस तरह आप हर उम्र में दिखेंगी सुंदर
एक समय था जब महिलाओं के लिए शादी के कुछ साल बाद तक ही सुंदर दिखना जरूरी समझा जाता था। लेकिन सौंदर्य के प्रति बढ़ती जागरूकता और बाजार के तेजी से विकास ने इस धारणा को बदल दिया है कि महिलाएं उम्र के एक खास मोड़ तक ही खुद को सुंदर बनाए रख सकती हैं। नई धारणा यह कहती है कि आप हर उम्र में सुंदर दिख सकती हैं। बस जरूरत है तो केवल खुद पर अधिक ध्यान देने की।
किशोरियों के लिए
यह लड़कियों की ऐसी उम्र होती है, जब बाहर की दुनिया में लड़कियों को अपने होने का अहसास होता है। यही वह उम्र भी है जब लड़कियों में शारीरिक बदलाव आते हैं और वे बहुत सारी बातों को जानना और समझना चाहती हैं। और साथ ही वे चाहती हैं खुद सुंदर और सुंदर दिखना। इस उम्र में ही लड़कियों को मुंहासों की परेशानी का भी सामना करना पड़ता है।
नीम की दो-तीन पत्तियों को सुबह खाली पेट खाने से खून साफ होता है, जिससे मुंहासे नहीं होते।
गुलाब जल में मुल्तानी मिट्टी और चंदन पाउडर मिला कर लगाने से चेहरे पर ग्लो आता है।
मुंहासे ठीक करने के लिए जायफल को दूध में मिला कर चेहरे पर लगाएं।
सबसे पहले अपने चेहरे के प्रकार को पहचानें, त्वचा रूखी, तैलीय, सामान्य तीन तरह की होती हैं। हर त्वचा की देखभाल के तरीके अलग होते हैं। तैलीय त्वचा पर मुंहासों की समस्या ज्यादा होती है। ऐसे चेहरे को गुनगुने पानी से दिन में दो-तीन बार धोएं और एन्टीबैक्टीरियल साबुन का प्रयोग करें। इस उम्र में त्वचा नाजुक होती है इसलिए फेशियल न करवाएं, चेहरे की सफाई पर ज्यादा ध्यान दें।
दिन में 8-10 ग्लास पानी जरूर पिएं। घूप में सनस्क्रीन प्रयोग करें।
मुंहासों को फोड़े नहीं, वरना इनके गहरे निशान पड़ जाते हैं, जो आपके चेहरे पर लम्बे समय तक नहीं जाते।
कम से कम मेकअप करें।
बीस से तीन की उम्र
यह वह उम्र होती है, जब लड़कियों का बाहर की दुनिया से संपर्क बढ़ता है। वे पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ डेटिंग और घूमने फिरने के शौक भी पूरे करती हैं। जाहिर है, इस उम्र में लड़कियों को सुंदर लगने की सबसे ज्यादा जरूरत महसूस होती है। वे बदलते फैशन के अनुसार खुद को बदलना चाहती हैं इस समय खूबसूरती के लिए यह उपाय करें।
अगर आपके चेहरे पर ज्यादा पसीना आता है तो मेकअप से पहले चेहरे पर बर्फ के टुकड़े से मसाज करें।
कैलामाइन और चंदन पाउडर को गुलाब जल में मिला कर लगाएं।
मेकअप उतारने के लिए कच्चे दूध का इस्तेमाल करें।
रात को सोने से पहले सारा मेकअप उतार दें और कॉटन से चेहरे पर गुलाब जल लगाएं। इससे आपके चेहरे के रोम छिद्र बंद नही होंगे।
इस प्रकार करें मेकअप
हमेशा अपने चेहरे के कॉम्पलेक्शन के हिसाब से फाउंडेशन चुनें।
चेहरे पर अच्छी कम्पनियों के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें।
मेकअप से चेहरे के सबसे अच्छे फीचर को हाईलाइट करें।
बरसात के मौसम में वॉटर प्रूफ मेकअप करें और नेचुरल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें।
महीने में एक बार फेशियल जरूर करवाएं।
तीस के बाद करें सादा मेकअप
यह लड़कियों की वह उम्र होती है, जब उनकी शादी हो चुकी होती है। और शादी के दो-तीन साल तो वह सुंदरता पर खास ध्यान देती हैं, लेकिन धीरे-धीरे सजने-संवरने की उनकी आदत कम होती जाती है। लिहाजा इस उम्र में महिलाओं के चेहरे पर बढ़ती उम्र के लक्षण दिखने लगते हैं। चेहरे पर हल्की लकीरें उभरना, छोटे-छोटे काले धब्बे होना, झुर्रियां और झाइयां पड़ना शुरू हो जाती हैं। चेहरे में आ रहे इन बदलावों को नजरअंदाज न करें। यह वो उम्र होती है, जब आप अपनी बढ़ती उम्र को रोक सकती हैं।
बहुत से स्किन स्पेशलिस्ट ये सलाह देते हैं कि झुर्रियों की शुरुआत में ही उनकी रोकथाम कर ली जाए तो उन्हें बढ़ने से रोका जा सकता है।
इस प्रकार बढ़ती उम्र में भी रहे स्टायलिश
सबसे पहले अपने खाने-पीने की आदतों में बदलाव लाएं। बढ़ती उम्र में अंदरूनी खूबसूरती पर ध्यान दें।
खाने में विटामिन और कैल्शियम वाली चीजों की मात्र बढ़ा दें।
आंखों के आस-पास उभरने वाली मरीन रेखाओं पर अच्छी आईक्रीम लगाएं।
इस प्रकार के उपाय करें
केले में शहद मिलाकर चेहरे पर 15-20 मिनट तक लगाएं, फिर गुनगुने पानी सें धोएं। इससे झुर्रियों का आना कम होता है।
त्वचा को मुलायम बनाने के लिए पपीते के गूदे को चेहरे पर लगाएं।
चेहरे पर साबुन का प्रयोग न करें। बेसन और दही के मिश्रण से चेहरा साफ करें।
चालीस की उम्र पार करते ही मानो महिलाओं की दुनिया बहुत सीमित हो जाती है। इस उम्र में बच्चों बड़े हो रहे होते हैं और ऐसे में महिलाओं को लगता है कि अब किसके लिए सजना है।
लेकिन यह सोच भी अब बदल रही है। महिलाओं की बाहरी दुनिया का भी विस्तार हो रहा है। और शायद यही वह समय है जब महिलाओं को लग रहा है कि उन्हें इस उम्र में भी सुंदर लगना चाहिए।
15-20 दिन में एक बार फेशियल करवाएं।
खाने पर ज्यादा ध्यान दें, 7 बादाम, 7 किशमिश, 2 अखरोट रोज खाएं।
झुर्रियों को छुपाने के लिए कंसीलर का सही तरीके से इस्तेमाल करें।
धूप में सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें और किसी अच्छी एंटी- रिंकल क्रीम से फेशियल करवाएं।
ज्यादा हैवी मेकअप न करें, हल्के रंग की लिपस्टिक का इस्तेमाल करें।
गर्भधारण से पहले कम करें वजन
मां बनना हर महिला का सपना होता है पर गर्भधारण करने से पहले अगर कुछ सावधानी रखें तो मां और बच्चा दोनो ही स्वस्थ रहते हैं। इसलिए गर्भधारण करने से पूर्व पूरी तरह से स्वस्थ रहना बहुत जरूरी होता है। इस दौरान आपको अपने वजन का भी खास ध्यान रखना पड़ता है। अगर आप गर्भधारण करने के बारे में सोच रहीं हैं तो आपको सबसे पहले अपने बढ़ते वजन को नियंत्रित करना चाहिए। अगर आप गर्भावस्था से पहले मोटी हैं तो इसके कारण आपको गर्भावस्था के दौरान कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कुछ किलो वजन घटाकर आप गर्भावस्था से जुड़ी कई तरह की समस्या को दूर कर सकती हैं। तो चलिए हम आपको इसके कुछ और कारण बताते हैं कि क्यों गर्भावस्था से पहले आपको अपना वजन कम कर लेना चाहिए। इन कारणों को जानने के बाद आप वजन घटाने के लिए तैयार हो जाएंगीं।
कई शोधों में ये दावा किया जा चुका है कि गर्भपात, बच्चे में कोई कमी और जन्म के दौरान किसी भी तरह की परेशानी का कारण मोटापा हो सकता है।
प्रजनन में आती हैं दिक्कतें
मोटापे के कारण आपकी प्रजनन क्षमता भी कम हो सकती है। मोटापे का असर महिलाओं के प्रजनन स्तर पर भी पड़ता है। जी हां, ये बात सच है कि मोटापे के कारण कई महिलाएं शुरुआती स्तर में ही गर्भधारण नहीं कर पाती हैं।
गर्भावस्था के दौरान मोटापे की वजह से उच्च रक्तचाप, मधुमेह और अन्य कई तरह की समस्यासओं का खतरा बढ़ जाता है। जन्म से ही मधुमेह इन सामान्य खतरों के अलावा आपके बच्चे को कोई घातक परेशानी या रोग भी हो सकता है। अगर गर्भावस्था के दौरान मोटापे के कारण बच्चे को जन्म से ही मधुमेह की शिकायत हो सकती है। इसके अलावा बच्चे को और भी कई रोग होने का खतरा बना रहता है।
वहीं अगर आपका वजन सामान्य है या सामान्य से थोड़ा ज्यादा है तो आपको बहुत ज्यादा चिंता करने की जरूरत बिलकुल नहीं है पर इसका मतलब ये नहीं है कि आप लापरवाह हो जाएं और जो कुछ भी मन करे वो खाएं। इस समय आपके शरीर को कई ज्यादा पोषण और देखभाल की जरूरत होती है। इसलिए गर्भावस्था से पहले, गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद अपने खानपान और वजन का खास ख्याल रखें
खानपान का रखें ध्यान
अगर आपका वजन सामान्य है या सामान्य से थोड़ा ज्यादा है तो आपको बहुत ज्यादा चिंता करने की जरूरत बिलकुल नहीं है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप लापरवाह हो जाएं और जो कुछ भी मन करे वो खाएं। इस समय आपके शरीर को कई ज्यादा पोषण और देखभाल की जरूरत होती है इसलिए गर्भावस्था से पहले, गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद अपने खानपान और वजन का खास ख्याल रखें।
सफेद बाल इस प्रकार होंगे काले
आजकल लोगों के बाल समय से पहले ही सफेद होने लगे हैं इससे उन्हें कई प्रकर की मानसिक और सामाजिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके कई बार युवा अवसाद के भी शिकार हो जाते हैं और अपने बालों को फिर से काला करने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं। मगर उन्हें लाभ नहीं मिलता।
हम सब जानते हैं कि बाल हमारी पर्सनैलिटी का सबसे अहम हिस्सा होते हैं। लेकिन आजकल देखा जा रहा है कि समय से पहले ही लोगों के बाल सफेद होने लगे हैं। फिर चाहे वो स्कूल में पढ़ने वाला छात्र हो या फिर कॉलेज जाने वाला। समय से पहले बालों के सफेद होने के कई कारण होते हैं।
इसके पीछे काफी सारे तथ्य दिए जाते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि जरूरत से ज्यादा मानसिक दबाव होने के कारण बाल सफेद हो जाते हैं। तो कुछ लोगों का मानना है कि अलग-अलग शैंपू या फिर तेल लगाने से ऐसा होता है लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि अगर आपके बाल पक गए हैं तो आप घरेलू उपाय कर बेहद सस्ते में इन्हें फिर से काला कर सकते हैं।
आमतौर पर अधिकांश लोग बालों को काला करने के लिए मेहंदी का इस्तेमाल करते हैं पर क्या आप जानते हैं कि कच्चा पपीता भी सफेद बालों को काला करने में बहुत सहायक होता है। विशेषज्ञों की मानें तो पपीते को पीसपर उसका पेस्ट बना लें और फिर उसके बाद उसे अपने बालों में लगा लें। कम से कम 15 मिनट तक उसे बालों में लगा रहने दें। इससे आपके झड़ते बालों को तो फायदा होगा ही साथ ही आपके सफेद बाल भी काले होने लगेंगे।
प्याज भी है सफेद बालों का रामबाण इलाज
प्याज के कई सारे फायदे होते हैं। हम इसे सब्जी में डालकर खात हैं। प्याज हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण रोल निभाती है। प्याज को पीसकर नहाने से 15-20 पहले बालों में लगाए और फिर नहाते वक्त धो लें। ऐसा हर रोज करने से आप महसूस करेंगे कि आपके सफेद बालों की संख्या कम होने लगी है और आपके बालों का रंग फिर से काला होने लगा है।
बीट रुट से भी मिलेगा लाभ
बीट रुट से भी बालों को काला करने में मदद मिलती है। बीट रुट को पीसकर उसे अपने बालों में लगे ले। कम से कम 15-20 मिनट तक उसे अपने बालों में लगा रहने दें। और फिर इसके बाद नहाते वक्त आप उसे धोल लें। ऐसा कम से कम 3-4 महीने लगातार करने से आपको महसूस होगा कि आपके सफेद बालों की संख्या में कमी आई है और आपके बाल फिर से काले होने लगे हैं। बीट रुट से बाल धोने का एक फायदा ये भी है कि आपके बालों को इससे बारगेंडी रंग भी मिल सकता है।
महिलाओं में बढ़ रहे थाइरॉइड के मामले
महिलाओं में थाइरॉइड के मामले तेजी से बढ़ हैं। जागरुकता के अभाव में यह बीमारी तेजी से फैल रही है। थाइरॉइड की वजह से अस्थमा, कोलेस्ट्रॉल की समस्या, डिप्रेशन, डायबिटीज, इंसोमनिया और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा है। डॉक्टरों की मानें तो कुछ खास चीजों को खाने से थाइरॉइड बढ़ जाता है. ऐसे में यह जान लेना जरूरी है कि थाइरॉइड के दौरान किन चीजें को खाने से परहेज करना चाहिए1
आयोडीन वाला खाना:
थायरॉइड ग्लैंड्स हमारे शरीर से आयोडीन लेकर थायरॉइड हार्मोन पैदा करते हैं, इसलिए हाइपोथायरॉइड है तो आयोडीन की अधिकता वाली खाने-पीने की चीजों से जीवनभर दूरी बनाए रखें. सी फूड और आयोडीन वाले नमक को पूरी तरह नजरअंदाज करें।
कैफीन:
कैफीन वैसे तो सीधे थायरॉइड नहीं बढ़ाता, लेकिन यह उन परेशानियों को बढ़ा देता है, जो थायरॉइड की वजह से पैदा होती हैं, जैसे बेचैनी और नींद में खलल।
रेड मीट:
रेड मीट में कोलेस्ट्रॉल और सेचुरेडेट फैट बहुत होता है. इससे वेट तेजी से बढ़ता है। थायरॉइड वालों का वजन तो वैसे ही बहुत तेजी से बढ़ता है। इसलिए इसे न खायें. इसके अलावा रेड मीट खाने से थायरॉइड वालों को बदन में जलन की शिकायत होने लगती है.
एल्कोहल:
एल्कोहल यानी शराब़, बीयर वगैरा शरीर में एनर्जी के लेवल को प्रभावित करता है। इससे थायरॉइड की समस्या वाले लोगों की नींद में दिक्कत की शिकायत और बढ़ जाती है। इसके अलावा इससे ओस्टियोपोरोसिस का खतरा भी बढ़ जाता है.
वनस्पति घी:
वनस्पति घी को हाइड्रोजन में से गुजार कर बनाया जाता है। यह अच्छे कोलेस्ट्रॉल को खत्म करते हैं और बुरे को बढ़ावा देते है। बढ़े थायरॉइड से जो परेशानियां पैदा होती हैं, ये उन्हें और बढ़ा देते हैं। ध्यान रहे इस घी का इस्तेमाल खाने-पीने की दुकानों में जमकर होता ह।. इसलिए बाहर का फ्राइड खाना न ही खाएं तो बेहतर है।